बिहार में बाल विवाह और दहेज के खिलाफ सोमवार को एक बड़ा अभियान शुरू किया गया। महात्मा गांधी की 148 वीं जयंती समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नव निर्मित बापू सभाघर में राज्यव्यापी अभियान शुरू किया। अभी-अभी: CM वीरभद्र सिंह ने दिया बड़ा बयान, कहा- मुझे बहुत प्यार करते हैं मोदी, इसलिए लगाई जांच एजेंसियां
बाल विवाह के खिलाफ कड़े कानून होने के बावजूद यह बिहार में काफी प्रचलित है। खासकर बिहार के ग्रामीण इलाकों में यह कुप्रथा बहुत बड़े स्तर पर फैली हुई है। कुछ वर्ष पहले तक बिहार में होने वाले कुल विवाह में से करीब 69 प्रतिशत बाल विवाह होते थे, लेकिन हाल ही में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 में खुलासा हुआ कि लड़कियों की शिक्षा पर जोर के कारण पिछले 10 सालों में यह आंकड़ा घटा है।