अखिलेश को एक जनवरी 2017 को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को पद से हटाकर अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, इस बार भी मुलायम मौजूद नहीं थे लेकिन अखिलेश ने अपने भाषण में जिक्र किया कि नेताजी (मुलायम) का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है।
मुलायम की नामौजूदगी में अखिलेश के अध्यक्ष बनने के बाद सपा में जारी कलह एक बार फिर सतह पर आ गई है। मुलायम समय-समय पर अखिलेश की आलोचना करते रहे हैं।
अखिलेश के अध्यक्ष बनने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मुलायम का अगला कदम क्या होगा। हालांकि लखनऊ में लोहिया ट्रस्ट में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम पहले ही कह चुके हैं कि वो नई पार्टी या फ्रंट नहीं बनाने जा रहे हैं।