जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि घाटी में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आतंकियों के पास ग्रेनेड की नई खेप पहुंची है। आतंकी युवाओं को बरगला कर इसका इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि, पुलिस युवाओं को आतंकवाद में शामिल होने से रोकने के लिए भी पूरे प्रयास कर रही है। रेलवे टेंडर घोटाला मामले में अब तेजस्वी की बारी, CBI के सामने होंगे पेश..!
पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें इंटेलिजेंस से इनपुट्स मिले हैं कि आतंकियों के पास ग्रेनेड की नई सप्लाई पहुंची है और वे नौजवानों के हाथों इनका इस्तेमाल सुरक्षाबलों के खिलाफ करवाना चाहते हैं। हाल ही में त्राल में हुए ग्रेनेड हमले में तीन स्थानीय नागरिक मारे गए थे।
वैद ने कहा कि त्राल की घटना को भी आतंकवाद में शामिल हुए एक नए युवा ने अंजाम दिया। उसे यह भरोसा दिलाया गया होगा कि पहले घटना को अंजाम दो फिर संगठन में शामिल कराया जाएगा। ऐसी घटनाओं में स्थानीय नागरिक भी निशाना बनते हैं, जिनका इनसे कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमले के बाद आतंकी जिम्मा भी नहीं लेते और सुरक्षा एजेंसियों पर दोषारोपण करते हैं। आखिर सुरक्षा एजेंसियां अपने ही जवानों को निशाना क्यों बनाएंगी। डीजीपी के अनुसार युवाओं को गलत राह पर भटकने से बचाने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं।
अभी तक करीब 50 से 60 बच्चों की काउंसिलिंग कर उन्हें उनके माता-पिता के हवाले किया गया है। अगर हम ऐसा नहीं करते तो वे आतंकवादी बनकर एक दिन मारे जाते। हमारी यह भी कोशिश है कि बाकी के बच्चों को भी गलत राह पर जाने से बचाया जाए।