लखनऊ : धनतेरस और दीपावली ने जबर्दस्त उत्साह भर दिया है। धनतेरस पर मंगलवार को अवध ने 2250 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी की। सोना ,चांदीए कार, मोटर साइकिल से लेकर फर्नीचर बर्तन की दुकानों व शोरूम पर ग्राहकों की भीड़ रात तक बनी रही।लखनऊ में भी धनतेरस की खरीदारी के ऊपर जीएसटी का खौफ त्यौहार के दिन नहीं दिखा है। महालक्ष्मी इस धनतेरस पर घर-घर पहुंची।
राजधानीवासियों ने 1600 करोड़ रुपये से धनतेरस मनाई। जिसमें 1.21 करोड़ की बीएमडब्ल्यू कार और 75 लाख रुपये का डायमंड सेट बिका। धनतेरस पर 20 क्विंटल चांदी और तीन क्विंटल सोने के अनब्रांडेड गहन, गणेश-लक्ष्मी मूर्ति, सिक्के बिके। जिसमें 50 किलो सोने के ब्रांडेड गहने शामिल हैं। धनतेरस पर सबसे बड़ा कारोबार ऑटोमोबाइल सेक्टर का हुआ।
कारोबारियों के मुताबिक धनतेरस पर 12 दोपहिया वाहन एवं 4500 कार बिकी हैं। जिसमें महंगी बाइक एवं कार शामिल हैं। महज केटीएल शोरूम ने 302 मारुति एवं नेक्सा कार की डिलीवरी की। जबकि हुंडई ने 500 कार को बेचाए जिसमें क्रेटा की बहुत डिमांड रही। धनतेरस पर 150 करोड़ रुपये से अधिक का सराफा कारोबार हुआ। जिसमें एक ब्रांडेड शोरूम में 75 लाख रुपये का डायमंड सेट बिका जिसमें गले का हार, टॉप्स, अंगूठी शामिल थी। आलमबाग में 27.70 लाख रुपये का डायमंड सेट बिका।
कारोबारी नेता रामकुमार वर्मा ने बताया कि इस धनतेरस पर हुए कारोबार ने पिछले साल के रिकार्ड को तोड़ दिया है। चौक सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन ने बताया कि धनतेरस पर जीएसटी बेअसर रहा। लोगों ने जीएसटी देकर गहने खरीदे। इस धनतेरस पर ग्राहकों ने पिछले साल से अधिक गहने खरीदे। उधरए दूसरे कारोबारियों ने बताया कि धनतेरस पर सर्वाधिक चांदी के सिक्के गणेश-लक्ष्मी, मंदिरए पूजा के बर्तन खूब बिके। सराफा के बाद धनतेरस पर इलेक्ट्रानिक उत्पादों की खूब बंपर सेल हुई।
नाका के कारोबारी ने बताया कि इलेक्ट्रानिक्स में सर्वाधिक एलईडी बिकी। दूसरे नंबर पर वाशिंग मशीन, इसके बाद फ्रिज सहित अन्य उपकरण बिके। धनतेरस पर राजधानी में अनुमानित 250 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। धनतेरस पर सुबह से ही बर्तन बाजार अहियागंज, हजरतगंज, नरही, आलमबाग, ठाकुरगंज, इंदिरानगर, चिनहट, गोमतीनगर, डालीगंज, सदर, अलीगंज, तेलीबाग, आशियाना, राजाजीपुरम आदि में लगभग 50 करोड़ रुपये के बरतन बिके। कारोबारियों ने बताया कि इस धनतेरस पर घर में रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाले एवं पूजा के बर्तन खूब बिके।