चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का 19वीं कांग्रेस बुधवार से शुरू हो गई है. इस कांग्रेस में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दोबारा राष्ट्रपति चुना जाना तय है. पहले दिन शी जिनपिंग ने अपनी वर्क रिपोर्ट पेश की. उन्होंने कांग्रेस में कहा कि पार्टी कमांड का पालन करते हुए उनका लक्ष्य वर्ल्ड क्लास आर्म्ड फॉर्सेस बनाने पर है, जिससे कि वह युद्धों को जीत सके. अभी-अभी: अफगानिस्तान में हुआ आतंकी हमल, 74 लोगों की मौत, पांच आतंकवादी ढेर
बुधवार को पार्टी के करीब 2300 अधिकारियों की मौजूदगी में कांग्रेस शुरू हो गई है. ये कांग्रेस 24 अक्टूबर तक चलेगी. अपनी वर्क रिपोर्ट पेश करते हुए शी ने कहा कि उन्होंने पिछले पांच साल में चीन की राष्ट्रीय कायाकल्प को सुधारा है. उनके कार्यकाल के दौरान चीन की जीडीपी 54 ट्रिलयन यूआन से बढ़कर 80 ट्रिलयन यूआन तक पहुंच गई है. जिनपिंग ने कहा कि चीन अपने गोल को तभी अचीव कर सकता है कि जब दुनिया में शांतिपूर्ण माहौल हो. उन्होंने कहा कि हमारे गोल एक ताकतवर आर्मी को तैयार करना है.
पदाधिकारी ही बनता है राष्ट्रपति
दरअसल चीन में राष्ट्रपति का चुनाव नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (संसद की तरह प्रतिनिधी सभा) करती है, लेकिन आम तौर कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का एक पदाधिकारी ही राष्ट्रपति बनता है. भारत में तो कई पार्टियां हैं और वो चुनाव लड़ती हैं और जनता अपना नेता चुनती है, लेकिन चीन में ऐसा नहीं है.
चीन में सिंगल पार्टी रूसिंगल पार्टी रूल होने की वजह से पार्टी के नेता ही सरकार में रहते हैं. आम तौर पर पार्टी का महासचिव देश का राष्ट्रपति बनता है और पार्टी महासचिव के लिए कम्यूनिस्ट पार्टी प्रेसीडेंट पोस्ट रिजर्व रखती है.