भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों का अहम योगदान है। कई बार ये क्षेत्रीय दल सरकार गिरने के लिए जिम्मेदार होते हैं तो, कई बार इनके समर्थन से प्रधानमंत्री पद पर कौन आसीन होगा, इस बात का निर्णय होता है। ये दल राजनीति में अपना महत्व रखते हैं। राजनीति में जमे रहने के लिए,इनके पास काफी धन और संपत्ती है। जानकारी सामने आई है कि, 2015 और 2016 इन दलों के लिए कमाई के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा है।दर्दनाक: आधार कार्ड नहीं बना तो 8 वीं के छात्र ने कर ली आत्महत्या, मचा कोहराम!
इन दलों ने अपनी आमदनी का लगभग, 110 करोड़ रूपए तक खर्च नहीं किया। मगर कमाई की दृष्टि से विभिन्न क्षेत्रीय दलों में डीएमके का स्थान प्रमुख है। इस दल की कमाई 77.63 करोड़ रूपए है। मिली जानकारी के अनुसार, विश्लेषण एसोसिएशन आॅफ डेमोक्रेटिक रिफाॅर्मस की ओर से सर्वे किया गया था, जिसमें यह बात सामने आई है कि, एआईएडीएमके की कुल आय 54.93 करोड़ रूपए रही।
तीसरे नंबर पर टीडीपी का नंबर आया है, इसकी आमदनी लगभग 15.97 करोड़ रूपए रही। कमाई के लिहाज से जेडीयू ने 23.46 करोड़,टीडीपी ने 13.10 करोड़ और आप ने 11. 09 करोड़ रुपए खर्च किए। एआईएमआईएम की कमाई इतनी है कि, वह अपनी कमाई का लगभग 80 प्रतिशत भी खर्च नहीं कर सकी है।