घाटी के हुर्रियत नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 35ए का फैसला जम्मू कश्मीर की आवाम के खिलाफ सुनाया तो एक बड़ा आंदोलन हम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विशेष कानून से सरकार अगर छेड़छाड़ करती है तो यहां के हालात फिलिस्तीन जैसे हो जाएंगे।Rape: इस हैवान ने 100 साल की बुजुर्ग महिला से किया रेप, इलाज के दौरान महिला की मौत!
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आज अनुच्छेद 35ए को लेकर सुनवाई है जिसे लेकर रियासत की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गयी है। घाटी के तमाम अलगाववादी नेताओ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि धारा 35ए से छेड़छाड़ करना यहां कि आवाम के खिलाफ होगा, अगर सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का फैसला सुनाया तो कसरकार को इसका अंजाम एक बड़े व उग्र आंदोलन के रूप में देखने को मिल सकता है।
जम्मू-कश्मीर को मिले विशेषाधिकार अनुच्छेद 35ए पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। तीन जजों की विशेष बेंच 35ए की याचिका पर सुनवाई करेगी। जिसमें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के अलावा जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अजय माणिकराव खानविलकर शामिल होंगे। जम्मू-कश्मीर से धारा 35ए को खत्म करने के लिए कोर्ट में चार याचिकाएं दाखिल की गई थी जिस पर आज सुनवाई होनी है।