NEW DELHI : क्या आप जानते हैं कि देश में एक कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां कुत्तों का मांस खाया और बेचा भी जाता है? नहीं तो आज जान लीजिए। क्योंकि सरकार ने अब इस पर रोक लगाने की मांग की है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने नॉर्थ-ईस्ट क्षेत्र विकास मंत्री जीतेंद्र सिंह को लेटर लिखकर कहा है कि कुत्तों के मांस के व्यापार को रोका जाए। उन्होंने जीतेंद्र सिंह से नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में कुत्तों के मांस के अवैध कारोबार को रोकने के साथ ही ड्रग्स और हथियारों की तस्करी की जांच एनआईए से कराने की अपील की है।
मंत्री ने लेटर में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स रेग्युलेशन, 2011 का जिक्र किया है, जिसके तहत खाने के लिए कुत्ते और बिल्ली जैसे जानवरों की हत्या पर रोक है। मेनका ने कुत्ते के मांस की बिक्री को अवैध और उनकी हत्या को क्रूरता बताते हुए लिखा है, ‘ आपसे अनुरोध है कि मिजोरम और नागालैंड में हो रहे इस अवैध व्यापार को रोकें। ‘
मेनका के मुताबिक, केवल नागालैंड में ही पड़ोसी राज्यों से 30 हजार कुत्तों की तस्करी हुई। मुंह बांधकर या फिर सिलकर इन्हें ले जाया जाता है। इन्हें खाना-पानी नहीं दिया जाता और बुरी तरह से पीटकर मारा जाता है। मंत्री के मुताबिक यही लोग ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में भी शामिल हैं। मेनका ने कहा, ‘यह क्षेत्र की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है। एनआईए जैसी एजेंसी से इसकी जांच करानी चाहिए।’
जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाली मेनका गांधी ने एक सर्वे का हवाला देते हुए बताया है कि कोहिमा और दीमापुर में प्रतिदिन 40 और सालाना 15 हजार कुत्तों की बिक्री होती है। कुत्तों का मांस 200 रुपये किलो बेचा जाता है।