पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल को अब वाई श्रेणी के समकक्ष सुरक्षा दी जाएगी और उनके साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बल के 11 जवान और डेप्युटी कमांडेंट स्तर का एक अधिकारी तैनात रहेंगे।
राज्य सरकार की ओर से एक पुलिसकर्मी की सुरक्षा को सरकार की ओर से जासूसी का प्रयास करार देते हुए इसे ठुकरा देने वाले पास नेता की जान को खतरे के बारे में केंद्रीय गुप्तचर यूरो की कथित रिपोर्ट के बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया जा रहा है।
पीएफ को लेकर हुए ये 3 बड़े फैसले, जरुर पढ़े पूरी खबर..
एक अधिकारी ने कहा कि इस बारे में जल्द ही औपचारिकता पूरी की जा सकती है और उसके बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के 11 जवान और एक अधिकारी उनके साथ तैनात रहेंगे। हार्दिक ने फिलहाल इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। गुजरात में सत्तारूढ भाजपा का विधानसभा चुनाव के दौरान खुलेआम विरोध कर रहे हार्दिक ने कांग्रेस को परोक्ष समर्थन देने की बात हाल ही में की है।