गुजरात: गुजरात विधानसभा के प्रचार में जुटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए हर संभव प्रयास में लगे हैं। जनसभाओं से लेकर लोगों के साथ वक्त गुजार कर राहुल गांधी जनता के दिल में अपनी जगहा बनाना चाह रहे हैं। शुक्रवार को अहमदाबाद में भी राहुल का यही रूप नजर आया। शिक्षा जगत के लोगों के साथ बातचीत के दौरान अंशकालीन महिला व्याख्याता की दुर्दशा सुनकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भावुक हो गए और उन्हें गले से लगा लिया। राहुल को गले लगाकर महिला की आंखें भी नम हो गईं।
पहले चरण से पहले चुनाव प्रचार के लिए राहुल गांधी गुजरात के दो दिन के दौरे पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी के साथ स्कूल शिक्षकों, प्राध्यापकों, व्याख्याताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया था। इसी में महिला व्याख्याता रंजना अवस्थी भी आई थीं जिन्होंने अपनी राहुल को अपनी परेशानियां बयां कीं।
जब राहुल ने मंच से अपनी बात पूरी कर ली तब रंजना अवस्थी को माइक दिया गया। माइक मिलते ही उन्होंने अपनी व्यथा बयां की। रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुकी रंजना ने पार्टी की सरकार बनने पर राहुल से अध्यापकों के समक्ष उत्पन्न समस्याओं से निपटने की कांग्रेस की योजना के बारे में पूछा। भारी दिल से रंजना ने कहा कि मैंने 1994 में संस्कृत से पीएचडी किया है।
उस समय से हम बहुत खराब स्थिति में रह रहे हैं। अंशकालीन सेवा के 22 साल बीत जाने के बावजूद हमारा वेतन केवल 12 हजार रूपया प्रति महीना है। हमें मातृत्व अवकाश नहीं दिया जाता है।
रंजना अवस्थी ने राहुल के सामने रोते हुए कहा कि अब कोई आशा नहीं है,केवल हम जानते हैं कि हमने किस प्रकार का संघर्ष किया है और किस प्रकार के दर्द से हम गुजरे हैं। महिला का दर्द सुनकर राहुल उनके पास पहुंच गए। जैसे ही राहुल वहां पहुंचे महिला हाथ जोड़कर भावुक हो गई। राहुल ने उन्हें भरोसा दिलाया। इसके बाद उन्हें गले लगाकर हिम्मत भी दी। मंच से राहुल ने वादा किया कि उनकी सरकार आने के बाद इस व्यवस्था को बदला जाएगा।