वित्त मंत्री अरूण जेटली ने दावा किया कि जो लोग जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों को पैसे बांटते थे वे नोटबंदी के बाद ऐसे हमले करने के लिये 100 युवकों को भी ‘नहीं जुटा पाए’.
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जेटली ने कहा, ‘पिछले साल आठ नवंबर को हमनें नोटबंदी को लागू किया और इसका खासा असर हुआ. जो लोग पत्थरबाजों के बीच पैसे बांटते थे वे नोटबंदी के बाद पिछले आठ-दस महीनों के दौरान पत्थर फेंकने के लिये 100 युवकों को भी नहीं जुटा सके.’
वह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ सुनने के बाद बोल रहे थे. मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने 2008 में मुंबई हमला करवाया वो आज अलग-थलग पड़े हुए हैं.
जेटली ने कहा, ‘जिस शख्स (हाफिज सईद) ने यह किया था जब दो दिन पहले उन्होंने (पाकिस्तान ने) उसे छोड़ा तो पूरी दुनिया ने एक सुर में कहा कि वह देश आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और ऐसा देश विश्व बिरादरी का सदस्य नहीं होना चाहिए.’
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