लम्बे समय से अटके पड़े नार्थ एमसीडी के रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर की आखिरी अड़चन को निगम ने सोमवार को आखिरकार दूर कर दिया.बड़ी खबर: अगर PM मोदी ने लागू किया ये कानून, तो होगी परमानेंट नोटबंदी
दरअसल रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर के बनने में कई सारी अड़चनों को दूर करने में कई साल पहले ही बर्बाद हो चुके हैं लेकिन इस साल उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस फ्लाईओवर के काम मे तेजी लाने के आदेश दिए थे जिसके बाद निगम ने ग्रेड सेपरेटर के निर्माण कार्य में आ रही रुकावटों को दूर करने पर ध्यान दिया.
हालांकि ग्रेड सेपरेटर के निर्माण कार्य में फिल्मिस्तान सिनेमा के सामने करीब 700 वर्ग मीटर का एक ढांचा रुकावट डाल रहा था जो कि एक गोदाम था. इसे सोमवार को नार्थ एमसीडी की टीम ने गिरा दिया. निगम के मुताबिक इस ढांचे को सितंबर 2014 में भी गिराने की कोशिश की गई थी लेकिन संपत्ति मालिक ने उस वक्त हाईकोर्ट से डिमोलिशन पर स्टे ले लिया था जो कि 14 नवम्बर 2017 को वापस ले लिया गया था.
स्टे हटने के बाद 21 नवंबर को फिर से इस ढांचे को तोड़ना तय किया गया लेकिन फिर से कोर्ट से स्टे आने के बाद निगम ने पहले उसे खारिज करवाया और इस तरह लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार सोमवार 4 दिसम्बर को इस सम्पत्ति को जेसीबी की मदद से गिरा दिया गया.
रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर फिल्मिस्तान और इसके आस-पास के इलाकों में रहने वालों के लिए वरदान साबित होगा. इसे पूरा किए जाने के बाद आईएसबीटी से धौलाकुआं की दूरी तो घटेगी ही यहां लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी छुटकारा मिल जाएगा.
इस फ्लाईओवर के बनने से करोल बाग, शक्ति नगर, गुलाबी बाग, सदर बाजार, पहाड़गंज और आजाद मार्केट में रहने और व्यापार करने वाले सीधे आईएसबीटी कश्मीरी गेट और मोरी गेट जा सकेंगे.