इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) सबसे ज्यादा स्टार से भरी हुई टीमों में से एक है। इसके मालिक की बात करें तो बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान और एक्ट्रेस जूही चावला सरीखे लोग हैं। वहीं अगर टीम के खिलाड़ियों की बात करें तो खुद गौतम गंभीर इस टीम के स्टार ऑपनर हैं।
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हालांकि फिलहाल वो टीम से बाहर चल रहे हैं, लेकिन केकेआर के लिए वो ने सिर्फ रेगुलर खिलाड़ी हैं बल्कि दो बार अपनी कप्तानी में केकेआर को चैंपियन बना चुके हैं। केकेआर एक बार फिर 2018 में यह खिताब अपने नाम करना चाहेगी, लेकिन उसे एक बार फिर खिलाड़ियों के बाजार में उतकर अपने कई मैच जीताऊ खिलाड़ी को बचाना (रिटेन) होगा।
नई रिटेन पॉलिसी का गणित
आईपीएल गवर्निंग कमेटी द्वारा नई रिटेन पॉलिसी के बाद से सभी टीमें अपने-अपने 5 खिलाड़ियों को वापस अपनी ही टीम में रखने के लिए गणित बिठाने में लग हुई है। दरअसल इस बार फिर से सभी टीमों के खिलाड़ियों की नीलामी होनी है और सभी टीमें अपने पुराने खिलाड़ियों में से 5 खिलाड़ियों को फिर से रिटेन कर अपनी टीम में बनाए रख सकते हैं। ऐसे में सभी टीमें इस गणित को बैठाने में लगी हुई हैं कि कौन से वो 5 खिलाड़ी हैं, जिनके होने से उनका फायदा होगा।
केकेआर की बात करें तो इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपने अकेले ही दम पर मैच जीताने की क्षमता रखते हैं। लेकिन इस पॉलिसी के अंतर्गत अब केकेआर के सामने अपने 5 सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों को बचाने की चुनौती है। ऐसे में हम उन 5 खिलाड़ियों के नाम का अनुमान लगा रहे हैं, जिन्हें केकेआर रिटेन कर सकती है।
गौतम का बल्ला भी है गंभीर
गौतम गंभीर ने पिछले आईपीएल (2017) के एडिशन में 16 मैच में 128.02 के स्ट्राक रेट और 41.50 की औसत से 498 रन बनाए। गंभीर के पास न सिर्फ आईपीएल में बैटिंग और कप्तानी का अनुभव है बल्कि वो टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल मैच में भी यह भूमिका निभा चुके हैं। गंभीर के करियर को देखने से साफ पता चलता है कि वो बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में उनकी 97 रन की पारी इस बात का सबसे अच्छा उदाहरण है।
चालाक और अग्रेसिव कप्तान
गौतम गंभीर 2008, 09 और 10 में अपने घरेलू फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल के लिए खेलते हुए नजर आए, लेकिन 2011 में कोलकाता ने उन्हें खरीदा और कप्तान बनाया। इसके बाद गंभीर ने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाते हुए 2012 और 2014 में कोलकाता को आईपीएल का चैंपियन बनाने में सफलता पाई।
2014 से वो लगातार कप्तान गंभीर के साथ ओपनर के तौर खेल रहे हैं और दोनों की जोड़ी भी केकेआर के लिए हिट साबित हुई है। वक्त के साथ-साथ उथप्पा ने सिर्फ अपने बल्ले से अपनी उपयोगिता साबित करते रहे हैं बल्कि विकेटकीपर के तौर पर भी वो शानदार खिलाड़ी साबित हुए हैं।
जबरदस्त है उथप्पा का स्ट्राइक रेट
2017 आईपीएल में उथ्पपा ने 14 मैचों में 29.84 के औसत और 165.10 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 235 रन बनाए। वहीं कीपर के तौर पर वो टीम के लिए प्लस पोइंट हैं। मौजूदा घरेलू क्रिकेट में भी वो शानदार कर रहे हैं, जिस पर केकेआर के मालिकों की नजर जरूर होगी।
रसेल के पास गेंदबाजी में गजब की योर्कर और स्लो बॉल है और ये दोनों ही टी20 मैचों किसी भी गेंदबाज के लिए अहम शस्त्र हैं। पिछले साल 2017 में उन्हें डोपिंग के कारण से आईपीएल से बाहर बैठना पड़ा। अगर 2016 आईपीएल एडिशन में उनकी गेंदबाजी पर नजर डालें तो उन्होंने 12 मैचों में गजब की 7.97 इकॉनोमी और 19.40 की औसत से 15 विकेट झटके थे।
बल्लेबाजी की बात करें तो रसेल आमतौर पर लंबे-लंबे छक्के मारने के लिए जाने जाते हैं। 2016 आईपीएल में उनके बल्ले से 12 मैच में 164.91 की स्ट्राइक रेट और 26.85 की औसल से 188 रन निकले। बता दें कि रसेल आखिरी के ओवरों में बैटिंग करने आते हैं और उन्हें खेलने के लिए बहुत ही कम ओवर मिला करते हैं।
नरेन ने पिछले साल बैट से 16 मैचों में 172.30 की औसत से 224 रन बनाए वहीं गेंद से 6.98 इकॉनोमी से 10 विकेट लेने में कामयाब रहे। यहां ध्यान देने वाली यह है कि बेशक नारायण के खाते में विकेट कम आए हों लेकिन उनकी इकॉनोमी कमाल रही है। नारायण केकेआर के लिए हर भूमिका में फिट बैठते हुए नजर आते हैं।
टी20 फॉर्मेट में कुलदीप न सिर्फ बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने में कामयाब रहते हैं बल्कि विकेट भी निकालकर देते हैं। कुलदीप ने पिछले आईपीएल में ऐसा करके भी दिखाया है। कुलदीप ने 2017 में खेले गए 12 आईपीएल मैच में 28.33 की औसत से 12 विकेट चटाए थे। ऐसे में केकेआर को उन्हें जरूर रिटेन करना चाहिए।