सत्ता से हटने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लगातार प्रासंगिक होते जा रहे हैं। जब भी मनमोहन सिंह मुंह खोलते हैं, केंद्र सरकार की परेशानी बढ़ जाती है। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री ने फिर भाजपा पर हमला बोला है। Facebook ने अपने यूजरों के लिए बनाया नया फीचर, महिलाओं को मिलेगा फायदा!
बहुत कम बोलने वाले मनमोहन सिंह ने कहा कि 2जी मामले में खराब नीयत से आरोप लगाए गए थे। यह सारा आरोप राजनीतिक प्रोपेगेंडा और यूपीए-1 सरकार को बदनाम करने की साजिश थी। मनमोहन सिंह इसके आगे कुछ नहीं बोले। मीडिया ने उनसे तमाम सवालों की बौछार की, लेकिन वह आगे बढ़ गए।
गौरतलब है कि मनमोहन सिंह के बारे में गुजरात विधानसभा प्रचार में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी की थी। यह टिप्पणी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर पाकिस्तान के पूर्व राजनयिकों की बैठक में मनमोहन सिंह के उपस्थित रहने के बाद आई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री सिंह काफी आहत हैं। कांग्रेस पार्टी भी इसको लेकर पीएम मोदी का स्पष्टीकरण चाहती है। इसके बाबत लोकसभा और राज्यसभा दोनों में हर रोज हंगामा हो रहा है। सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है।
उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली को झूठों का सरदार बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाए। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन के ऊपर की गई टिप्पणी के लिए उन्हें कठघरे में खड़ा किया।
सुरजेवाला ने 2जी मामले के लिए पूर्व सीएजी विनोद राय पर भी आरोप लगाए और इन सभी से राष्ट्र से माफी मांगने की मांग की। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2जी की पूरी जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हुई है। सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। इस समय भाजपा की स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोंचे वाली हो गई है।
झुकने के मूड में नहीं है विपक्ष
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच में टकराव की स्थिति को देखते हुए संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामे की भेंट चढ़ने के पूरे आसार हैं। संसद का शीतकालीन सत्र पांच जनवरी तक के लिए प्रस्तावित है, लेकिन विपक्ष भी जरा सा झुकने के मूड में नहीं है। वहीं सत्ता पक्ष भी अपने रुख पर अड़ा है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सवाल उठाते हैं कि क्या एक प्रधानमंत्री को देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री पर ऐसे आधारहीन आरोप लगाकार टिप्पणी करनी चाहिए? सत्ता पक्ष खड़गे के इस सवाल को सुनता जरूर है, लेकिन वह अभी इसे दूसरे कान से निकाल दे रहा है। वहीं 2जी मामले ने बैठे बिठाए विपक्ष को एक और मुद्दा दे दिया है।