मधुमेह रोगियों को शुगर बढ़ने पर इंसुलिन इंजेक्शन लगाने के झंझट और दर्द से अब राहत मिल सकती है. अगर आप मधुमेह के कारण रोज लगने वाले पीड़ादायक इंजेक्शन और सुई की चुभन से तंग आ चुके हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है. वैज्ञानिकों ने एक ऐसा स्किन पैच विकसित किया है जो दवाइयों के जरिए एक साथ कई दिनों तक मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है. टाइप 2 मधुमेह से पीड़ितों लाखों लोगों के स्वास्थ्य के लिए खून में शर्करा या ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करना अहम होता है. 
भोजन के समय से पहले सुई से खून निकालना और इंसुलिन का इंजेक्शन लगाना असुविधाजनक हो सकता है लेकिन मधुमेह रोगियों के लिए यह दिनचर्या का हिस्सा होता है. अमेरिका में नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ बायोमेडिकल इमेजिंग एंड बायोइंजीनियरिंग (एनआईबीआईबी) के शोधकर्ताओं ने खनिज यौगिकों का जैव रासायनिक फॉर्मूला ईजाद किया है जो शरीर में प्रवाह होने वाले रक्त में मिलकर एक साथ कई दिनों तक रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है. चूहों पर किए गए इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि यह पैच घुलनशील माइक्रो नीडल्स से बना है जो रक्त में जाकर स्वत: ही ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करती हैं. यह अध्ययन जर्नल नेचर कम्यूनिकेशंस में प्रकाशित हुआ है.
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