वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबित, हाई ब्ल्ड शुगर से 3.4 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है। डायबिटीज से अधिकतर होने वाली मौत कम-मध्यम आय वाले देशों में होती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, डायबिटीज से होने वाली मौत वर्ष 2030 तक बढ़ कर करीब दोगुनी हो जाएगी। हालांकि तकनीक की मदद से पहले की तुलना में आज डायबिटीज पर नजर रखने से साथ उसे मैनेज करना ज्यादा आसान हो गया है। खासकर डायबिटीज के लिए जो सबसे जरूरी होता है, उनमें ब्ल्ड शुगर लेवल को नियमित रूप से ट्रैक करना, कितना कार्बोहाइड्रेट ले रहे हैं या फिर बॉडी वेट पर नजर रखना। ये कार्य डेस्कटॉप और मोबाइल एप्स की मदद से भी किए जा सकते हैं।
माइशुगर
एंड्रॉयड और आइओएस डिवाइस के लिए यह पर्सनलाइज्ड डायबिटीज लॉगबुक एप है। यहां डायबिटीज टाइप-1 और टाइप-2 से जुड़े डाटा को नियमित तौर पर जोड़ सकते हैं, जिससे आपको डाटा को एनालाइज करने में काफी आसानी होगी। यहां पर मिल्स, डाइट, ब्ल्ड ग्लुकोज, इंसुलिन आदि से जुड़े डाटा का रिकॉर्ड रखे जा सकते हैं। सभी डाटा के चार्ट यहां दिए गए पर्सनलाइज्ड स्क्त्रीन पर दिखाई देंगे। इसके अलावा, यहां पर आपको मोटिवेटिंग चैलेंज और फीडबैक भी मिलता है। अपने डाटा का डेली, वीकली और मंथली भी एनलाइज कर सकते हैं। साथ ही, अपनी डिटेल रिपोर्ट सीधे डॉक्टर को भी भेज सकते हैं। इससे प्रो वर्जन में ब्ल्ड शुगर रिमाइंडर के साथ दूसरे कई अन्य फीचर्स भी मिलेंगे। बच्चों के लिए मायशुगर जुनियर एप भी उपलब्ध है।
ग्लुकऑरकल
कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर ने इस एप को डेवलप किया है। यह व्यक्ति के ब्ल्ड शुगर लेवल के बारे में फॉरकास्ट करता है। यह यूजर द्वारा लिए जा रहे मिल्स को ट्रैक करता है यानी आप जो भी भोजन लेते हैं या फिर लेने जा रहे हैं, उसे यहां पर एड करने के बाद यह ब्ल्ड ग्लुकोज लेवल के बारे में बताता है यानी आप भोजन करने से पहले और उसके बाद के ग्लुकोज लेवल को यहां देख पाएंगे। इसके अलावा, जो मिल्स आप लेने जाने रहे हैं, उससे संबंधित फीडबैक भी मिलेंगे। इसे आपको यह मॉनीटर करने में आसानी होगी कि कौन-सा फूड आपको लेना है और कौन-सा नहीं। यह एंड्रॉयड और आइओएस डिवाइस के लिए उपलब्ध है।
ऑनट्रैक डायबिटीज
ऑनट्रैक डायबिटीज ऐसा एप है, जो डायबिटीज को कंट्रोल सहायक हो सकता है। इसकी मदद से ब्लड ग्लुकोज, हीमोग्लोबिन, ए1सी, फूड, वेट से साथ बहुत सारी चीजों को ट्रैक करना आसान हो जाता है। अच्छी बात यह है कि यहां पर अपनी सुविधा के हिसाब से कैटेगरी को एडिट या फिर उसे जोड़ भी सकते है। यहां पर डिटेल में ग्राफ जनरेट करने की सुविधा दी गई है और रिपोर्ट को सीधे फिजिशियन को भी भेजा जा सकता है। यहां ग्लुकोज और हीमोग्लोबिन ए1सी के लिए यूएस और इंटरनेशनल यूनिट्स का सपोर्ट दिया गया है। इसकी मदद से डेली, वीकली और मंथली ग्लुकोज के स्तर को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। यह एप एंड्रॉयड के साथ आइओएस डिवाइस के लिए भी उपलब्ध है।
ग्लुकोज बडी
यह लॉगबुक एप एंड्रॉयड और आइओएस दोनों के लिए उपलब्ध है। इसकी मदद से यूजर ब्ल्ड ग्लुकोज, कार्बोहाइड्रेट इन्टैक, एक्टिविटीज लेवल, ब्ल्ड प्रेशर, वेट और मेडिकेशन के इस्तेमाल को ट्रैक कर पाएंगे। साथ ही, यह ब्ल्ड शुगर टेस्ट के लिए पुश नोटिफिकेशन और रिमाइंडर भी भेजता है। इसमें कैलेंडर की सुविधा भी है, जिससे ब्ल्ड शुगर लेवल को ट्रैक करना आसान हो जाएगा।
कर्ब काउंटिंग विद लेनी
इसे खासकर बच्चों को ध्यान में रख कर डेवलप किया गया है। इसकी मदद के डायबिटीज के कंडीशन को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। इसकी मदद से कार्बोहाइड्रेट को मॉनीटर करना आसान हो जाता है। साथ ही, फूड गाइड फीचर से जानकारी मिलेगी कि किस फूड में कार्बोहाइड्रेट की कितनी वैल्यू है। इसके अलावा, कर्ब गेम्स फीचर में यह टेस्ट किया जाता है कि लोगों में डायबिटीज से जुड़ी कितनी नॉलेज है। इस एप की मदद से पैरेंट्स बच्चों के लिए मिल्स प्लान कर सकते हैं।
डायबिटीज: एम
इसे खासतौर पर स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए डिजाइन किया गया है, जो डायबिटीज को मैनेज करने में आपकी मदद करेगा। डायबिटीज से संबंधित रिकॉर्ड को यहां पर सेव कर सकते हैं। यह डायबिटीज ट्रिटमेंट के तकरीबन सभी पहलुओं को यह ट्रैक करता है। डिटेल रिपोर्ट, चार्ट और स्टैटिस्टक देता है, जिसे ईमेल के जरिए फिजिशियन को सुपरविजन के लिए भेजा जा सकता है। इसमें डायबिटीज से जुड़े कई टूल्स भी दिए गए हैं, जिससे ब्लड में ग्लूकोज लेवल के ट्रेंड को देख सकते हैं और डाइट को भी प्लान कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर इंसुलिन ले रहे हैं, तो इससे संबंधित कैलकुलेटर भी यहां मिल जाएंगे है। यह अलग-अलग ग्लूकोमीटर या फिर इंसुलिन पंप्स के डाटा को एनालाइज करता है। डायबिटीज मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के जरिए फाइल्स को एक्सपोर्ट करने की सुविधा भी दी गई है। यह एंड्रॉयड और आइओएस के लिए उपलब्ध है।