अमेरिका में ग्रीन कार्ड का इंतजार करने वालों में भारत के अलावा यूरोप, अफ्रीका, कनाडा आदि के लोग भी शामिल हैं, जिनमें भारतीयों का आंकड़ा काफी अधिक है। सिक्योरिंग अमेरिकाज फ्यूचर एक्ट नाम से प्रतिनिधि सभा में पेश होने वाले इस बिल के पारित होने के बाद अमेरिका में अप्रवासियों का आंकड़ा मौजूदा साढ़े दस लाख से घटकर करीब ढाई लाख पर आ जाएगा। कांग्रेस से पास होने के बाद इस बिल पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अंतिम रूप से हस्ताक्षर करेंगे, जिसके बाद डायवर्सिटी वीजा कार्यक्रम खत्म हो जाएगा।
अमेरिका में रह रहे करीब पांच लाख भारतीय ग्रीन कार्ड के इंतजार में हर साल अपना एच-1 बी वीजा बढ़ाने को मजबूर होते हैं। इस विधेयक में अमेरिका के भीतर ग्रीन कार्ड जारी करने की वर्तमान वार्षिक सीमा को 1.2 लाख से 45 प्रतिशत बढ़ाकर 1.75 लाख करने का प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन ने रखा है।