नोटबंदी के बाद सस्ते हो जाएंगे घर, घरेलू साख निर्धारक एजेंसी इक्रा ने गुरुवार को कहा कि पांच सौ रुपए तथा एक हजार रुपए के पुराने नोटों को सरकार की ओर से प्रतिबंध कर दिए जाने से रियलिटी सेक्टर में कीमत घटेगी। इक्रा ने कहा कि इससे रियलिटी सेक्टर के कारोबार के तरीके में भी बड़ा बदलाव आने की संभावना है।
इक्रा ने कहा कि सरकार के इस कदम से असंगठित रियल एस्टेट बाजार में मौजूद कालाधन पर सीधी मार पड़ेगी, जिससे पहले से ही सुस्ती का शिकार इस क्षेत्र में कीमतें और कम होंगी। जो लोग घर या प्रॉपर्टी खरीदने की सोच भी रहे हैं, वे भी भविष्य में कीमत घटने की उम्मीद में अपनी खरीददारी टाल देंगे। इससे बिक्री और प्रभावित होगी तथा कीमतों में और गिरावट आएगी। पिछले दशक के दौरान रियल एस्टेट की कीमतों में आई बड़ी तेजी के बाद ये काफी महंगे हो गए थे। कीमतों में अब सुधार की उम्मीद है। पहले द्वितीयक बाजार यानी जमीन तथा निर्माण सामग्री की कीमतों में गिरावट आएगी तथा बाद में तैयार प्रोपर्टी की कीमतें घटेंगी।
उसका कहना है कि इससे आने वाले समय में कीमतों में सुधार के साथ बाजार में पारदर्शिता आएगी, जिससे खरीददारों का विश्वास बढ़ेगा। इससे मध्यम तथा दीर्घ अवधि में कुछ हद तक कीमतें फिर बढ़ेंगी। साथ ही बिल्डरों तथा रियल एस्टेट कारोबारियों के मुनाफे का प्रतिशत भी कम होने की संभावना है।
इक्रा के उपाध्यक्ष शुभम जैन ने कहा ‘अल्पावधि में कारोबार से जुड़े सभी पक्षों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि सरकार के इस कदम से उद्योग के कारोबार के तरीके में बड़ा बदलाव आएगा। तुरंत प्रभाव से मांग में और कमी आने की संभावना है जिससे कीमतें घटेंगी, विशेषकर लग्जरी सिग्मेंट में।