लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज स्थित बर्लिंग्टन चौराहे के पास गुरुवार रात करीब पौने दस बजे बेकाबू सिटी बस ने अर्टिगा कारए एक्टिवा, साइकिल में ठोकर मारने के साथ ही राहगीरों को भी उड़ा दिया। हादसे में अधेड़ समेत दो युवकों की मौत हो गयीए जबकि मां.बेटी समेत पांच लोग घायल हो गये। भीषण हादसा देख लोग मदद के लिए दौड़े। भीड़ को आता देख चालक व परिचालक बस से कूदकर भाग निकले। नाराज भीड़ ने बस में तोडफ़ोड़ करने की कोशिश की लेकिन एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्राए सीओ कैसरबागए सीओ हजरतगंज समेत चार थानों की पुलिस व पीएसी ने स्थिति को संभाला। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया हैए जहां एक व्यक्ति की हालत नाजुक बनी हुई है।
छितवापुर पजावा स्थित पीसीएफ बिल्डिंग के पीछे रहने वाली सुबोधनी द्विवेदी यूपी कोऑपरेटिव बैंक में मैनेजर हैं। उनकी बेटी गौरी 17 निजी स्कूल में कक्षा-11 की छात्रा है। गुरुवार रात करीब पौने दस बजे मां.बेटी एक्टिवा से कुछ सामान लेकर वापस घर आ रही थी।
जैसे ही वह बर्लिंग्टन चौराहे पर पहुंचीए तभी गोमतीनगर डिपो की 12 नम्बर महानगर बस ने पहले एरटिंगा कार फिर एक्टिवा व सड़क पर मौजूद तीन अन्य राहगीरों को टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि राहगीर व आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। चींख.पुकार की आवाज के बीच चालक बस छोड़कर भाग निकला। नाराज लोगों ने बस में तोडफ़ोड़ करने की कोशिश करते हुए बवाल काटना शुरू कर दिया।
कंट्रोल रूम पर सूचना मिलते ही एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्राए सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रए सीओ कैसरबाग अमित कुमार राय चार थानों की पुलिस व पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने एम्बुलेंस को मौके पर बुलाया। एम्बुलेंस की मदद से आनन-फानन में खून से लथपथ कार में फंसे 26 वर्षीय शोभित निवासी गोला गोकरनाथ लखीमपुर खीरी, हामिद हुसैन 54 निवासी घसियारी मण्डी कैसरबाग, सुबोधनी, गौरी, दुर्गा प्रसाद व दो अन्य घायलों को सिविल अस्पताल व बलरामपुर अस्पताल भेजा।
बलरामपुर अस्पताल में लाए गये शोभित व ट्रामा सेंटर भेजे गये हामिद हुसैन वारसी की मौत हो गयी। गंभीर रूप से घायल सुबोधनी गौरी व दुर्गा प्रसाद को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। उधर घटनास्थल पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को वहां से खदेड़ा। पुलिस ने ट्रैफिक पुलिस लाइन से क्रेन मंगवाकर बस और कार को किनारे लगवाया। बताया जा रहा है कि हामिद हुसैन वीवीआईपी गेस्ट हाउस में काम करता है। हादसे से पहले वह साइकिल से जा रहा था।
परिजनों का कहना है कि हादसे में सुबोधनी का पैर व बेटी गौरी का हाथ फ्रैक्चर हुआ है। सुबोधनी के शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटें आयी हैं। एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा का कहना है कि हादसे की वजह अभी साफ नहीं है। चालक नशे में था या ब्रोक फेल हुआ था। यह चालक के पकड़े जाने व बस का टेक्नीकल मुआयना होने के बाद भी साफ होगा। फिलहाल शुरुआती पड़ताल में लग रहा है कि हजरतगंज की ओर से आ रही बस ने अर्टिगा कार में बांयी ओर से टक्कर मारी और उसके बाद अन्य वाहनों व लोगों को। प्राथमिक जांच से यह साफ है कि हादसा बस का ब्रोक फेल होने की वजह से ही हुआ है।
जान बचाने के लिए बस से कूदकर भागी सवारियां
इस भीषण हादसे के बाद चींख.पुकार की आवाज सुनकर बस का चालक व परिचालक कूदकर भाग निकले। यह देख बस में बैठी सवारियां भी आनन.फानन में जान बचाने के लिए भागने लगी। जल्दबाजी में दो महिलाएं गिरकर मामूली रूप से चोटिल हो गयी। लोगों ने उन्हें संभाला और सड़क किनारे कुर्सी पर बैठा दिया। घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि कार में सवार लोग ज्वाला होटल में खाना खा रहे थे। तभी तेज आवाज होने पर जब लोग बाहर निकले तो उनके होश उड़ गये। घायलों की चींख व दर्द सुनकर वे मदद में लग गये।