हिंदू धर्म के कैलेंडर के हिसाब से देखें तो फाल्गुन मास हिंदू धर्म का अंतिम माह है। इस दिन से हिंदू कैलेंडर या कहें तो पंचांग खत्म हो जाता है। इसके बाद नया वर्ष शुरू होता है। इसे नवसंवत्सर कहते हैं। चैत्र माह हिंदू धर्म का पहला माह होता है। इस माह से पंचांग बदल जाता है। हिंदू धर्म में नया वर्ष काफी खास होता है। इस माह में ही नवरात्र पड़ते हैं। इसके बाद कोई खास त्योहार नहीं पड़ता है। आइए जानते हैं इस खास त्योहार के बारे में।

नवसंवत्सर होता है खास
हिंदू धर्म के कैलेंडर के हिसाब से देखें तो चैत्र माह से ही नव वर्ष की शुरुआत होती है। यही वह माह होता है जब हिंदू धर्म के अनुसार नया साल शुरू होता है। इस नए साल को अलग-अलग तरीके से लोग मनाते हैं। नवसंवत्सर में मौसम भी अलग छटा बिखेरना शुरू करता है। इस मौसम में पतझड़ के बाद नए कोपल उगते हैं पेड़ों में। चित्रा नक्षत्र के कारण ही इस महीने का नाम चैत्र के नाम पर हुआ है। कहते हैं कि ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना भी इसी दिन की थी।
क्या करना इस माह शुभ
इस माह में सूर्य की उपासना करना अच्छा है। इससे तमाम कष्ट दूर होते हैं। सूर्य की पूजा इस माह करनी चाहिए। भगवान विष्णु की पूजा करना भी इस माह काफी शुभ मानी जाती है। ऐसे में माता लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। चैत्र माह ही में नवरात्र पड़ते हैं। यह नवरात्र भी काफी शुभ माने जाते हैं। इस बार यह दो अप्रैल से शुरू होंगे। चैत्र मास में नीम की पत्तियों का उपयोग नहाने के लिए कर सकते हैं। चना खाना भी अच्छा माना जाता है। मौसमी फलों का सेवन करना अच्छा होता है लेकिन यह इस मौसम में ही आने वाले होने चाहिए।
GB Singh
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