लखनऊ: यूपी के मेरठ में डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अमन.चैन का माहौल कायम रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शांति व्यवस्था भंग करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों तथा पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि जिलों में स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा के संबंध में पूरी सतर्कता बरतें। मेरठ की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे तत्वों को चिह्नित कर सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गृह विभाग की ओर से भी सभी जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों को निर्देश भेजकर महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा के संबंध में एहतियात बरतने को कहा गया है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा के लिए सख्त हो गए हैं।
गुरुवार को उन्होंने प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। कप्तानों को आदेश दिया गया है कि महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। बीट दरोगा और सिपाही इलाके की मूर्तियों का निरीक्षण कर जीडी में एंट्री करें। बता दें कि मेरठ के मवाना क्षेत्र में मंगलवार रात कुछ लोगों ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी थी।
क्षेत्र में तनाव फैलता देख पुलिस ने दूसरी मूर्ति लगवाई। मूर्ति तोड़े जाने का पहला सिलसिला त्रिपुरा से सामने आया था। यहां लेनिन की मूर्ति को बुलडोजर से ढहा दिया गया था। इसके बाद तमिलनाडु में हथौड़े की मदद से पेरियार की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई।
उसके बाद दक्षिण कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर काली स्याही फेंके जाने की घटना सामने आई थी। फिर केरल के कन्नूर क्षेत्र में थालीपराम्बा में महात्मा गांधी की मूर्ति पर अज्ञात लोगों ने हमला कर मूर्ति के चश्मे को तोड़ दिया था। वहींए तमिलनाडु के चेन्नई के तिरुवोत्तियोर में अज्ञात लोगों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पेंट पोत दिया गया था।