सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि थाने अपराध और अन्याय के अड्डे बन गए हैं। मित्र-पुलिस के कारनामे डरावने हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सत्ता के संरक्षण में गुंडाराज व्यवस्था लागू है।
मुख्यमंत्री का एंटी रोमियो दल तो कहीं दिखता नहीं, बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। अखिलेश ने बयान जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की प्रशासन तंत्र पर पकड़ लगातार ढीली होने से वर्दीधारी खुद दरिंदे बन रहे हैं। नारी शक्ति से अपराध, अत्याचार करने वालों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलते हैं।
शहर से देहात तक बेटियों का जीना दूभर हो गया है। प्रदेश में अपराध सरेआम हो रहे हैं। फतेहपुर में दुष्कर्म के एक दिन बाद पीडि़त दलित लड़की ने आत्महत्या कर ली। शाहजहांपुर में हिस्ट्रीशीटर ने फल विक्रेता को गोली मारकर हत्या कर दी। मेरठ में अपहरण के बाद किशोर की हत्या कर दी गई।
राजधानी लखनऊ के माल क्षेत्र से लापता बच्चे का 20 दिन बाद भी सुराग नहीं मिला। भाजपा का यही इतिहास रहा है कि वह अपराधी तत्वों को सत्ता का संरक्षण देकर पालती है। सर्वाधिक विधायक अपराधी भाजपा के ही हैं।
बता दें कि इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ललितपुर में किशोरी से थाने में दुष्कर्म के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा था। इस घटना के जरिए उन्होंने पुलिस की ओर से चल रही कार्रवाई पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।
बुधवार को ललितपुर में पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद झांसी में गुरुवार को उन्होंने योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि ललितपुर की घटना ने हमें शर्मिंदा किया है। रक्षा करने वाली पुलिस भक्षक बन गई।