समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लडेंगे. उनके पास दो तीन सीटों का विकल्प है लेकिन अभी उन्होंने सीट तय नहीं की है. अखिलेश ने चुनाव लड़ने का मन बनाया है. आज़मगढ़, मैनपुरी और इटावा समेत कई ज़िलों से समाजवादी पार्टी के लोग उनसे चुनाव लड़ने की अपील कर चुके हैं.
अखिलेश यादव पहली बार राज्य में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने इससे पहले कहा था कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे और राज्य में हर सीट पर अपना ध्यान फोकस करेंगे. इधर, बीजेपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विधानसभा चुनाव में उतारा है. उन्हें पूर्वी यूपी को गोरखपुर सदर सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है. ऐसे में सपा अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर विधानसभा का चुनाव लड़ने का दबाव हो सकता है.
मोहसिन रजा बोले- भरे मन से चुनाव लड़ने जा रहे अखिलेश
इधर, अखिलेश के विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर यूपी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि वो(अखिलेश यादव) मन से चुनाव तो नहीं लड़ने जा रहें बल्कि वो भरे मन से चुनाव लड़ने जा रहे हैं क्योंकि BJP ने CM योगी जी और उपमुख्यमंत्री केशव जी को चुनाव लड़ाने की बात की तो इसे लेकर उनके पार्टी के सदस्य ने जरूर सवाल किया होगा कि आप क्यों नहीं चुनाव लड़ेंगे?. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वो चुनाव लड़ना पसंद करते हैं क्योंकि मैदान में जाने वाले लोग हमेशा मैदान में दिखते हैं.
इधर, केंद्रीय चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी को शुक्रवार को लखनऊ में सपा कार्यालय में एक बड़ी सार्वजनिक सभा करने और कोविड प्रोटोकाल/चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के उल्लंघन के मामले में दोषी पाया है. हालांकि कोई कड़ी कार्यवाही न करते हुए अभी चेतावनी देते हुए कहा कि यह सपा का ये पहला उल्लंघन था. ऐसे में पार्टी भविष्य में और अधिक सावधान रहे और चुनाव के दौरान सभी मौजूदा मानदंडों और दिशा-निर्देशों का पालन करे.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है. 10 मार्च से वोटिंग शुरू होगी. राज्य में दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को, तीसरे चरण की वोटिंग 20 फरवरी को, चौथे चरण की वोटिंग 23 फरवरी को, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को, छठे चरण की वोटिंग 3 मार्च को और सातवें और आखिरी चरण के लिए 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे.