आपने शायद अभी तक सभी तरह के इंश्योरेंस के बारे में सुना होगा लेकिन बच्चों से जुड़े इंश्योरेंस के बारे में कम सुना होगा। दरअसल, बच्चों से जुड़ा इंश्योरेंस प्लान कोई खास तरह का इंश्योरेंस प्लान नहीं होता है बल्कि यह एक तरह का सेविंग यानी बचत से जुड़ी योजना ही होती है। इसमें आपको निवेश करना होता है ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे और उनको किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना बचपन से लेकर आगे तक न करना पड़े। बाजार में इनको लेकर काफी योजनाएं भी चल रही हैं। आइए जानते हैं क्या है ये-
क्या है बच्चों से जुड़ा निवेश
इसको आप इस तरह से समझ सकते हैं कि यह चाइल्ड प्लान लाइफ इंश्योरेंस या एक तरह से बच्चों की बचत योजना कह सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप बच्चों के लिए उनका भविष्य सुरक्षित कर रहे हैं। इसमें बचत करने से बच्चों के लिए आगे चलकर काफी पैसा निवेश हो सकता है जिसमें आप चाहे तो उनकी पढ़ाई, शादी या फिर उनके लिए किसी व्यापार में भी खर्च कर सकते हैं। साथ ही प्लान यह भी तय करता है कि अभिभावकों के बाद बच्चों की देखरेख और उनके लिए सारा इंतजाम पहले से तय हो। किसी प्रकार की समस्या का सामना बच्चों को न करना पड़े। चाइल्ड प्लान न केवल बच्चों के भविष्य उज्जवल बनाता है बल्कि उनके लिए आगे के रास्ते भी खोलता है। इस तरह के प्लान के रिटर्न को आप अलग-अलग चरणों में बांट सकते हैं।
बच्चों से जुड़ी योजना की विशेष बात
बच्चों के निवेश से जुड़ी योजनाओं की कुछ खासियतें भी हैं जो इन्हें और आकर्षक बनाती हैं। सबसे जरूरी चीज जो आज के समय में हर निवेश और इंश्योरेंस पॉलिसी में दिखती है वह है लाइफ कवर देना। अगर इस तरह के निवेश में पॉलिसी धारक की अचानक से मौत हो जाती है तो प्रीमियम वेवर का फायदा देता है। इसमें आपको टैक्स का भी लाभ मिलेगा और अचानक से अगर पैसे की जरूरत पड़ती है तो आपको कर्ज भी दिया जा सकता है। बच्चों से जुड़े प्लान में बचत और बोनस का लाभ भी मिलता है। जानकारी के मुताबिक, आप अन्य प्लान की तरह तो नहीं लेकिन कुछ विशेष प्लान की तरह इसमें एक समय बाद राशि का उपयोग कर सकते हैं। प्लान से जुड़ी ये चीजें आपको पहले ही बता दी जाती हैं।
क्या आप लेने जा रहे हैं कोई प्लान
बच्चों से जुड़ा कोई प्लान लेने की आपने कोई योजना बना ली है तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा। सबसे पहली बात है कि आप बच्चों का प्लान जितनी जल्दी हो सके लेना चाहिए क्योंकि देर करने पर उससे जुड़े बेनिफिट भी कम होते चले जाते हैं। बच्चों की योजना में निवेश करते समय हम समय पहले उनकी शिक्षा पर ही फोकस करते हैं क्योंकि इसके बाद ही आगे की कुछ योजनाएं बनती हैं। तो प्लान लेने से उनकी शिक्षा से जुड़Þे खर्च पर विचार करें और देखें कि आगे कि पढ़ाई में क्या बदलाव हो रहे हैं और यह कितना खर्च ले सकता है। साथ ही आप बच्चों की शिक्षा से जुड़ा कोई प्लान ले सकते हैं और उसमें चाइल्ड कवर बेनिफिट भी शामिल होना चाहिए। उसी से आप भविष्य के प्रति निश्चिंत रह सकते हैं।
–GB Singh