अमृतसर: पंजाब और रेलवे पुलिस ने शनिवार को अमृतसर रेल हादसे में 61 लोगों को कुचलने वाली ट्रेन के चालक को हिरासत में ले लिया है। पंजाब पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डीएमयू यानि डीजल मल्टीपल यूनिट के ड्राइवर को लुधियाना रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया और शुक्रवार रात को हुई इस घटना के संदर्भ में पूछताछ की गई।]

सूत्रों ने बताया कि ड्राइवर का कहना है कि उसने ग्रीन सिग्नल दिया था और रास्ता साफ था लेकिन उसे कोई अंदाजा नहीं था कि बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं। इस दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आयोजक अंडरग्राउंड हो गए हैं। रेलवे अधिकारी इस संदर्भ में जानकारियां जुटा रहे हैं।
केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने शुक्रवार रात घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां और नई दिल्ली का रेल प्रशासन खुद का बचाव करता आया कि उन्हें इस स्थान पर दशहरे के कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। स्थानीय पुलिस ने लोगों को इस व्यस्त रेलवे ट्रैक पर आने से नहीं रोका।
जालंधर.अमृतसर डीएमयू के ड्राइवर ने भीषण हादसे के बाद अगले स्टेशन पर स्टेशन मास्टर को हादसे की जानकारी दी थी। रेल अधिकारियों का कहना है कि लोको पायलट को जब आभास हुआ कि कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए हैं तो उसने तत्काल इस जानकारी अमृतसर स्टेशन मास्टर को दी। अधिकारी ने बताया कि हादसे के कारण को सुनिश्चित करने के लिए ड्राइवर का बयान दर्ज किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद जालंधर.अमृतसर ;पठानकोट सहित रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है। शुक्रवार शाम करीब 700 लोग ग्राउंड पर रावण दहन कार्यक्रम के लिए मौजूद थे। करीब 10 से 15 सेकंड में ट्रेन के गुजरने के बाद चीख.पुकार मच गई। ज्यादातर लोगों को ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी क्यों कि उस समय पटाखों का शोर था।
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