घर सजाना किसे अच्छा नहीं लगता है। मगर कर्इ बार हम अनजाने में कुछ ऐसी चीजें घर में सजा देते हैं, जिसके वास्तु के अनुसार बहुत गहरे मतलब होते हैं। यह चीजें वास्तु के मुताबिक रखी जाती हैं तो बहुत शुभ फल देती हैं, अन्यथा कष्टकारी हो जाती हैं। कुछ लोगों को अपने घरों में मूर्तियां लगाने का बहुत शौक होता है, जैसे सिंह, हाथी, ऊंट, कछुआ, गाय और बछड़े की प्रतिमा, मछली या तोता। यह सभी प्रतिमाएं जाहिर है देखने में सुंदर लगती हैं और आप झट खरीद लेते हैं। घर लाकर उन्हें मनचाहे स्थान पर लगा भी देते हैं। मगर कर्इ बार उनके साथ कुछ अजीब बातें जुड़ जाती हैं, या कुछ बहुत अच्छा हो जाता है और आप कहते हैं कि फलां चीज हमारे लिए लकी या अनलकी है। दरअसल चीजे लकी या अनलकी नहीं होती हैं, बल्कि उनके रखने का स्थान उन्हें लकी या अनलकी बना देता है। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ बातों के बारे में :
जानें पीतल की सिंह की मूर्ति का असर
पीतल की शेर की प्रतिमा घर को सुंदर बनाने के साथ ही व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास की कमी को भी दूर कर देती है। पीतल की बनी प्रतिमा को घर की पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे घर में रहने वालों में छिपी हीन भावना समाप्त हो जाती है।
कछुआ की मूर्ति
कछुआ की प्रतिमा की फेंगशुर्इ में बहुत मान्यता है। इसके मुताबिक कछुआ की मूर्ति को पूर्व या उत्तर दिशा में रखना अच्छा रहता है। ऐसा करने से घर में तरक्की और धन-समृद्धि बढ़ती है। मगर ध्यान रहे मूर्ति धातु की होनी चाहिए लकड़ी की नहीं।
हाथी की मूर्ति
वास्तु के अनुसार घर में हाथी की पीतल या चांदी की प्रतिमा रख सकते हैं। हाथी ऐश्वर्य का प्रतीक होता है। चांदी का हाथी जहां अष्टम या द्वादश भाव के राहु का उपाय होता है, वहीं बेडरूम में पीतल का हाथी पति-पत्नी के बीच मतभेद को खत्म कर देता है।
गाय और बछड़े की मूर्ति
घर में गाय और बछड़े की मूर्ति दरअसल कामधेनु की प्रतिमा होती है। यह मूर्ति संतान प्राप्ति का संकेत होने के साथ ही पढ़ाई में एकाग्रता के लिए भी इसे रखा जाता है। यह मूर्ति मानसिक शांति भी प्रदान करती है। इस प्रतिमा को फेंगशुर्इ में भी अच्छा माना गया है।
ऊंट के जोड़े की मूर्ति
ऊंट को कठिन परिश्रम का संकेत माना जाता है। इसके प्रभाव से करियर में तरक्की के रास्ते खुलते हैं और मन स्थिर रहता है। परिवार का माहौल भी सौहार्द्रपूर्ण बना रहता है। ऊंट के जोड़े की मूर्ति को लिविंग रूम या ड्रॉइंग रूम में उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना अच्छा रहता है।
अपराजिता श्रीवास्तव