विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। अरुण पाठक पर नौकरी दिलाने के नाम पर 4.50 लाख रुपये लेने के मामले में भेलुपुर थाने में केस दर्ज किया गया है।
विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। अरुण पाठक पर नौकरी दिलाने के नाम पर 4.50 लाख रुपये लेने के मामले में भेलुपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि छात्र कौस्तुभ त्रिपाठी की तहरीर पर धोखाधड़ी और धमकी का केस दर्ज किया गया है। नेपाली युवक का सिर मुंडवाकर जयश्रीराम का नारा लगाने के बाद अरुण पाठक चर्चा में आया था। पिछले दिनों महामंडलेश्वर हिमांगी ने भी अरुण पाठक पर छेड़छाड़ और धमकी देने समेत कई आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था।
अब केस दर्ज कराने वाले छात्र कौस्तुभ त्रिपाठी का आरोप है कि बीएचयू में स्नातक की पढ़ाई के दौरान काम की तलाश में अरुण पाठक से मुलाकात हुई। अरुण पाठक ने अपने यहां पार्ट टाइम पर पंद्रह हजार रुपये महीने पर रख लिया। दो साल तक कोई वेतन नहीं दिया। करीब तीन लाख रुपये बकाया हो गया।
इस बीच 2017 में अरुण पाठक ने ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती में नौकरी लगवाने के लिए फार्म भरवाया। इसके एवज में चार लाख रुपये में बात करने को कहा। अपने पास बकाया वेतन के पैसे के अलावा और पैसा की मांग करने लगा। पीड़ित ने अपने पिता से पढ़ाई के नाम पर एक लाख तीन हजार रुपये लेकर दिया।
पैसा लेने के बाद भर्ती निरस्त होना बताया। तत्कालीन रेल मंत्री मनोज सिन्हा से बात कर रेलवे में नौकरी का झांसा भी दिया। पैसा लेने के बाद अरुण पाठक धमकी देने लगा। पहले भी पुलिस में शिकायत की थी लेकिन मुकदमा नहीं दर्ज किया जा रहा था। अब कई मामलों में अरुण पाठक पर केस और गिरफ्तारी के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है।