जकार्ता: टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन कर यहां जारी 18वें एशियाई खेलों में छठे दिन शुक्रवार को भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। बोपन्ना और शरण की जोड़ी ने पुरुष युगल वर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
भारतीय जोड़ी ने खिताबी मुकाबले में कजाकिस्तान की एलेक्जेंडर बुबलिक और डेनिस येवसेव की जोड़ी को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात देकर जीत हासिल की। यह भारत की झोली में छठे दिन गिरा दूसरा स्वर्ण पदक है। भारत के पास अब कुल छह स्वर्ण पदक हो गए हैं। बता दें कि इन दोनों की जोड़ी ने खेलों के पांचवें दिन गुरुवार को पुरुष यगुल वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर लिया। वहीं गुणास्वेरन प्रजनेश ने पुरुष एकल वर्ग के सेमी फाइनल में जगह बना अपना भी पदक पक्का कर लिया था।
वहीं महिला एकल वर्ग में अंकिता को कांस्य पदक हासिल हुआ था। अंकिता सेमी फाइनल में पहुंची थी लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाईं इसलिए उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। बोपन्ना और अंकिता अपनी सफलता को हालांकि मिश्रित युगल में दोहरा नहीं पाए और मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गए थे। बता दें कि बोपन्ना- शरण ने तीन सेटों तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में जापान के काइतो युसूगी और एस शिमाबुकूरो की जोड़ी को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया था।
जापान की जोड़ी ने मैच की शानदार शुरुआत की और पहले सेट को 6- 4 से अपने नाम किया। बोपन्ना- शरण ने दूसरे सेट में शानदार वापसी करते हुए 6-3 से जीत दर्ज की। तीसरे और निर्णायक टाई ब्रेकर सेट में भी दोनों जोडिय़ों के बीच कड़ी टक्कर हुई जहां भारतीय खिलाडिय़ों ने 10-8 से बाजी मार। प्रजनेश को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी।
प्रजनेश ने एक बेहद कड़े मैराथन मुकाबले में दक्षिण कोरिया के सूनवू कवोन को मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसी के साथ प्रजनेश का कम से कम कांस्य पदक पक्का हो गया है। प्रजनेश ने दूसरे क्वार्टर फाइनल में सूनवू को 6-2,7ए 6 (2)-7, 6-4, 7-6 (8) से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। यह मैच तीन घंटे 35 मिनट तक चला। मुकाबला इतना दमदार रहा कि कोरियाई खिलाड़ी को पहला सेट जीतने में एक घंटे 14 मिनट का समय लगा।
दूसरे सेट को भारतीय खिलाड़ी ने 6-4 से जीता। तीसरा सेट टाई ब्रेकर था जहां दोनों खिलाडिय़ों को चोट भी लगी और तकलीफ भी हुई। इस सेट में बारिश ने भी दखल दिया और इसी वजह से मैच पूरा होने में देरी हुई। सेमीफाइनल में अगर प्रजनेश हार भी जाते हैं तो वह कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रहेंगेण् महिला एकल वर्ग में अंकिता को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ाण् चीन की शुआई जैंग ने गुरुवार को हुए अंतिम-4 के मुकाबले में अंकिता को 6-4, 7-6 से परास्त किया।