भाद्रपद का महीना चल रहा है और तमाम उत्सव की झड़ी लग गई है। सावन में महादेव की पूजा के बाद जन्माष्टमी हो चुकी है। अब बारी है गणपति बप्पा को घर लाने की। गणेश चतुर्थी उत्सव भी इसी महीने शुरू हो रहा है। 11 दिवसीय उत्सव कई जगह पर एक, दो, तीन, पांच, सात, नौ दिन का भी मनाया जाता है। इस बार उत्सव काफी शुभ योग में पड़ रहा है। आइए जानते हैं।
शुभ योग में आगमन
गणपति बप्पा को लोग खुशी-खुशी घर लेकर आते हैं। इस साल यह उत्सव 31 अगस्त को शुरू होगा और इसके साथ ही घर-घर में लोग गणपति की प्रतिमा को लेकर आएंगे। भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन इनकी स्थापना घर पर होगी। दस दिन तक घर में रहने के बाद ये अपने लोक वापस जाएंगे और लोग उनको विदाई देंगे। इस बार जो सबसे शुभ दिन है वह बुधवार है और यह काफी अच्छा माना जा रहा है। चतुर्थी तिथि 31 अगस्त को दोपहर साढ़े तीन बजे तक रहेगी इसलिए स्थापना उदया तिथि के अनुसार 31 को है।
दस दिन चलेगा उत्सव
गणपति का उत्सव 10 दिन तक चलेगा। लोग अपने घरों को सजाएंगे। महाराष्ट्र में इसकी तैयारी अभी से दिख रही है। वहां कालोनियों में प्रतियोगिता भी होती है। घरों को भी लोग हरसाल अलग-अलग ढंग से सजाते हैं। 31 अगस्त को आने के बाद बप्पा 9 सितंबर को लौटेंगे। इस दिन अनंत चतुदर्शी होती है। इसके बाद ही पितृपक्ष शुरू हो जाएंगे।
GB Singh