कजरी तीज का त्योहार सुहागिन महिलाएं मनाती हैं। वैसे तो तीज सावन के महीने से शुरू होकर भाद्रपद तक चलता है। दोनों ही महीनों में तीन तरह की तीज मनाई जाती है। इनमें एक हरियाली तीज और कजरी तीज के अलावा हरितालिका तीज भी है। भाद्र पद में मनाई जाने वाली तीज को कजरी तीज कहते हैं। यह सुहागिन महिलाएं मनाती हैं और व्रत करती हैं। इस बार कजरी तीज शुभ योग में मनाई जाएगी। आइए जानते हैं।
शुभ योग में करें पूजा
भाद्रपद की शुरूआत हो चुकी है। यह 12 अगस्त से शुरू हुआ है। इस बार कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाया जाएगा। तृतीया तिथि होने के कारण इसे तीज कहते हैं। इसमें महिलाएं सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत करती हैं। इस बार यह 14 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन महिलाएं पूरा दिन निर्जला उपवास करेंगी और शााम को पूजा करेंगी। बता रहे हैं कि इस बार काफी शुभ योग पड़ रहा है कजरी तीज पर।
किस मुहूर्त में पूजा करना शुभ
तृतीया तिथि वैसे तो 13 अगस्त को रात में 12 बजकर 53 मिनट पर लग जाएगी और यह 14 अगस्त को रात में 10 बकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार हिंदू धर्म पूजा करेगा। यह उदयातिथि 14 अगस्त को होगी। ज्योतिषशास्त्र की मानें तो तीज सुकर्मा योग और सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ेगा। सुकर्मा योग सुबह से रात में डेढ़ बजे तक है। सर्वार्थ सिद्धि योग रात में करीब 10 बजे से 15 अगस्त को सुबह 5:50 तक है। दोनों ही योग में पूजा करना अच्छा है। वैसे तीज का मुहूर्त 14 को सुबह 11:59 से दोपहर 12:52 तक है।
GB Singh
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