गणेश को शुभ संयोग में रात दस बजे तक करें स्थापित, मंगल होगा

         गौरी नंदन गणेश शुक्रवार को सभी घरों और मंदिरों में अपने दर्शन के लिए आ जाएंगे। गणेश चतुर्थी में गणेश का स्वागत न केवल लोग खूबसूरत पंडाल और घर के मंदिर को सजा कर करेंगे बल्कि घरों को भी सजाएंगे और अच्छे पकवान बनाकर गणेश को भोग लगाएंगे। शुक्रवार को दिन से लेकर रात 10 बजे तक गणेश को स्थापित करने का मुहूर्त बताया जा रहा है। वैसे तो रात में गणेश स्थापना नहीं होती लेकिन इस बार का मुहूर्त में यह संभव है। इस काफी अच्छा संयोग भी है। आइए जानते हैं। 

शुभ संयोग और स्थापना का मुहूर्त
गणेश की स्थापना के लिए शुभ समय दोपहर को 12 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा। यह रात में 10 बजे तक पूरी तरह अनुकूल है। वहीं दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से दोपहर में एक बजकर 50 मिनट और शाम को 5 बजे से लेकर 6 बजकर 30 मिनट तक विशेष मुहूर्त है। इस समय स्थापना करना भी विशेष फलदायी होगा। जानकारी के मुताबिक इस साल गणेश चतुर्थी पर शुभ संयोग भी बन रहे हैं। 10 सितंबर को बुध और मंगल कन्या राशि में युति करने और शुक्र व चंद्रमा की युति तुला राशि में होने से यह काफी मंगल देने वाला है। बताया जाता है कि तुला राशि शुक्र की राशि है और शुक्र चंद्रमा को महिला प्रधान मानते हैं। इसलिए महिलाओं के लिए भी यह शुभ माना जा रहा है। इस दिन सूर्य और शनिनअपनी राशियों में होंगे जिससे समाज में शुभ होने का संकेत लगाया जा रहा है।

कैसे करें पूजा
सबसे पहले गणपति को घर लाएं और उनका प्रवेश कराएं। फिर चौकी में लाल कपड़ा बिछाकर उनकी मूर्ति या फोटो को उसपर विराजित करें। फिर गंगाजल छिड़के और गणेश जी का आह्वान करें। उनको फूल, सिंदूर, जनेऊ, दूर्वा घास चढ़ाएं और मंत्रों को पढ़ें। भगवान को भोग लगाएं। इसमें आप उनको मोदक, लड्डू, नारियल के लड्डू का भोग लगा सकते हैं वह उनको बहुत प्रिय है। गणेश चालीसा का पाठ करें और आरती करें। पूजा में नीले या काले वस्त्र नहीं पीले अथवा लाल रंग के पकड़े पहने। इससे गणपति प्रसन्न होते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन न करें इससे झूठ का आरोप लगता है। इसके पीछे भी एक कथा है। अगर आपने गलती से चंद्र देख लिया है तो पत्थर का टुकड़ा जमीन से उठाकर पीछे की ओर फेंक दें। आप रात नौ बजे तक चंद्र न देखें।

GB Singh

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