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अयोध्या में आज रामचंद्रदास परमहंस को श्रद्धांजलि देंगे सीएम योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में दो घंटे के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान यहां पर सुरक्षा चक्र काफी मजबूत कर दिया गया है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उदासीन आश्रम में बने आधुनिक गोशाला के उद्घाटन और मंदिर आंदोलन के पुरोधा राम चंद्रदास परमहंस की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित संत सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दो घंटे के प्रवास पर रामनगरी अयोध्या में रहेंगे। हेलीकाप्टर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 1:30 बजे फैजाबाद हवाई पट्टी पर पहुंचेंगे। इसके बाद पौने दो बजे रामचंद्रदास परमहंस की पीठ दिगंबर अखाड़ा पहुंचेंगे। यहां उनके लिए एक घंटे का समय आरक्षित है। इस दौरान वह मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष रामचंद्रदास परमहंस को 15वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देंगे। मुख्यमंत्री इसके बाद 3:00 बजे से 3:45 बजे तक रानोपाली के उदासीन ऋषि आश्रम में रहेंगे। यहां गोशाला का उद्घाटन एवं संत सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद 3:45 बजे वे वापस हवाई पट्टी से लखनऊ प्रस्थान करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, आ रहा परमहंस के सपने को साकार करने का समय यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यहां के दौरा ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा है और आज ही यहां राम मंदिर निर्माण का बिगुल फूंकने हजारों हिंदू महासभा के कार्यकर्ता भी पहुंचने वाले हैं। ऐसे में दोनों ओर से पुलिस को अपनी सुरक्षा पुख्ता करनी होगी। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने एलान किया है कि राम मंदिर के निर्माण के लिए आज हजारों कार्यकर्ता राम की पौड़ी से राम जन्मभूमि तक पैदल मार्च करेंगे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के काफिले को भी रोकने की कोशिश की जाएगी और उनसे भी यात्रा में शामिल होने का अनुरोध किया जाएगा। आज ही मणि पर्वत मेले की भी शुरुआत होगी। ऐसे मे दोनों कार्यक्रम पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन चुके हैं। पुलिस ने अभी से अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में दो घंटे के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान यहां पर सुरक्षा चक्र काफी मजबूत कर दिया गया है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उदासीन आश्रम में बने आधुनिक गोशाला के उद्घाटन और मंदिर आंदोलन के पुरोधा राम चंद्रदास परमहंस की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर …

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पत्‍‌नी की हत्या में आर्डनेंस कर्मी पर गहराया संदेह, केमिकल से धाए खून से सने हाथ!

बर्रा विश्वबैंक सी-ब्लॉक प्रेरणा विहार में पत्‍‌नी पुष्पा उर्फ सीमा की हथौड़ा मारकर हत्या के मामले में सभी साक्ष्य पति आर्डनेंस कर्मी संजय कुमार के खिलाफ मिले हैं। संजय के ससुरालीजन दामाद के सबसे छोटे भाई विजय उर्फ सोनू पर हत्या का शक जता रहे हैं। हिरासत मे पूछताछ में अब तक संजय ने कुछ भी नहीं कबूला है। फोरेंसिक टीम जुटाए सुबूतों पर काम कर रही है। पुलिस जल्द ही घटना का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है। वारदात की छानबीन में जुटी पुलिस को खोजी कुत्ते के संजय के इर्द गिर्द घूमने पर शक गहराया था। उसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बेंजोडाइन टेस्ट कराया था। इसमें संजय के बाएं हथेली, दाहिने हाथ के कलावे में बाइक के हैंडल, चाबी, बनियान, बाथरूम की फर्श समेत कपड़ों में खून लगा होने की पुष्टि हुई थी। फोरेंसिक एक्सपटरें की मानें तो टेस्ट के दौरान हाथ के पोर और लकीरों में ब्लड मिला है। इससे साफ जाहिर है कि संजय ने केमिकल से हाथ की सफाई की है। इस तरह से हाथ से खून के दाग मिटना बिना केमिकल यह संभव नहीं है। आर्डनेंस कर्मी की पत्नी की लूटपाट के बाद हत्या यह भी पढ़ें - - - - - - - - - - - - - संजय ने किसी से नहीं की फोन पर बात पुलिस के मुताबिक अब तक की छानबीन में संजय के 3-4 दिन से फोन पर बातचीत न करने की जानकारी हुई है। पुलिस सीडीआर खंगाल रही है। कानपुर में अवैध संबंधों के शक में कर दी पत्नी की हत्या यह भी पढ़ें - - - - - - - - - - - - - एक बजे आ जाता था ड्यूटी से संजय बीते 15 दिनों से दोपहर एक बजे ड्यूटी से घर आ जाता था। फैक्ट्री कर्मियों से हुई पूछताछ में इसकी पुष्टि हुई है। वैसे उसके दफ्तर का समय सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। छानबीन में उसके 1 बजे वहा से निकलने की कोई एंट्री दर्ज नहीं है। ------------------ टेक्निकल और शातिर दिमाग है संजय फूलबाग की किला फैक्ट्री में टेलरिंग का काम करने वाला संजय शातिर दिमाग होने के साथ टेक्निकल भी है। वह घर पर मोबाइल मरम्मत का काम भी करता है। पुलिस का मानना है कि उसने अपने मोबाइल से बैकअप और कुछ अहम सुराग भी नष्ट किये हैं। - - - - - - - - - - - - - पुष्पा के पास मिले 4 मोबाइल पूछताछ में संजय पुलिस को पत्‍‌नी के मोबाइल फोनों के बारे में सटीक जानकारी नहीं दे सका। पुलिस को घर से पुष्पा के 4 मोबाइल मिले हैं। पुलिस पुष्पा के मोबाइल फोन की जाच कर रही है। - - - - - - - - - - - - - - - - सीमा के नाम से है फेसबुक अकाउंट मामले के खुलासे में जुटी बर्रा पुलिस सुबूत जुटाने के लिए पुष्पा का फेसबुक अकाउंट और व्हाट्सएप खंगाला है। पुष्पा ने सीमा के नाम से फेसबुक अकाउंट बना रखा है

बर्रा विश्वबैंक सी-ब्लॉक प्रेरणा विहार में पत्‍‌नी पुष्पा उर्फ सीमा की हथौड़ा मारकर हत्या के मामले में सभी साक्ष्य पति आर्डनेंस कर्मी संजय कुमार के खिलाफ मिले हैं। संजय के ससुरालीजन दामाद के सबसे छोटे भाई विजय उर्फ सोनू पर हत्या का शक जता रहे हैं। हिरासत मे पूछताछ में …

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84 कोसी परिक्रमा के सभी पड़ाव पर धर्मशालाओं का होगा निर्माण : सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 84 कोसी परिक्रमा के सभी पड़ाव पर धर्मशालाओं का निर्माण कराया जाएगा, सड़कों का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में राष्ट्रीय एकाग्रता का संदेश होता है। वह मंगलवार को बस्ती के हर्रैया स्थित तपसी धाम में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अमर शहीदों की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय हवन यज्ञ के पहले दिन आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में अनेक तीर्थस्थल हैं। सभी जगहों से राष्ट्रीयता की प्रेरणा मिलती है। मठ-मंदिर में जाते हैं तो मन को सुकून और शाति मिलती है। वही राष्ट्रीय एकात्मकता का आधार भी है। राष्ट्र की अस्मिता और अखंडता पर जब भी संकट आया है तो धर्मस्थल खड़े हुए हैं। नदी और तालाब हमारी संस्कृति और जीवन रेखा है। अपने जीवन के इस आधार को हम खारिज कर रहे हैं। यह चिंताजनक है। जीवों पर गंभीर संकट है। नदी संस्कृति को सुरक्षि रखना सरकार, प्रशासन के अलावा नागिरकों की भी नैतिक जिम्मेदारी है। नदियों में गंदगी का प्रवाह करना, मरे हुए पशु डालना जीव व सृष्टि के लिए खतरनाक है। जीव सृष्टि को सुरक्षित करना है तो पहले हम पर्यावरण को संरक्षित करें। राम राज्य की परिकल्पना की पहली भूमि मखौड़ा धाम है। पर्यटन विभाग के माध्यम से इस स्थल का विकास प्रदेश सरकार कराएगी। इसके अलावा तपसी धाम के किनारे स्थित मनोरमा नदी को उद्भव स्थल से लेकर विलय स्थल तक स्वच्छ कराया जाएगा। तपसी धाम में 100 मीटर लंबा घाट बनेगा। धर्मशाला और बाउंड्रीवाल का निर्माण होगा। पूरब से लेकर पश्चिम तक हर किसी का विकास होगा: मुख्यमंत्री यह भी पढ़ें सीएम ने कहा कि सरकारें बहुत आईं और चली गईं पर पहली बार नरेंद्र मोदी की सरकार ने समाज के दबे कुचले, पिछड़े, दलित, गरीब, नौजवान, महिलाओं के बार में सोचा। तुष्टीकरण किसी का नहीं किया जा रहा है। सभी के हितों को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है। अकेले यूपी में एक साल के भीतर 13 लाख गरीबों को आवास मिला। एक करोड़ तीन लाख घरों को शौचालय दिया गया। 46 लाख घरों का विद्युतीकरण किया गया। प्रदेश में 7000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग था जिसे 11000 किलोमीटर किया गया। गरीबों को राशन, पेंशन, शिक्षा, चिकित्सा की सुविधा दी जा रही है। यूपी में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। हमारी सरकार भारतीय परंपरा को आगे बढ़ा रही है। पिछले साल अयोध्या में दीपावली पर दीपोत्सव मनाया गया था। इस बार यह आयोजन और भव्य होगा। 84 कोसी परिक्रमा के सभी पड़ाव पर धर्मशाला बनेंगे, सड़कों का निर्माण होगा। प्रदेश में प्लास्टिक की पन्नी पर पूरी तरह प्रतिबंध है। यह कदम पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से उठाया गया है। आम नागरिक भी प्लास्टिक का उपयोग कतई न करें। एक-एक नागरिक स्वतंत्रता दिवस पर पौधे लगाए। प्रदेश में नौ लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पूर्व सीएम का हेलीकाप्टर जैसे ही तपसी धाम पहुंचा विधायक और अधिकारियों ने अगवानी की। हर्रैया के विधायक अजय सिंह, कप्तानगंज विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ल, रुधौली के विधायक संजय जायसवाल, सदर विधायक दयाराम चौधरी, महादेवा के विधायक रवि सोनकर, डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, नौगढ़ के विधायक श्यामधनी राही, भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अजय सिंह गौतम, राजेंद्र नाथ तिवारी, चंद्रभूषण मिश्र, मंडलायुक्त अलका टंडन भटनागर, जिलाधिकारी डा. राजशेखर, डीआइजी डा. राकेश शकर, एसपी दिलीप कुमार सहित अन्य अधिकारियों व भाजना नेताओं ने स्वागत किया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 84 कोसी परिक्रमा के सभी पड़ाव पर धर्मशालाओं का निर्माण कराया जाएगा, सड़कों का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में राष्ट्रीय एकाग्रता का संदेश होता है। वह मंगलवार को बस्ती के हर्रैया स्थित तपसी धाम में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या …

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गरमा गरम जलेबियों से निकली आजादी की खुशबू, पूर्व महापौर दाऊजी की जुबानी उस सुबह की कहानी

वैसे तो आजादी के एक दिन पहले फिरंगियों के चंगुल से देश की आजादी का बिगुल बज गया था, लेकिन 15 अगस्त 1947 की सुबह का नजारा खास था। गुलामी की बेड़ियों से आजादी का जश्न दुकानों में गरमा गरम जलेबियों और मोतीचूर के लड्डुओं की खुशबू फिजां में आजादी की मिठास घोल रही थीं। घरों और हांथों में झंडा और आजादी के तराने हर ओर सुनाई दे रहे थे। आजादी की सुबह को देखने वाले पूर्व महापौर डॉ.दाऊजी गुप्ता ने कुछ ऐसी ही दास्तां बता कर आजादी के जश्न की यादें ताजा की, जो दैनिक जागरण आपको बता रहा है। मैं स्कूटर्स इंडिया नाम तो सुना ही होगा..43 साल तक सेवा देने वाले कंपनी की कहानी यह भी पढ़ें झंडा ऊंचा रहे हमारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा.. दाऊजी ने बताया कि 14 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि से ही घरों में उल्लास का माहौल था। मैं तो गणेशगंज में रहता था। मुहल्ले के लोगों के साथ प्रभातफेरी की तैयारी कर रहा था। 15 अगस्त की भोर के चार बजे थे। सभी अपने-अपने घरों से प्रभात फेरी के लिए निकल रहे थे। सूर्योदय के साथ सड़क पर ऐसी चहल-पहल शुरू हुई कि निकलने की जगह तक नहीं बची। एक दूसरे को गले लगा कर बधाई देने का क्रम भी चलता था। झंडा ऊंचा रहे हमारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा..गीतों से गुंजायमान वातावरण के बीच लोग भारत माता की जय के नारे भी लगा रहे थे। दुकानों पर गरमा-गरम जलेबियां निकल रही थीं तो दुकानदार भी फ्री में उन्हें बांट रहे थे। गणेशगंज के लोगों ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के लिए अपने घरों में रहने की व्यवस्था की थी। दोपहर हुई तो पता चला कि सभी को एक कक्षा आगे कर दिया गया था। मैं भी कक्षा पांच से कक्षा छह में कर दिया गया था। स्वतंत्रता की खुशी दो गुनी हो उठी थी। लग रहे थे भारत माता की जय के नारे : 15 अगस्त विशेष: कैसरबाग युद्ध में जनरल नील सहित मारे गए थे 722 सिपाही लिया मोर्चा यह भी पढ़ें जिस आजादी का इंतजार था, उसकी सुबह को देखने की बेकरारी को शब्दों में बयां करना मुश्किल था। दोपहर बाद तक सभी बाजार गुलजार हो चले थे। सभी जगह भारत माता की जय के नारे लग रहे थे। मैं भी लोगों को बधाई दे रहा था तो लोगों को घरों से निकालने की जिम्मेदारी भी मुझे दी गई थी। हर ओर मिठाइयां बंट रही थी तो दूसरी ओर महिलाओं के अंदर भी इस आजादी का एहसास नजर आ रहा था। कई दिनों तक आजादी की बाते आम हो चुकी थी। अंग्रेजी हुकूमत की प्रताड़ना का जिक्र करने से भी कोई बाज नहीं आ रहा था। आजादी के दिन पता चला कि स्कूल में छुट्टी हो गई। फिर क्या था, दोस्तों के साथ घर आया तो हर ओर झंडे लगे हुए थे। मैं भी घर निकल गया। आजादी की खुशी ऐसी थी बड़े भी बच्चों को नहीं रोक रहे थे। कोई लड्डू बांट रहा था तो कोई होटल पर गरमा-गरम चाय बनाकर उसे बांट रहा था। यह एक ऐसा दिन था जब सभी के अंदर देशभक्ति की भावना एक समान थी। सभी ने खोल दिए दरवाजे: आजादी के दिन पाकिस्तान और सिंध से आए शरणार्थियों को पनाह देने की उत्सुकता सभी ने नजर आई। सभी ने उनको अपने यहां रखने के लिए घरों के दरवाजे खोल दिए थे। उन्हें फिर आलमबाग के चंदरनगर इलाके में ठहराया गया। सभी अपने-अपने घरों से भोजन बनाकर लाते थे। अब तो सब देश के हो गए हैं। कोई शरणार्थी नहीं बचा। खास थी वह सुबह : 15 अगस्त 1947 की वह सुबह बहुत खास थी। जब राज्यपाल सरोजनी नायडू ने दिल्ली से आकर झंडा फहराया था। सुबह से ही विधानभवन रोड के आसपास लोगों का हुजूम था। हर कोई इस ऐतिहासिक पलों का गवाह बनना चाहता था। सात बजे के करीब सरोजनी नायडू चारबाग स्टेशन पहुंची, तो हजारों लोग पहले से ही उनके स्वागत में खड़े थे। स्टेशन से सीधे राजभवन पहुंची, फिर विधानभवन की ओर निकल पड़ी। जैसे ही घड़ी की सुई ने आठ बजाया राज्यपाल नायडू ने तिरंगा फहराया। हजारों लोग खुशी से तिरंगे को निहार रहे थे। अंग्रेजों से लम्बी लड़ाई के बाद मिली आजादी की खुशबू में हर कोई सराबोर हो उठने को बेकरार था। ढोल और नगाड़ों के बीच दुकानदारों ने लोगों को मिठाईयां बांटी। सिनेमाघरों में निश्शुल्क फिल्मी दिखाई गई। आजादी का जश्न मनाने को हर तरफ कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया गया।

वैसे तो आजादी के एक दिन पहले फिरंगियों के चंगुल से देश की आजादी का बिगुल बज गया था, लेकिन 15 अगस्त 1947 की सुबह का नजारा खास था। गुलामी की बेड़ियों से आजादी का जश्न दुकानों में गरमा गरम जलेबियों और मोतीचूर के लड्डुओं की खुशबू फिजां में आजादी …

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धार्मिक आयोजनों में होता है राष्ट्रीय एकाग्रता का संदेश : योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बस्ती के हर्रैया के तपसी धाम में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अमर शहीदों को नमन किया। यहां पर तीन दिवसीय हवन का आयोजन किया गया है। तपसी धाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा धार्मिक आयोजनों में राष्ट्रीय एकाग्रता का संदेश होता है। हर्रैया तहसील के कसैला गांव में आज तपसी धाम आश्रम में उन्होंने सबसे पहले तपसी सरकार की प्रतिमा पर माल्यार्पण पूजन-अर्चन किया। इसके बाद परिसर में पौधरोपण किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में अनेक तीर्थ स्थल हैं। सभी जगहों से राष्ट्रीयता की प्रेरणा मिलती है। हम जब भी मठ-मंदिर में जाते हैं तो मन को सुकून और शांति मिलती है। यह सभी स्थान राष्ट्रीय एकात्मकता का आधार भी है। राष्ट्र की अस्मिता और अखंडता पर जब भी संकट आया है तो धर्म स्थल खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि नदी और तालाब हमारी संस्कृति और जीवन रेखा है। अपने जीवन के इ स आधार को हम खारिज कर रहे हैं। यह चिंता जनक है। जीवों पर गंभीर संकट है। नदी संस्कृति को सुरक्षि रखना सरकार, प्रशासन के अलावा नागिरकों की भी नैतिक जिम्मेदारी है। नदियों में गंदगी का प्रवाह करना, मरे हुए पशु डालना जीव व सृष्टि के लिए खतरनाक है। जीव सृष्टि को सुरक्षित करना है तो पहले हम प्रर्यावरण को संरक्षित करें। रामराज्य की परिकल्पना की पहली भूमि मखौड़ा धाम है। बस्ती में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन आज, तैयारियां पूरी यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन विभाग के माध्यम से इस स्थल का विकास कराएगी। इसके अलावा तपसी धाम के किनारे मनोरमा नदी को उद्भव स्थल से लेकर विलय स्थल तक स्वच्छ कराया जाएगा। तपसी धाम में अब सौ मीटर लंबा घाट बनेगा। धर्मशाला और बाउंड्रीवाल का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि सरकारें बहुत आई और चली गई पर पहली बार नरेंद्र मोदी की सरकार ने समाज के दबे कुचले, पिछड़े, दलित, गरीब, नौजवान, महिलाओं के बार में सोचा। तुष्टीकरण किसी का नहीं किया जा रहा है। सभी के हितों को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है। अकेले यूपी में एक साल के भीतर 13 लाख गरीबों को आवास मिला। एक करोड़ तीन लाख घरों को शौचालय दिया गया। 46 लाख घरों का विद्युतीकरण किया गया। प्रदेश में 7000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग था जिसे 11000 किलोमीटर किया गया। गरीबों को राशन,पेंशन, शिक्षा, चिकित्सा की सुविधा दी जा रही है। यूपी में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। हमारी सरकार भारतीय परंपरा को आगे बढ़ा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बस्ती को दी चीनी मिल की सौगात यह भी पढ़ें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते वर्ष अयोध्या में दीपावली पर दीपोत्सव मनाया गया था। इस बार यह आयोजन और भव्य होगा। 84 कोसी परिक्रमा के सभी पड़ाव पर धर्मशाला बनेंगे, सड़क का निर्माण होगा। 15 अगस्त से प्रदेश में प्लास्टिक पन्नी पर पूरी तरह प्रतिबंध है। हमने यह कदम पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से उठाया है। आम नागरिक भी प्लास्टिक का उपयोग कतई न करें। एक-एक नागरिक स्वतंत्रता दिवस पर पौधे लगाए। प्रदेश में नौ करोड़ पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ का तपसी धाम में हर्रैया के विधायक अजय सिंह, कप्तानगंज विधायक सीए चंद्र प्रकाश शुक्ल, रुधौली के विधायक संजय जायसवाल, सदर विधायक दयाराम चौधरी, महादेवा के विधायक रवि सोनकर, डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, नौगढ़ के विधायक श्यामधनी राही, भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अजय सिंह गौतम, राजेंद्र नाथ तिवारी, चंद्रभूषण मिश्र, मंडलायुक्त अलका टंडन भटनागर, जिलाधिकारी डा. राजशेखर, डीआइजी डा. राकेश शंकर व एसपी दिलीप कुमार सहित अन्य अधिकारियों व भाजना नेताओं ने स्वागत किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बस्ती के हर्रैया के तपसी धाम में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अमर शहीदों को नमन किया। यहां पर तीन दिवसीय हवन का आयोजन किया गया है। तपसी धाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा धार्मिक आयोजनों में राष्ट्रीय एकाग्रता का संदेश होता है। …

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अरबी पत्ता कढ़ी से बढ़ाएं लंच का जायका

धुली हुई उड़द की दाल, अरबी के नरम पत्ते- 8-10, बेसन और दही 1-1 कप, हींग- 2 चुटकी, अजवाइन- 1 चम्मच, मेथीदाना- 1/2 चम्मच, तेल- 250 मि.ली., हल्दी- 1/2 चम्मच, लाल मिर्च पाउडर- 1 चम्मच, हरी मिर्च- 4, धनिया पाउडर- 2 चम्मच, लहसुन- 10-12 कली, अदरक-1 इंच का टुकड़ा, नमक- स्वादानुसार, पानी- आवश्यकतानुसार। विधि : उड़द दाल को 5-6 घंटे भिगोकर रखें और इसके बाद इसका पेस्ट बना लें। अदरक, मिर्च और लहसुन का पेस्ट बनाएं। अरबी के पत्तों को धोकर रख लें। दाल के पेस्ट के 2 हिस्से करें। 1 हिस्से में 2 बड़े चम्मच बेसन, 1 चम्मच अजवाइन, 1/2 चम्मच अदरक मिर्च और लहसुन का पेस्ट, 2 बड़े चम्मच दही, 1 चुटकी हींग, 1/4 चम्मच हल्दी, मिर्च पाउडर- 1/4 चम्मच, धनिया पाउडर- 1/2 चम्मच, स्वादानुसार नमक डालकर सभी को मिलाएं। एक पत्ते पर 2 चम्मच मिश्रण फैला दें। इसी पत्ते पर दूसरा पत्ता रखें और मिश्रण इसी मात्रा में फलाएं। पूरे 5 पत्तों के साथ ये रिपीट करें। पत्तों को रोल जैसा बना लें। इसी तरह दूसरे पत्तों का एक अलग सेट बनाएं। रोल्स को स्टीमर में 20 मिनट पकाएंगे। ठंडा करके गोल टुकड़ों में काटें। बचे हुए बेसन में 1/4 चम्मच हल्दी, 1/2 चम्मच नमक डालकर भजिए जैसा घोल बनाकर टुकड़ों को लपेट कर भजिए जैसा तलें। कढ़ी तैयार करने के लिए 2 चम्मच तेल गर्म करके हींग व मेथीदाना डालकर सुनहरा होने दें। बचा हुआ मसाले का पेस्ट डालकर पकाएं। सूखे मसाले व नमक डालकर चलाएं। बचे दाल पेस्ट में दही, बेसन और पानी डालकर घोल बनाएं। कड़ाही में डालकर एक उबाल आने तक चलाते रहें। 25 से 30 मिनट तक कढ़ी को पकाएं व भजिए डालकर 15 मिनट और पकाएं।

धुली हुई उड़द की दाल, अरबी के नरम पत्ते- 8-10, बेसन और दही 1-1 कप, हींग- 2 चुटकी, अजवाइन- 1 चम्मच, मेथीदाना- 1/2 चम्मच, तेल- 250 मि.ली., हल्दी- 1/2 चम्मच, लाल मिर्च पाउडर- 1 चम्मच, हरी मिर्च- 4, धनिया पाउडर- 2 चम्मच, लहसुन- 10-12 कली, अदरक-1 इंच का टुकड़ा, नमक- …

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ऐसी बिरयानी जिसे बार-बार खाने का करेगा दिल

बासमती चावल -1 कप, तेल- 3 बड़े चम्मच, प्याज़- 1(लम्बाई में कटा हुआ), टमाटर- 1(कटा हुआ), हल्दी पाउडर-1 छोटा चम्मच, गाजर, फ्रैंच बीन्स, गोभी, आलू कटे हुए- 2-3 कप, नमक- स्वादानुसार, पानी- डेढ़ कप। प्यूरी बनाने के लिए- नारियल- 3 बड़े चम्मच, खड़ा धनिया- 1 बड़ा चम्मच, खड़ी लाल मिर्च- 3-4, दालचीनी- 1 छोटा टुकड़ा, इलायची- 3-4, लौंग- 3-4, सौंफ- 1 छोटा चम्मच, लहसुन- 4 कली, अदरक- 1 इंच का टुकड़ा, जीरा- 1 छोटा चम्मच। विधि : चावल को धोकर 30 मिनट के लिए अलग रख दें। मिक्सचर में नारियल, खड़ा धनिया, खड़ी लाल मिर्च, दालचीनी, इलायची, लौंग, सौंफ, लहसुन, अदरक, जीरा और थोड़ा सा पानी डालकर प्यूरी बना लें। कुकर में तेल गर्म करके प्याज़ को सुनहरा होने तक भून लें। इसके बाद टमाटर डालकर पकाएं। टमाटर पकने के बाद प्यूरी डालें और अच्छी तरह से भून लें। मसाले में हल्दी डालकर चलाएं और गाजर, फ्रैंच बीन्स, गोभी डालकर 5 मिनट तक चलाएं अब चावल और पानी डाल दें। पानी जब उबलने लगे तो कुकर का ढक्कन लगाकर 1 सीटी आने तक पकाएं। गैस बंद करके भाप निकलने पर कुकर खोलें। गरमा-गरम बिरयानी को रायते के साथ सर्व करें।

बासमती चावल -1 कप, तेल- 3 बड़े चम्मच, प्याज़- 1(लम्बाई में कटा हुआ), टमाटर- 1(कटा हुआ), हल्दी पाउडर-1 छोटा चम्मच, गाजर, फ्रैंच बीन्स, गोभी, आलू कटे हुए- 2-3 कप, नमक- स्वादानुसार, पानी- डेढ़ कप। प्यूरी बनाने के लिए- नारियल- 3 बड़े चम्मच, खड़ा धनिया- 1 बड़ा चम्मच, खड़ी लाल मिर्च- 3-4, …

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प्रतापगढ़ दुर्ग जहां छत्रपति शिवाजी ने बाघनख से चीर दिया था अफजल खान का पेट

सतारा जिले का प्रतापगढ़ किला समुद्र तल से 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। महाबलेश्वर हिल स्टेशन से महज 24 किमी की दूरी पर स्थित होने की वजह से पिछले कुछ सालों में ये एक बहुत ही लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है जहां लोग ट्रकिंग के लिए जाते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता और पराक्रम की कहानी बयां करने वाला ये किला और किन मायनों में खास है जानेंगे इसके बारे में। प्रतापगढ़ किले का इतिहास ADVERTISING inRead invented by Teads आसपास पहाड़ों और गहरी घाटी वाले महाबलेश्वर के नज़दीक प्रतापगढ़ किले की आन, बान, शान छत्रपति शिवाजी महाराज और अफज़ल खां की मुलाकात के समय से ही बरकरार है। मुलाकात से अफज़ल खां, शिवाजी महाराज के व्यक्तित्व से काफी प्रभावित हुआ था और उनकी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था लेकिन मौका पाते ही उसने शिवाजी के ऊपर पीछे से वार कर दिया। कपड़ों के अंदर लोहे का कवच होने की वजह से उन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई थी। इसके जवाब में शिवाजी महाराज ने हाथों में पहने बाघनाख ने उस पर वार कर उसका पेट चीर दिया था।

सतारा जिले का प्रतापगढ़ किला समुद्र तल से 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। महाबलेश्वर हिल स्टेशन से महज 24 किमी की दूरी पर स्थित होने की वजह से पिछले कुछ सालों में ये एक बहुत ही लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है जहां लोग ट्रकिंग के लिए जाते …

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केरल का कुमारकोम पक्षी विहार जहां हिमालय से लेकर साइबेरिया तक के पंछी बनाते हैं बसेरा

कोट्टायम पक्षी विहार, इंडिया के जाने-माने बर्ड सेंचुरी में से एक है। 14 हेक्टेयर में फैले इस विहार में दूर-दूराज से आए पक्षियों की भी कई सारी वैराइटी देखने को मिलती है। कोट्टायम के वेम्बनाड झील के किनारे बसी ये जगह हिमालय से लेकर साइबेरिया तक के पक्षियों के लिए अनुकूल है। यहां देखने को मिलते हैं ये सारे पक्षी जून से अगस्त के महीने में यहां का नज़ारा बहुत ही खूबसूरत होता है। जो वेटलैंड बर्ड्स जैसे इंडियन डार्टर, लिटिल कोमोरेंट, किंगफिशर्स और भी दूसरे पक्षियों का ब्रीडिंग सीज़न भी होता है। इनके अलावा वॉटरफाउल, कोयल, उल्लू, बत्तख, साइबेरियन क्रेन, तोते, टील, लार्क, फ्लाइकैचर्स और वुड बीटल्स को आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। इस बर्ड सेंचुरी में घूमने के साथ ही एन्जॉय करने के लिए बोटिंग का आइडिया रहेगा बेस्ट। वैसे यहां मौजूद गाइड भी आपको घूमाने से लेकर इन पक्षियों के बारे में हर एक जानकारी देने का काम करते हुए नज़र आ जाएंगे।

कोट्टायम पक्षी विहार, इंडिया के जाने-माने बर्ड सेंचुरी में से एक है। 14 हेक्टेयर में फैले इस विहार में दूर-दूराज से आए पक्षियों की भी कई सारी वैराइटी देखने को मिलती है। कोट्टायम के वेम्बनाड झील के किनारे बसी ये जगह हिमालय से लेकर साइबेरिया तक के पक्षियों के लिए …

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Captain Kholi: मैच में हार के बाद कप्तान कोहली ने फेसबुक पर किया इमोशनल पोस्ट!

लंदन: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। पहले दो टेस्ट टीम इंडिया हार चुकी है और सीरीज में अब वापसी काफी मुश्किल लग रही है। कप्तान विराट कोहली के लोअर बैक के दर्द ने भारतीय फैन्स की चिंता और बढ़ा दी है। पहला …

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