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जानिए क्या है पोटेशियम की कमी के लक्षण

स्वस्थ रहने के लिए शरीर को आयरन, मिनरल्स, विटामिन और कैल्शियम के साथ-साथ पोटेशियम की भी बहुत आवश्यकता होती है. शरीर में पोटेशियम की कमी होने पर हाइपोक्लेमिया नामक बीमारी हो सकती है. स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचने के लिए शरीर को रोजाना 47000 मिलीग्राम पोटेशियम की आवश्यकता होती है. पोटेशियम दिल दिमाग और मांसपेशियों की कार्यप्रणाली को सही तरीके से चलाने में मदद करता है. शरीर में पोटेशियम की कमी होने से मानसिक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. आज हम आपको पोटेशियम की कमी के कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं. 1- शरीर में पोटेशियम की कमी होने पर एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. जिससे आपको सुस्ती थकान और कमजोरी जैसी समस्याएं होने लगती हैं. 2- पोटेशियम की कमी के कारण आपको तनाव या डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है. इसके अलावा पोटेशियम की कमी से होने वाला तनाव मानसिक रोग का कारण बन सकता है. 3- अगर आपको नींद ना आने की समस्या है तो इसका कारण आपके शरीर में पोटेशियम की कमी भी हो सकती है. 4- शरीर में पोटेशियम की कमी होने पर उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं. इसके अलावा पोटेशियम की कमी होने पर पाचन तंत्र खराब हो जाता है. 5- अगर आपको लगातार थकान महसूस हो रही है तो यह पोटेशियम की कमी का लक्षण हो सकता है. शरीर में मौजूद कोशिकाएं काम करने के लिए पोटेशियम और खनिजों की जरूरत होती है. इसकी पूर्ति ना होने पर थकान महसूस होती है.

स्वस्थ रहने के लिए शरीर को आयरन, मिनरल्स, विटामिन और कैल्शियम के साथ-साथ पोटेशियम की भी बहुत आवश्यकता होती है. शरीर में पोटेशियम की कमी होने पर  हाइपोक्लेमिया नामक बीमारी हो सकती है. स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचने के लिए शरीर को रोजाना 47000 मिलीग्राम पोटेशियम की आवश्यकता होती …

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इन कारणों से हो सकता है युवाओं को घुटने में दर्द

पहले के समय में केवल बड़ी उम्र के लोगों को ही घुटने के दर्द की समस्या होती थी, पर आजकल गलत जीवनशैली और गलत खानपान के कारण युवाओं में भी घुटनों के दर्द की समस्या देखी जा रही है. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर घुटनों और जोड़ों में दर्द होने लगता है. कभी-कभी दर्द होने पर जोड़ों में सूजन भी आ जाती है. जिससे मरीज का चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है. इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए बहुत सारी दवाइयों का सेवन करते हैं, पर हम आपको बता दें किसी भी चीज का इलाज तभी हो सकता है जब आपको बीमारी का कारण पता हो. आज हम आपको उम्र से पहले शरीर में होने वाले दर्द का कारण बताने जा रहे हैं. 1- उम्र से पहले घुटनों में दर्द होने का कारण मोटापा भी हो सकता है. शरीर का वजन बढ़ने पर पूरा भार घुटनों पर पड़ता है. जिससे घुटनों में दर्द होने लगता है. 2- मांसपेशियों में बदलाव होने के कारण समय से पहले ही जोड़ों में दर्द होने लगता है. 20 से 70 साल की उम्र के बीच में मांसपेशियां 40 फ़ीसदी तक सिकुड़ जाती हैं. जिससे उनमें शक्ति कम होने लगती है. ऐसे में जब हम चलते हैं या शारीरिक क्रियाएं करते हैं तो टांगो की मांसपेशियां शरीर का भार उठाते हैं. उम्र के साथ मांस पेशियों में बदलाव होने लगता है और उनकी क्षमता कम हो जाती है. इसके कारण टांगों पर अधिक दबाव पड़ने लगता है और घुटनों में दर्द होने लगता है. 3- ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी में शरीर की हड्डियों को सुरक्षित रखने वाले कोर्टिसोल टूट जाते हैं. जब हड्डियों को मजबूत करने वाले तत्व टूट जाते हैं तो उनमें दर्द होने लगता है. 4- अर्थराइटिस की समस्या के कारण भी हड्डियों में दर्द होने लगता है. अर्थराइटिस होने का खतरा ज्यादातर महिलाओं को होता है. अर्थराइटिस के बीमारी होने पर उम्र बढ़ने से पहले ही शरीर के जोड़ों में तेज दर्द होता है.

पहले के समय में केवल बड़ी उम्र के लोगों को ही घुटने के दर्द की समस्या होती थी, पर आजकल गलत जीवनशैली और गलत खानपान के कारण युवाओं में भी घुटनों के दर्द की समस्या देखी जा रही है. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर घुटनों और जोड़ों …

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डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखती है ग्रीन बींस

हरी बींस जिसे ग्वार फली भी कहते हैं यह एक स्वादिष्ट सब्जी होती है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, घुलनशील फाइबर, विटामिंस और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं. इसके अलावा हरी बींस में पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन की भी मात्रा मौजूद होती है. जो दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर रखने में मदद करती है. हफ्ते में तीन बार ग्रीन बींस का सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर हो जाती है. 1- ग्रीन बींस का सेवन करने से दिल से जुड़ी समस्याओं के होने का खतरा कम हो जाता है. इसमें कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखते हैं. ग्रीन बींस में फाइबर और पोटेशियम की भरपूर मात्रा होने के कारण यह दिल के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. 2- ग्रीन बींस में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करती है. डायबिटीज के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं. 3- हरी बींस में फ्लेवोनोइड्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो शरीर में कैंसर सेल्स को पैदा होने से रोकती है. एक रिसर्च के अनुसार हफ्ते में तीन से चार बार ग्रीन बींस का सेवन करने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के होने का खतरा कम हो जाता है. 4- जिन लोगों को कब्ज की समस्या है उनके लिए ग्रीन बींस का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. इसका सेवन करने से कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

हरी बींस जिसे ग्वार फली भी कहते हैं यह एक स्वादिष्ट सब्जी होती है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, घुलनशील फाइबर, विटामिंस और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं. इसके अलावा हरी बींस में पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन की भी मात्रा मौजूद होती है. जो दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर …

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बारिश के मौसम में इन तरीकों से करें अपनी ब्यूटी की देखभाल

बारिश के मौसम में त्वचा को खास देखभाल की जरूरत पड़ती है. इस मौसम में त्वचा ऑयली और डल हो जाती है. इन समस्याओं से बचने के लिए लड़कियां मार्केट में मिलने वाली महंगी महंगी ब्यूटी क्रीम का इस्तेमाल करती हैं. जिससे कोई फायदा नहीं होता है. आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा बारिश के मौसम में भी दमकती रहेगी. 1- झुर्रियों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक चम्मच दही में एक चम्मच कॉफी और एक चम्मच शहद मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं. जब यह सूख जाए तो इसे ठंडे पानी से धो लें. 2- बारिश के मौसम में अपने चेहरे की प्राकृतिक चमक को बरकरार रखने के लिए बेसन में हल्दी, नींबू का रस और गुलाब जल मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं. 3- पिंपल्स की समस्या से छुटकारा पाने के लिए मुल्तानी मिट्टी में लौंग का पेस्ट, चंदन पाउडर और नीम के पत्तों का पेस्ट मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं. सूख जाने पर इसे गुनगुने पानी से धो लें. 4- ऑयली स्किन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं.

बारिश के मौसम में त्वचा को खास देखभाल की जरूरत पड़ती है. इस मौसम में त्वचा ऑयली और डल हो जाती है. इन समस्याओं से बचने के लिए लड़कियां मार्केट में मिलने वाली महंगी महंगी ब्यूटी क्रीम का इस्तेमाल करती हैं. जिससे कोई फायदा नहीं होता है. आज हम आपको …

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कैसे करें कॉन्पैक्ट पाउडर और फाउंडेशन का इस्तेमाल

स्किन को गोरा और फ्लॉलेस दिखाने के लिए क्रेडिट फाउंडेशन और कॉन्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. फाउंडेशन और कॉम्पेक्ट पाउडर त्वचा से पिंपल्स और दाग धब्बों के निशानों को छुपाकर आपको फ्लॉलेस लुक देते हैं. ज्यादातर लड़कियां और महिलाएं कॉन्पैक्ट पाउडर और फाउंडेशन के बीच का अंतर नहीं जानती हैं. यह दोनों चीजें एक दूसरे से बिल्कुल अलग होती हैं. आज हम आपको जरूरत के हिसाब से इन दोनों चीजों का इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं. 1- अगर आपकी त्वचा पर पिंपल्स या दाग धब्बों की समस्या नहीं है तो अपने चेहरे पर शेड कॉन्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करें. चेहरे पर कंसीलर लगाने के बाद फाउंडेशन का इस्तेमाल ना करें. सिर्फ पाउडर लगाएं. 2- जिन लड़कियों के चेहरे पर ज्यादा दाग धब्बे होते हैं उनके लिए फाउंडेशन का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. फाउंडेशन चेहरे के सभी दाग धब्बों को छुपाकर त्वचा को फ्लॉलेस लुक देता है. 3- अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो अपने चेहरे पर कॉन्पैक्ट पाउडर लगाएं. कॉन्पैक्ट पाउडर त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त तेल को सोखकर मेकअप को खराब होने से बचाता है. 4- ड्राई स्किन पर कॉन्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ड्राई स्किन पर कॉन्पैक्ट पाउडर लगाने से चेहरे पर लाइंस नजर आने लगती हैं. ड्राई स्किन पर हमेशा लिक्विड फाउंडेशन का इस्तेमाल करना अच्छा होता है.

स्किन को गोरा और फ्लॉलेस दिखाने के लिए क्रेडिट फाउंडेशन और कॉन्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. फाउंडेशन और कॉम्पेक्ट पाउडर त्वचा से पिंपल्स और दाग धब्बों के निशानों को छुपाकर आपको फ्लॉलेस लुक देते हैं. ज्यादातर लड़कियां और महिलाएं कॉन्पैक्ट पाउडर और फाउंडेशन के बीच का अंतर नहीं …

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दिल को स्वस्थ रखता है हल्दी का तेल

हल्दी हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है, पर क्या आपको पता है कि सिर्फ हल्दी ही नहीं बल्कि हल्दी का तेल भी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हल्दी के तेल को हल्दी के पौधे की जड़ों से निकाला जाता है. इस तेल में हल्दी की तरह ही भरपूर मात्रा में औषधीय गुण मौजूद होते हैं. जो शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. हल्दी का तेल शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है. 1- अगर आप के जोड़ों और मसल्स में दर्द रहता है तो हल्दी के तेल से मसाज करें. हल्दी के तेल में भरपूर मात्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो जोड़ों और मसल के दर्द से आराम दिलाते हैं. 2- दिल के मरीजों के लिए हल्दी का तेल बहुत फायदेमंद होता है. हल्दी के तेल में बना खाना खाने से शरीर में रक्त का बहाव सही रहता है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है. हल्दी का तेल खाने से हार्ट अटैक होने का खतरा भी कम हो जाता है. 3- हल्दी के तेल में भरपूर मात्रा में एंटी माइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं. जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करके शरीर को बीमारियों से बचाते हैं. 4- हल्दी के तेल में डिप्रेशन कम करने वाले तत्व मौजूद होते हैं. अगर आप शांत और आराम महसूस करना चाहते हैं तो हल्दी के तेल की कुछ बूंदों को लेकर हवा में फैलाएं. रात में सोने से पहले ऐसा करने से आपका तनाव कम हो जाएगा हल्दी हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है, पर क्या आपको पता है कि सिर्फ हल्दी ही नहीं बल्कि हल्दी का तेल भी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हल्दी के तेल को हल्दी के पौधे की जड़ों से निकाला जाता है. इस तेल में हल्दी की तरह ही भरपूर मात्रा में औषधीय गुण मौजूद होते हैं. जो शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. हल्दी का तेल शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है. 1- अगर आप के जोड़ों और मसल्स में दर्द रहता है तो हल्दी के तेल से मसाज करें. हल्दी के तेल में भरपूर मात्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो जोड़ों और मसल के दर्द से आराम दिलाते हैं. 2- दिल के मरीजों के लिए हल्दी का तेल बहुत फायदेमंद होता है. हल्दी के तेल में बना खाना खाने से शरीर में रक्त का बहाव सही रहता है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है. हल्दी का तेल खाने से हार्ट अटैक होने का खतरा भी कम हो जाता है. 3- हल्दी के तेल में भरपूर मात्रा में एंटी माइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं. जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करके शरीर को बीमारियों से बचाते हैं. 4- हल्दी के तेल में डिप्रेशन कम करने वाले तत्व मौजूद होते हैं. अगर आप शांत और आराम महसूस करना चाहते हैं तो हल्दी के तेल की कुछ बूंदों को लेकर हवा में फैलाएं. रात में सोने से पहले ऐसा करने से आपका तनाव कम हो जाएगा और मूड फ्रेश हो जाएगा.और मूड फ्रेश हो जाएगा.

हल्दी हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है, पर क्या आपको पता है कि सिर्फ हल्दी ही नहीं बल्कि हल्दी का तेल भी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हल्दी के तेल को हल्दी के पौधे की जड़ों से …

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एम. करुणानिधि की हालत गंभीर ICU में भर्ती

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि कुछ समय से बीमारी से घिरे हुए हैं जिसके चलते उनका स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है. करूणानिधि को देर रात ज्यादा तबियत बिगड़ने के कारण चेन्नई के कावेरी अस्पताल ले जाया गया. जहां हालत बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया. दिल्ली डूबने का खतरा बढ़ा, उफान पर हैं कई नदियां बता दें कि शुक्रवार देर रात अचानक करुणानिधि का रक्तचाप कम हो गया था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से उनकी तबीयत खराब चल रही है. अस्पताल ने करुणानिधि का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया, जिसमें करुणानिधि के आईसीयू में भर्ती होने की जानकारी दी गई है. 94 वर्षीय करुणानिधि का इलाज चेन्नई स्थित उनके आवास पर ही चल रहा था. करुणानिधि के तबीयत खराब होने की खबर आते ही उनके आवास पर समर्थकों की भीड़ जुट गई. ग्रहण से पहले भूकंप से दहल उठा हिमाचल कावेरी अस्पताल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉक्टर अरविंदन सेल्वराज ने कहा, ' डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि के स्वास्थ्य में हल्की गिरावट है. करुणानिधि के अस्पताल में भर्ती होने की खबर से अस्पताल के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. जिसकी वजह से सुरक्षा बढ़ाई गई और अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने भी करुणानिधि के जल्द स्वस्थ होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की.

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि कुछ समय से बीमारी से घिरे हुए हैं जिसके चलते उनका स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है. करूणानिधि को देर रात ज्यादा तबियत बिगड़ने के कारण चेन्नई के कावेरी अस्पताल ले जाया गया. जहां हालत बिगड़ने के बाद उन्हें  आईसीयू में भर्ती …

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अभ्यास मैच की दोनों पारियों में नहीं खुला धवन का खाता, सोशल मीडिया पर फैंस ने लगाई क्लास

भारतीय टीम का एसेक्स के खिलाफ एकमात्र अभ्यास मैच ड्रॉ हो गया। इस मैच में भारत के ज्यादातर बल्लेबाजों ने रन बनाए या उन्हें अच्छी शुरुआत मिली लेकिन ओपनर शिखर धवन का बल्ला दोनों पारियों में शांत रहा, शांत शायद छोटा शब्द हो क्योंकि दोनों ही पारियों में वह खाता …

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जब इंग्लैंड के मैदान पर देसी स्टाइल में भांगड़ा करने लगे विराट कोहली और शिखर धवन

एसेक्स के खिलाफ भारत का तीन दिवसीय अभ्यास मैच ड्रॉ रहा। इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और पहली पारी में भारतीय टीम ने 395 रन बनाए। भारत की तरफ से कप्तान विराट कोहली, मुरली विजय, लोकेश राहुल, दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या …

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आज 82 साल के हुए सर सोबर्स, पहली बार जड़े थे एक ओवर में 6 लगातार छक्के

विजडन के सदी के पांच सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर्स में शुमार सर गैरी सोबर्स आज (28 जुलाई) 82 साल के हो गए. डब्ल्यूजी ग्रेस 'फादर ऑफ क्रिकेट' माने गए, जबकि सोबर्स क्रिकेट को नई ऊंचाइयां देने के लिए याद किए जाते हैं. दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर सोबर्स क्रिकेट के हर विधा में पारंगत रहे. उन्होंने एक और जहां अपनी बल्लेबाजी से धूम मचाई, वहीं अपनी लेग स्पिन, चाइनामैन और मध्यम गति की तेज गेंदबाजी से चौंकाया. सोबर्स ने 1958 में महज 21 साल की उम्र में अपने पहले ही शतक को ट्रिपल सेंचुरी में तब्दील कर दिया था. तब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ किंग्सटन में नाबाद 365 रन बना डाले थे, जो विश्व रिकॉर्ड था. 36 साल बाद ब्रायन लारा ने उस स्कोर को पीछे छोड़ने में कामयाबी पाई. 1966 में सोबर्स ने अपने दम पर वेस्टइंडीज को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज जिताई थी. उस दौरान उन्होंने न सिर्फ 160 रनों से ऊपर के तीन शतकों के अलावा 94 रनों की पारी खेली, बल्कि गेंदबाजी करते हुए 20 विकेट भी चटकाए थे. सोबर्स के नाम 1968 में एक अद्भुत कारनामा जुड़ा. उन्होंने इंग्लिश काउंटी में नॉटिंघमशायर की ओर से खेलते हुए ग्लेमॉर्गन के मैल्कम नैश के ओवर की सभी 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़े थे. तब फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ऐसा पहली बार देखने को मिला था. 1985 में रवि शास्त्री ने बड़ौदा के तिलकराज को 6 छक्के लगाकर इस रिकॉर्ड की बराबरी की. ये भी पढ़ें- सर सोबर्स के बाद इन बल्लेबाजों ने उड़ाए हैं 6 गेंदों पर 6 छक्के आखिरकार महान सोबर्स ने 1974 में क्रिकेट को अलविदा कहा. 93 टेस्ट मैचों के करियर में उन्होंने 57.78 की औसत से 8032 रन बनाए, साथ ही 235 विकेट भी झटके. उनके नाम 26 शतक और 30 अर्धशतक हैं.

विजडन के सदी के पांच सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर्स में शुमार सर गैरी सोबर्स आज (28 जुलाई) 82 साल के हो गए. डब्ल्यूजी ग्रेस ‘फादर ऑफ  क्रिकेट’ माने गए, जबकि सोबर्स क्रिकेट को नई ऊंचाइयां देने के लिए याद किए जाते हैं. दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर सोबर्स क्रिकेट के हर विधा में पारंगत रहे. …

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