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क्या अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर मोदी सरकार के दांव में फंस गया विपक्ष?

मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा एवं वोटिंग के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार का दिन मुकर्रर किया है. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के बहाने पॉलिटिक्स का वो ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच होने वाला है, जिसमें सत्ता और विपक्ष दोनों को 2019 से ठीक पहले बैटिंग करने का भरपूर मौका मिला है. कांग्रेस सहित ज्यादातर विपक्षी दल एकजुट हैं, लेकिन मोदी सरकार इसे लेकर ज्यादा आशंकित नहीं दिख रही है. मोदी के पास पर्याप्त नंबर है, ऐसे में सरकार सदन में अविश्वास प्रस्ताव की अग्निपरीक्षा को आसानी से पार कर लेगी. ऐसे में एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाकर पीएम मोदी के दांव में कहीं फंस तो नहीं गया है. बता दें कि कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार की विफलताओं के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंजूर नहीं किया, बल्कि उन्होंने टीडीपी द्वारा आंध्र प्रदेश को स्पेशल स्टेट्स का दर्जा दिए के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दी. बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में टीडीपी एक समय पार्टनर रही है. आंध्र प्रदेश को स्पेशल पैकेज के मुद्दे पर नाता तोड़कर टीडीपी अलग हो गई है. इसके बाद से लगातार अविश्वास प्रस्ताव की मांग करती रही, जिसका समर्थन कांग्रेस सहित विपक्ष की दूसरी पार्टियां भी कर रही थीं. मॉनसून सत्र के पहले दिन ही टीडीपी, कांग्रेस, एनसीपी जैसी पार्टियों ने फिर से अविश्वास प्रस्ताव दिया. इस पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने टीडीपी के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया. इसके बाद चर्चा और वोटिंग का दिन भी तय कर दिया. हालांकि मोदी सरकार पिछले दो सत्र से विपक्ष के द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव से बचती रही है. बजट सत्र में कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस की कई कोशिशों के बावजूद लोकसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया था. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव को मॉनसून सत्र के पहले दिन ही नोटिस कर लेना और चर्चा और वोटिंग का दिन भी तय कर देने से कहीं पीएम मोदी के 'ट्रैप' में विपक्ष फंस तो नहीं गया. 545 सदस्यों वाली लोकसभा में मौजूदा समय में 535 सांसद हैं. यानी बीजेपी को बहुमत हासिल करने के लिए महज 268 सांसद चाहिए. लोकसभा अध्यक्ष को हटाकर बीजेपी के पास अभी 273 सदस्य हैं. इसके अलावा बीजेपी के सहयोगी दलों में शिवसेना के 18, एलजेपी के 6, अकाली दल के 4, आरएलएसपी के 3, जेडीयू के 2, अपना दल के 2 अन्य के 6 सदस्य हैं. इस तरह से कुल संख्या 314 पहुंच रही है. ऐसे में बीजेपी को अविश्वास प्रस्ताव को गिराने और सरकार को बचाने में कोई दिक्कत नहीं होने वाली. अविश्वास प्रस्ताव मोदी सरकार के लिए अग्निपरीक्षा की तरह है. लोकसभा में फिलहाल बीजेपी के पास अकेले 273 सांसद हैं. जबकि बहुमत के लिए उसे 272 सांसदों का आंकड़ा चाहिए. ऐसे में बीजेपी के पास बहुमत से एक सदस्य ज्यादा है. लेकिन मौजूदा समय में बीजेपी के कई सांसद बागी रुख अख्तियार किए हुए हैं. इनमें शत्रुघ्न सिन्हा, कीर्ति आजाद और सावित्री बाई फुले शामिल हैं. ऐसे में तीन सीटें कम कर दी जाएं तो बीजेपी के पास 270 का आंकड़ा बचता है, जबकि उसे बहुमत के लिए सिर्फ 268 वोट चाहिए. मतलब मोदी सरकार को अविश्‍वास प्रस्‍ताव गिराने के लिए सहयोगियों की भी जरूरत नहीं है. विपक्षी दलों की बात करें तो मौजूदा समय में लोकसभा में सबसे ज्‍यादा 48 सीटें कांग्रेस के पास हैं. अविश्‍वास प्रस्‍ताव लाने वाली टीडीपी के पास 16 सीटें हैं, जबकि जेडीएस के 1, एनसीपी के 7, आरजेडी के 4, टीएमसी के 34, सीपीआईएम के 9, सपा के 7 सदस्य हैं. इसके अलावा आम आदमी के 4, टीआरएस के 11, वाईएसआर कांग्रेस के 4,एयूडीएफ के 3 और बीजेडी के 20 सदस्य हैं. इन्हें मिला लेते हैं फिर भी 268 के आंकड़े को छू नहीं पा रहे हैं. इस तरह साफ है कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव का औंधे मुंह गिरना तय है.

मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा एवं वोटिंग के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार का दिन मुकर्रर किया है. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के बहाने पॉलिटिक्स का वो ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच होने वाला है, जिसमें …

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संसद से बिल पास, पांच बैंकों के विलय से दुनिया की टॉप 50 बैंकों में होगी SBI

एसबीआई में पांच अन्य बैंकों के विलय को राज्यसभा से मंजूरी मिल गई है. इस मर्जर के साथ ही अब एसबीआई संपत्ति के हिसाब से दुनिया की टॉप 50 बैंकों में शामिल हो गया है. बैंक का अब टोटल कस्टमर बेस 37 करोड़ हो गया है. 24 हजार से ज्यादा ब्रांच, 60 हजार ATM गौरतलब है कि राज्यसभा से भी विधेयक को मंजूरी मिलने से अब SBI में स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर, स्टेट बैंक ऑफ़ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद पूरी तरीक़े से शामिल हो जाएंगे. सरकार का तर्क है कि इस विलय से इन बैंकों की लागत में न सिर्फ कमी आयेगी, बल्कि संसाधनों के उपयोग को युक्तिसंगत बनाया जा सकेगा. देश भर में एसबीआई की ब्रांच नेटवर्क 24,000 से ज्यादा हैं. बैंक के एटीएम की संख्या 60 हजार के करीब है. छंटनी की जताई गई थी आशंका एसबीआई में मर्जर से संबंधित विधेयक गुरुवार को राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने पेश किया था. इस पर लंबी बहस हुई थी. हालांकि मर्जर से पहले आशंका जताई जा रही थी कि इससे छंटनी होगी, लेकिन मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि विलय के बाद किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं की गई है. वित्त मंत्री के जवाब के बाद सदन ने इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया. लोकसभा में पहले ही बिल हो चुका है पास लोकसभा इस विधेयक को पहले ही मंजूरी दे चुकी है. अब इस विधेयक में इस विलय को पूर्व प्रभाव से मंजूरी दी गयी है. विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के जयराम रमेश सहित कुछ सदस्यों ने एसबीआई के निजीकरण को लेकर आशंका भी जताई थी. कई सदस्यों ने बैंकों के नियमन एवं निगरानी प्रणाली को दुरूस्त बनाये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है. दो लाख 70 हजार लोग कर रहे नौकरी कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में एसबीआई को हुए घाटे पर चिंता जताते हुए कहा कि एसबीआई भारत का पांचवां सबसे बड़ा नियोक्ता है जो वर्तमान में 2 लाख 70 हजार लोगों को नौकरी दे रहा है. उन्होंने कहा कि विलय के बाद कर्मचारियों की छंटनी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सरकार से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या एसबीआई का निजीकरण करना और सरकारी बैंकों का गैर राजनीतिकरण करना उसके एजेंडे में है? CPI का आरोप, विलय से फायदा नहीं सीपीआई सांसद डी राजा ने कहा कि विलय से पहले बताया गया था कि इससे एसबीआई विश्वस्तरीय बैंक बन जाएगा, लेकिन हुआ इसके विपरीत है. उन्होंने कहा कि एसबीआई का घाटा बढ़ा है, एनपीए लगातार बढ़ रहा है साथ में कई शाखाओं को बंद भी करना पड़ा. राजा ने कहा कि सब्सिडियरी काफी अच्छा कर रहे थे और इस विलय से कोई फायदा नहीं है.

एसबीआई में पांच अन्य बैंकों के विलय को राज्यसभा से मंजूरी मिल गई है. इस मर्जर के साथ ही अब एसबीआई संपत्ति के हिसाब से दुनिया की टॉप 50 बैंकों में शामिल हो गया है. बैंक का अब टोटल कस्टमर बेस 37 करोड़ हो गया है. 24 हजार से ज्यादा …

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स्वामी अग्निवेश पर हमला करने वाले आठ के खिलाफ FIR

स्वामी अग्निवेश के साथ झारखण्ड के पाकुड़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट के बाद पुलिस ने आठ लोगों पर नामजद FIR दर्ज कर ली है. FIR में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनंत तिवारी, बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रसन्ना मिश्रा, बीजेपी के जिला महामंत्री बलराम दुबे, पाकुड़ के जिला मंत्री गोपी दुबे, बजरंग दल के पिंटू मंडल, अशोक प्रसाद, शिव कुमार साहा और बादल मंडल के नाम शामिल हैं. हालांकि इनमे से किसी की भी अब तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है. आरोपी बीजेपी, बजरंग दल और बीजेपी युवा मोर्चा से ताल्लुक रखते है. हमला हत्या की सोची समझी साजिश-स्वामी अग्निवेश गौरतलब है कि झारखंड के पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में स्वामी अग्निवेश अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति दामिन दिवस की 195वीं सालगिरह पर आयोजित एक सभा को संबोधित करने के लिए जब होटल से निकले तो भारतीय जनता युवा मोर्चा, बजरंग दल और अन्य हिन्दू संगठन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी. पहाड़िया जनजाति की एक सभा में शामिल होने गए स्वामी ने इस घटना के बाद कहा की यह एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया हमला था और यह मेरी जान लेने की कोशिश थी जिसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए. स्वामी अग्निवेश ने हमले के लिए सीधे तौर पर सूबे की रघुवर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उनपर हुए हमले के पीछे बीजेपी और आरएसएस से जुड़े संगठनों के सदस्य थे. उन्होंने बताया कि सबकी पहचान और शिनाख्त हो गई है. स्वामी अग्निवेश को पीटते बीजेपी कार्यकर्त्ता का वीडियों वायरल स्वामी ने बताया कि इस हमले के बाद प्रसन्ना मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया लेकिन उसे दो घंटे के बाद छोड़ दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवर सरकार प्रायोजित हमले करवा रही है. स्वामी ने कहा कि मेरी मांग आदिवासियों के लिए है कि पांचवीं अनुसूची ईमानदारी से लागू की जाए. स्वामी ने कहा, 'मैंने झारखंड आकर रघुवर दास से 16 तारीख को मिलने का समय मांगा था लेकिन मुझे नहीं मिला. रघुवर सरकार का काला चेहरा मैंने देख लिया है.

स्वामी अग्निवेश के साथ झारखण्ड के पाकुड़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट के बाद पुलिस ने आठ लोगों पर नामजद FIR दर्ज कर ली है. FIR में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनंत तिवारी, बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रसन्ना मिश्रा, बीजेपी के जिला महामंत्री बलराम …

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अगस्ता हेलिकॉप्टर घोटाला : 20 जुलाई को सुनवाई

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूरक चार्जशीट पेश कर दी है जिसे दुबई की अदालत में सौदे के बिचौलिये जेम्स क्रिस्टियन माइकल के प्रत्यर्पण का सबूत कहा जा रहा है. सूत्रों की माने तो चार्जशीट में 34 भारतीय और विदेशी नागरिकों और कंपनियों का नाम है. बिचौलिया जेम्स जून से पुलिस हिरासत में है और भारतीय एजेंसियां उसे भारत लाने में जुटी है . भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ऐसी खबरें गलत हैं कि प्रत्यर्पण के लिए कागजात जमा नहीं कराए गए हैं. सभी कागजात यूएई के कोर्ट को उपलब्ध कराए गए हैं. अगर जांच के दौरान और कागजात की जरूरत पड़ी तो वे भी उपलब्ध कराए जाएंगे. मामले में अब तक- -ब्रिटिश नागरिक जेम्स इस सौदे के तीन बिचौलियों में से एक है. -सौदे के दौरान 1997 से 2013 के बीच जेम्स 300 बार भारत आया -सीबीआई के जांच शुरू करते ही जेम्स दुबई चला गया था. -इससे पहले ईडी ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर रिश्वतखोरी घोटाले में भारतीय वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष एस पी त्यागी, उनके दो चचेरे भाइयों, वकील गौतम खेतान, दो इतालवी बिचौलियों और फिनमेकेनिका के खिलाफ पूरक आरोप-पत्र दाखिल कर चुकी है -अदालत 20 जुलाई को इस पर विचार करेगी . -मामला 3,600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर करार से जुड़ा है

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूरक चार्जशीट पेश कर दी है जिसे दुबई की अदालत में सौदे के बिचौलिये जेम्स क्रिस्टियन माइकल के प्रत्यर्पण का सबूत कहा जा रहा है.  सूत्रों की माने तो चार्जशीट में 34 भारतीय और विदेशी नागरिकों और कंपनियों …

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राशिफल 19 जुलाई: हर तरफ से गुड न्यूज मिलेगी, पुरानी चिंताएं खत्म होंगी

जानिए 19 जुलाई, गुरुवार का राशिफल... ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): संपत्ति संबंधी मसले हल होंगे। दैनिक कार्यक्रम सुचारु रूप से संपन्‍न होंगे। आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति विशेष रुचि रहेगी। व्‍यापार, नौकरी में मनोनुकूल स्थितियां रहेंगी। गुप्‍त शत्रु सक्रिय होंगे। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): भाइयों से थोड़ा मनमुटाव हो सकता है। प्रेम प्रसंगों में सफलता मिलेगी। अधिकारी वर्ग आपसे प्रसन्‍न रहेंगे। आर्थिक स्‍िथति में सुधार आएगा। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ेगा। सेहत सामान्‍य। GEMINI (21 मई – 20 जून): व्‍यवसाय में धीमी गति से लाभ मिलेगा। पति पत्‍नी के बीच नोक झोंक हो सकती है। विद्यार्थियों को अथक परिश्रम की आवश्‍यकता है। माता पिता का प्रेम व सहयोग मिलेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। CANCER (21 जून – 22 जुलाई): प्रेरक कार्य होंगे। हर तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे। मित्रों के साथ आमोद प्रमोद में समय बीतेगा। दूसरों की मदद के लिए तत्‍पर रहेंगे। किसी महत्‍वपूर्ण व्‍यक्ति से मुलाकात लाभदायक रहेगी। स्‍वास्‍थ्‍य उत्‍तम। राशिफल 14 जुलाई: आकर्षण बढ़ेगा, पुरानी चिंताओं से मुक्ति मिलेगी यह भी पढ़ें LEO (23 जुलाई – 22 अगस्त): कोर्ट कचहरी के निर्णय आपके पक्ष में रहेंगे। किसी महत्‍वपूर्ण पद या प्रतिष्‍ठा की प्राप्ति होगी। व्‍यापार की नई योजनाएं कार्यान्वित होंगी। संतान की शिक्षा पर खर्च होगा। अधिकारी आपसे प्रसन्‍न रहेंगे। VIRGO (23 अगस्त– 22 सितंबर): ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी। नए लोगाें से जान पहचान बनेगी। दांपत्‍य जीवन में समरसता आएगी। लेनदेन में सावधानी रखें। ईश्‍वर के प्रति आस्‍था बढ़ेगी। भूमि, भवन के कार्य बनेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। राशिफल 12 जुलाई: आज प्यार से बात करें, हर जगह सफलता मिलेगी यह भी पढ़ें LIBRA (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): योग व आध्‍यात्‍म के प्रति रुचि बढ़ेगी। घर व दफ्तर की जिम्‍मेदारी को बखूबी अंजाम देंगे। आत्‍मसंतु‍ष्टि का भाव मन में रहेगा। पति पत्‍नी के बीच प्रेम बढ़ेगा। मित्रों की सलाह महत्‍वपूर्ण रहेगी। SCORPIO (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): कारोबार में घाटा हो सकता है। नौकरी में तरक्‍की के योग हैं। निवेश सोच समझकर करें। सेहत के प्रति लापरवाही न बरतें। अापका आकर्षण बढ़ेगा। वित्‍तीय पक्ष मजबूत रहेगा। यात्रा शुभ। राशिफल 11 जुलाई: नई ऊर्जा से काम करेंगे, कामयाबी मिलेगी यह भी पढ़ें SAGITTARIUS (22 नवंबर– 21 दिसंबर): समाज की गतिविधियों में बढ़ चढ़कर‍ हिस्‍सा लेंगे। आपके अपने लोग धोखा दे सकते हैं। लंबे समय से चली आ रही चिंता समाप्‍त होगी। धैर्य से काम लें। नया वाहन क्रय कर सकते हैं। CAPRICORN (22 दिसंबर – 19 जनवरी): कामकाज में अधिक व्‍यस्‍तता रहेगी। शारीरिक थकान का अनुभव करेंगे। नए लोगों से जान पहचान बनेगी। आय व्‍यय का संतुलन बनाकर चलें। परिवार में हर्षपूर्ण वातावरण रहेगा। राशिफल 02 जुलाई: मान सम्‍मान बढ़ेगा, कर्ज से मुक्ति मिलेगी यह भी पढ़ें AQUARIUS (20 जनवरी – 18 फरवरी): कार्य में विलंब व परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। व्‍यापार में प्र‍ति स्‍पर्धा बढ़ेगी। फालतू के कार्यों में धन का अपव्‍यय होगा। गुप्‍त शत्रु सक्रिय होंगे। नया वाहन, भूमि क्रय करने की योजना बनेगी। PISCES (19 फरवरी – 20 मार्च): पुराने कर्ज से मुक्ति मिलेगी। माता पिता की सेवा का भाव मन में रहेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने के योग हैं। आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा। सेहत गड़बड़ हो सकती है।

जानिए 19 जुलाई, गुरुवार का राशिफल… ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): संपत्ति संबंधी मसले हल होंगे। दैनिक कार्यक्रम सुचारु रूप से संपन्‍न होंगे। आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति विशेष रुचि रहेगी। व्‍यापार, नौकरी में मनोनुकूल स्थितियां रहेंगी। गुप्‍त शत्रु सक्रिय होंगे। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): भाइयों से …

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उत्तराखंड में 11 दिन पहले ही शुरू हो गया सावन, जानें क्यों और क्या है इसका महत्व

हिंदू कैलेंडर से अलग कैसे सावन हिंदू कैलेंडर के अनुसार 27 जुलाई से सावन का महीना शुरू होगा, लेकिन उत्तराखंड में 16 जुलाई से ही यह पावन महीना शुरू हो गया है। दोनों के बीच इस अंतर की खास वजह है। चंद्र मास के अनुसार 27 जुलाई यानी गुरु पूर्णिमा से सावन का महीना शुरू होगा। इस मामले में हमने आचार्य नंदा बल्लभ पंत से बात की। आचार्य ने बताया कि उत्तराखंड में सावन का महीना पहले ही शुरू होने का कारण यहां सूर्य के अनुसार मास का चुनाव है। इसका सीधा अर्थ यह है कि आज यानी 16 जुलाई को सूर्य मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश कर गए हैं। सूर्य के इसी परागमन के साथ सावन का महीना भी शुरू माना जाता है। हरेला क्या? जैसा कि आप जानते हैं सावन माह में हर तरफ हरियाली नजर आती है। ऐसा लगता है जैसे प्रकृति सजकर तैयार हो गई है। हरियाली के इसी उत्सव को मनाने के लिए उत्तराखंड में हरेला पर्व मनाया जाता है। हरेला उत्तराखंड के परिवेश और खेती से जुड़ा पर्व है, जो वर्ष में तीन बार चैत्र, श्रावण और आश्विन मास में मनाया जाता है। हालांकि, लोक जीवन में श्रावण (सावन) मास में पड़ने वाले हरेला को काफी महत्व दिया गया है। क्योंकि, यह महीना महादेव को खास प्रिय है। श्रावण का हरेला श्रावण शुरू होने से नौ दिन पहले आषाढ़ में बोया जाता है और दस दिन बाद श्रावण के प्रथम दिन काटा जाता है। हरेले का पर्व न सिर्फ नई ऋतु के शुभागमन की सूचना देता है, बल्कि प्रकृति के संरक्षण को भी प्रेरित करता है। इसीलिए देवभूमि उत्तराखंड में हरेला पर्व लोकजीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। अब तो इसी दिन से पौधरोपण अभियान शुरू करने की परंपरा भी शुरू हो गई है। धार्मिक दृष्टि से देखें तो उत्तराखंड को महादेव का वास और ससुराल दोनों माना गया है। इसलिए हरेला पर्व का महत्व भी इस क्षेत्र के लिए खास है। कुमाऊं में तो हरेला लोकजीवन का महत्वपूर्ण उत्सव है। ऐसे मनाते हैं हरेला हरेला से नौ दिन पूर्व घर के भीतर स्थित देवालय अथवा गांव के मंदिर में सात प्रकार के अनाज (जौ, गेहूं, मक्का, गहत, सरसों, उड़द और भट्ट) को रिंगाल की टोकरी में बोया जाता है। इसे सतनाजा भी कहते हैं। इसके लिए टोकरी में मिट्टी की परत बिछाकर उसमें बीज डाले जाते हैं। यही प्रक्रिया पांच से छह बार अपनाई जाती है। टोकरी को सूर्य की सीधी रोशनी से बचाकर रखा जाता है। नवें दिन इनकी पाती (एक स्थानीय वृक्ष) की टहनी से गुड़ाई की जाती है और दसवें यानी हरेले के दिन इसे काटकर तिलक-चंदन-अक्षत से अभिमंत्रित कर देवता को अर्पित किया जाता है। घर की बुजुर्ग महिलाएं सभी सदस्यों को हरेला लगाती हैं। यानी हरेला सबसे पहले पैर, फिर घुटने व कंधे और अंत में सिर पर रखा जाता है।

सावन एक ऐसा महीना होता है, जिसका लगभग हर इंसान को सालभर इंतजार रहता है। सावन का संबंध भगवान शिव से भी है। वैसे सावन शब्द आते ही बारिश की फुहारें और हरियाली याद आती है। हिंदू कलेंडर के अनुसार इस साल 27 जुलाई से सावन का महीना शुरू होगा, …

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अखिलेश यादव ने कहा, सपा-बसपा के तालमेल से बदली पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज

अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्वांचल दौरे को लेकर हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आजकल मैं उनका भाषण नही सुनता उनका हाथ देखता हूं। लोकसभा चुनाव से पहले सपा व बसपा का तालमेल होने के बाद प्रधानमंत्री जी आजकल अपना हाथ कैसे घुमा रहे हैं, यह तो देखने लायक है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से समाजवादी शब्द हटा दिया गया लेकिन यह तो पूरा एक्सप्रेस वे समाजवादियों के इलाके से आता है। इस एक्सप्रेस-वे के किनारे के क्षेत्र सभी समाजवादी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बलिया को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से काटा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो बलिया एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। अखिलेश यादव ने कहा साईकिल चलाना आसान काम नहीं है। लंबी दूरी तय करने के लिए साईकल चलाना और मुशिकल है पर समाजवादी साईकल चलाना अच्छे से जानते हैं। उन्होंने कहा कि फुटबॉल में एक छोटा देश भी फाइनल खेल रहा था। इतना बड़ा सपना देखा, पर हमारी टीम क्यों नही थी। भाजपा का किसी भी ओर ध्यान नहीं है। विकास की बात हवा में करते हैं। अखिलेश यादव ने कहा, मुझे PM नहीं सिर्फ यूपी का CM ही बनना पसंद यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो लगातार हमारे सभी काम का शिलान्यास कर रहे हैं। उन लोगों ने कुछ काम किया ही नहीं तो क्या करेंगे। समाजवादी लोग तो अपनी बात पर खड़े हैं, भाजपा वाले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्रचार में लगे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी लोग अगर साईकल चलाएंगे तो गुमराह करने वाले कुछ नहीं कर पाएंगे। भाजपा वाले तो चुनाव प्रचार पर निकले हैं, प्रधानमंत्री जी खुद प्रचार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री हमें बता दे कि कब चुनाव है, उनको तो पता ही होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा कितने भी फीते काट ले, सड़क हमारी ही है। सीएम योगी आदित्यनाथ नोएडा न जाते तो यूपी में चार चुनाव न हारते : अखिलेश यादव यह भी पढ़ें अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कह रहे हैं कि कांग्रेस मुस्लिम की पार्टी है। मैं कहता हूं कि पार्टी भारतवासी की होती है, न कि किसी धर्म की। देश के लोग लोग आज भी अपने बैंक खाता में 15 लाख का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा वाले जनता से विश्वास के साथ झूठ बोलते हैं। एक्सप्रेस वे छोटा कर के बात रहे हैं कि पैसे बचा रहे हैं। मुद्दे से ध्यान हटाना भाजपा सरकार का काम है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में दलित चेतना और युवा चेतना साइकिल रैली का स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही अपने निशाने पर रखा। अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्वांचल दौरे को लेकर हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज …

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सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश, सेवा में भेद न करें डॉक्टर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि डॉक्टर्स मरीजों के इलाज में भेद न करें। हमारा काम उनको उत्कृष्ट सुविधा देने का है। हम अपना काम कर रहे हैं तो डॉक्टर अपना काम करें। उन्होंने कहा कि रावण के वैद्य ने भी दुश्मन के भाई लक्ष्मण का इलाज किया था। डॉक्टर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। डॉक्टर सेवा में भेद करता है तो वह अपने साथ धोखा करता है। डॉक्टर की सबसे बड़ी पहचान उसकी संवेदनशीलता है। उन्होंने डॉक्टरों का आह्वान किया कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की सेवा करें। मुख्यमंत्री आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 75 करोड़ की लागत वाली परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के 67 साल में उत्तर प्रदेश में सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज और रायबरेली में अधूरा एम्स मिला। अब सिर्फ सवा साल में 13 मेडिकल कॉलेज और एक एम्स मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरडी का बेहतर भविष्य है इसलिए इसकी नकारात्मक की बजाय सकारात्मक छवि बनाएं। इसमें प्रबुद्ध जन और मीडिया की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने कहा कि अगले साल बीआरडी में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई जाएंगी। सीएम आदित्यनाथ योगी पहुंचे गोरखपुर, देंगे कई योजनाओं की सौगात यह भी पढ़ें चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि हर विभाग पर मुख्यमंत्री की नजर है। एक साल में बीआरडी को कोई पहचान नहीं पाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद रहे। इन सुविधाओं का किया लोकार्पण सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगाया जनता दरबार, दिया कार्रवाई का आश्वासन यह भी पढ़ें - 100 बेड अस्पताल के ऊपर द्वितीय तल पर 79 बेड के वार्ड का निर्माण। - छह मॉड्यूलर ओटी के उच्चीकरण का कार्य। इनमें सर्जरी की तीन, न्यूरो सर्जरी की एक और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की दो ओटी शामिल। इंसेफेलाइटिस के खिलाफ अब निर्णायक जंग : योगी आदित्यनाथ यह भी पढ़ें - वार्ड नंबर 11 नेत्र रोग वार्ड के सुदृढ़ीकरण का कार्य। - गैस्ट्रो इंट्रोलॉजी विभाग के जीर्णोद्धार का कार्य। CM योगी आदित्यनाथ की जाति की राजनीति करने वालों को चुनौती, कहा जनता मोहतज नहीं यह भी पढ़ें - कार्डियोलॉजी विभाग में छह प्राइवेट वार्ड के जीर्णोद्धार का कार्य। - 500 किलोवाट सोलर पावर प्लांट की स्थापना का कार्य। इन योजनाओं का किया शिलान्यास - लेवर कांप्लेक्स भवन का निर्माण। - इलेक्ट्रिकल सुरक्षा का कार्य। - फायर हाईड्रेंट सिस्टम एवं फायर अलार्म सिस्टम की स्थापना का कार्य। - वार्ड नंबर 1, 2, 4, 8 तथा वार्ड नंबर 1 से 10 की बाहरी दीवारों व ट्रॉमा सेंटर के जीर्णोद्धार का कार्य। - 125 बेड युक्त रैन बसेरा का निर्माण।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कर्मस्थली गोरखपुर में तोहफों की बौछार कर दी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब 75 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि डॉक्टर्स मरीजों के इलाज में भेद न करें। हमारा काम उनको उत्कृष्ट सुविधा …

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हाई कोर्ट ने निकाली 800 पदों पर वैकेंसी, ऐसे करना होगा आवेदन

हाई कोर्ट ऑफ कर्नाटक 2018 में ऑफ़लाइन मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव रखता हैं. पात्र और योग्य उम्मीदवार 31/07/2018 से पहले हाई कोर्ट ऑफ कर्नाटक में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. नौकरी से जुड़ी पूर्ण जानकारी आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं. रिक्ति का नाम: ओथ आयुक्त शिक्षा की आवश्यकता: LLB, LLM रिक्तियां: 834पोस्ट अनुभव: 2-5 वर्ष आवेदन करने की अंतिम तिथि: 31/07/2018 चयन प्रक्रिया:चयन हाई कोर्ट ऑफ कर्नाटक, मानदंडों या निर्णय द्वारा लिखित परीक्षा / साक्षात्कार के आधार पर होगा। अप्लाई कैसे करें? इच्छुक उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे निर्धारित आवेदन पत्र भरें और इसे 31/07/2018 से पहले निम्नलिखित पते पर भेज दें।अभ्यर्थी को अंतिम तिथि से पहले उपर्युक्त पते पर पासपोर्ट आकार की तस्वीर, शैक्षिक प्रमाणपत्र, और अन्य प्रासंगिक प्रमाणपत्रों की संलग्न प्रतियों के साथ आवेदन भेजना होगा।आवेदन प्रक्रिया, योग्यता मानदंड, आयु सीमा, वेतन, प्राथमिकता, आराम और अन्य प्रासंगिक जानकारी जैसे विस्तृत जानकारी के बारे में और जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क करें. नौकरी के लिए पता : Karnataka High Court, High Court Buildings, Opp. to Vidhana Soudha, Dr Ambedkar Veedhi, Sampangi Rama Nagar, Bengaluru, Karnataka 560001 महत्वपूर्ण तिथियाँ : इस जॉब के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: 31/07/2018

हाई कोर्ट ऑफ कर्नाटक 2018 में ऑफ़लाइन मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव रखता हैं. पात्र और योग्य उम्मीदवार 31/07/2018 से पहले हाई कोर्ट ऑफ कर्नाटक में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. नौकरी से जुड़ी पूर्ण जानकारी आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं. रिक्ति का नाम: …

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रेलवे भर्ती : 12वीं पास जल्द करें आवेदन, फ्रेशर की है आवश्यकता

वेस्ट सेंट्रल रेलवे (WCR) 2018 में ऑफ़लाइन मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव रखता हैं. योग्य और पात्र उम्मीदवार 10/08/2018 से पहले WCR में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. नौकरी से जुड़ी पूर्ण जानकारी आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं. रिक्ति का नाम: खेल व्यक्तियों शिक्षा की आवश्यकता: 12TH, Any Graduate रिक्तियां: 21पोस्ट अनुभव: फ्रेशर नौकरी करने का स्थान: जबलपुर आवेदन करने की अंतिम तिथि: 10/08/2018 चयन प्रक्रिया: चयन वेस्ट सेंट्रल रेलवे, WCR मानदंडों या निर्णय द्वारा लिखित परीक्षा / साक्षात्कार के आधार पर होगा। अप्लाई कैसे करें? इच्छुक उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे निर्धारित आवेदन पत्र भरें और इसे 10/08/2018 से पहले निम्नलिखित पते पर भेज दें। अभ्यर्थी को अंतिम तिथि से पहले उपर्युक्त पते पर पासपोर्ट आकार की तस्वीर, शैक्षिक प्रमाणपत्र, और अन्य प्रासंगिक प्रमाणपत्रों की संलग्न प्रतियों के साथ आवेदन भेजना होगा। आवेदन प्रक्रिया, योग्यता मानदंड, आयु सीमा, वेतन, प्राथमिकता, आराम और अन्य प्रासंगिक जानकारी जैसे विस्तृत जानकारी के बारे में और जानने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें. नौकरी के लिए पता : Railway Recruitment Cell, West Central Railway RB-IV/290, South Civil Lines, Station Road Jabalpur – 482001 (M.P.) महत्वपूर्ण तिथियाँ : इस जॉब के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: 10/08/2018

वेस्ट सेंट्रल रेलवे (WCR) 2018 में ऑफ़लाइन मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव रखता हैं. योग्य और पात्र उम्मीदवार 10/08/2018 से पहले WCR में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. नौकरी से जुड़ी पूर्ण जानकारी आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं. रिक्ति का नाम: खेल व्यक्तियों शिक्षा …

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