tosnews

डिनर में खाए लजीज पनीर भुर्जी

पनीर पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता हैं. इसलिए इस से बने व्यंजन ना सिर्फ स्वाद में टेस्टी लगते हैं बल्कि सेहत के लिए भी लाभदायक होते हैं. वैसे तो पनीर से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जा सकते हैं. लेकिन आज हम आपको को एक आसान और स्वादिष्ट डिश बनाना सिखाएंगे जिसका नाम हैं पनीर भुर्जी. तो आइए जानते हैं इसे बनाने की विधि. सामग्री: 100 ग्राम हरा धनिया (बारीक कटा), 500 ग्राम ताजा पनीर, 200 ग्राम प्याज (कटा हुआ), 10 ग्राम अदरक, 1 टी स्पून बारीक कटी हुई हरी मिर्च, चौथाई टी स्पून हलदी, 250 ग्राम कटा हुआ टमाटर, डेढ़ टी स्पून देशी घी. विधि : एक बड़े से बर्तन में पनीर को अच्छे से मसल ले. यदि पनीर मसलने में दिक्कत हो रही हो तो आप बड़े दाने वाली किसनी से इसे अदकचरा भी किस सकते हैं. अब अदरक और चीज को भी अलग अलग बर्तनों में किस ले. एक फ्राइंग पैन को गैस पर रख, उसमें घी डाले. जब घी गरम हो जाए तो इसमें बारीक कटा प्याज डालकर हल्का भूरा होने तक भुने. अब टमाटर, अदरक, हरी मिर्च भी डाल दे और थोड़ी देर तक भुने. इसके बाद टमाटर, हल्दी एवं नमक डाल कर तब तक भुने जब तक कि टमाटर ठीक से गाल नहीं जाते. अब अंत में कद्दू कस किया हुआ पनीर डाल कर पुरे मिश्रण को अच्छे से पका ले. दस मिनट तक धीमी आंच में पकाने के बाद इसे नीचे उतार कर हरी धनिया की पत्तियों से सजाए. गरमा गरम सर्व करे.

पनीर पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता हैं. इसलिए इस से बने व्यंजन ना सिर्फ स्वाद में टेस्टी लगते हैं बल्कि सेहत के लिए भी लाभदायक होते हैं. वैसे तो पनीर से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जा सकते हैं. लेकिन आज हम आपको को एक आसान और स्वादिष्ट डिश बनाना …

Read More »

अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से हो सकता है सेहत को नुकसान

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व होता है. शरीर की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रोटीन युक्त आहारों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है, पर अगर शरीर में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो जाए तो इससे शरीर को बहुत सारे नुकसान हो सकते हैं. एक रिसर्च के अनुसार अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से हाई प्रोटीन लो कार्ब में बदल जाते हैं. जिससे धीरे-धीरे शरीर में फैट जमा होने लगता है. लंबे समय तक प्रोटीन का सेवन करने से वजन कम करना मुश्किल हो जाता है. 1-अगर आप अधिक मात्रा में प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में फाइबर की कमी होने लगती है. जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से आपको कब्ज की समस्या भी हो सकती है. 2-अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से हड्डियों को कैल्शियम की प्राप्ति नहीं हो पाती है. जिससे हड्डियों को पूरी तरह से एनर्जी नहीं मिलती है. जिसके कारण धीरे-धीरे हड्डियां कमजोर होने लगते हैं. 3- हाई प्रोटीन का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा हो जाती है. जिससे दिल की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है.

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व होता है. शरीर की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रोटीन युक्त आहारों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है, पर अगर शरीर में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो जाए तो इससे शरीर को बहुत सारे नुकसान हो सकते हैं. एक रिसर्च …

Read More »

उम्र के हिसाब से करें लिप कलर का चुनाव

सभी लड़कियों और महिलाओं को लिपस्टिक लगाना बहुत पसंद होता है. लड़कियां चेहरे पर भले ही मेकअप ना करें पर वह लिपस्टिक लगाना कभी नहीं भूलती हैं. लिप कलर लगाने से लुक पूरी तरह से चेंज हो जाता है. इसके साथ ही होठों पर लगी लिपस्टिक आपकी पर्सनालिटी में भी निखार लाती है. कई बार कुछ लड़कियां कुछ ऐसे लिप कलर लगा लेती हैं जो उनके ऊपर सूट नहीं करते हैं. अगर आप उम्र के हिसाब से लिपस्टिक का चुनाव करती हैं तो आपकी पर्सनैलिटी में और भी ज्यादा निखार आएगा. 1- कॉलेज गोइंग गर्ल्स को डार्क लिपस्टिक लगाने की जगह लिप्स को शाइन देने के लिए ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा करने से उन्हें नेचुरल लुक मिलेगा. 2- 20 की उम्र के बाद पिंक लिप्स शेड लगाना बेस्ट रहता है. रोमांटिक लुक पाने के लिए आप लाइट मैट शेड भी चुन सकते हैं. इसके अलावा किसी खास मौके पर आप वाइब्रेंट कलर भी लगा सकते हैं. 3- 30 की उम्र के लिए रेड कलर का लिप्स शेड बेस्ट होता है. रेड लिपस्टिक लगाने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है और प्रोफेशनल पर्सनालिटी निखर कर सामने आती है. 4- 40 साल की उम्र की महिलाएं बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंट होती हैं. इस उम्र की महिलाओं को पेस्टल शेड्स का इस्तेमाल करना चाहिए.

सभी लड़कियों और महिलाओं को लिपस्टिक लगाना बहुत पसंद होता है. लड़कियां चेहरे पर भले ही मेकअप ना करें पर वह लिपस्टिक लगाना कभी नहीं भूलती हैं. लिप कलर लगाने से लुक पूरी तरह से चेंज हो जाता है. इसके साथ ही होठों पर लगी लिपस्टिक आपकी पर्सनालिटी में भी …

Read More »

जानिए कौन सा है दुनिया का सबसे खूबसूरत स्टेशन

आजकल देश-विदेश में मेट्रो ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बहुत बढ़ गई है. देश विदेश के लगभग कई शहरों में बहुत ही खूबसूरत और शानदार मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं. आज हम आपको एक ऐसे मेट्रो स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत ही खूबसूरत है. यह मेट्रो स्टेशन दुनिया का सबसे खूबसूरत मेट्रो स्टेशन है. यह देखने में बिल्कुल म्यूजियम की तरह लगता है. इस मेट्रो स्टेशन को अपनी खूबसूरती के कारण अवार्ड भी मिल चुका है. रूस के सेंट पीटर्सबर्ग सिटी को देखने के लिए हर साल बहुत सारे टूरिस्ट आते हैं. यहां पर मौजूद है एवोतेवो रेलवे स्टेशन टूरिस्ट के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह रेलवे स्टेशन अपनी खूबसूरती और अपनी पैसेंजर चॉइस के लिए जाना जाता है. इस मेट्रो स्टेशन को ग्लास, पिलर्स और वाइट मार्बल से सजाया गया है. इसके अलावा यहां पर लगे खूबसूरत झूमर इस रेलवे स्टेशन की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं. इस मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी की गई है. यहां पर आप तस्वीरें नहीं खींच सकते हैं. इस मेट्रो स्टेशन को खास आर्किटेक्चर के इस्तेमाल से बनाया गया है. यह जमीन से 39 फीट नीचे बना हुआ है. इसे देखने के लिए टूरिस्ट की भीड़ लगी रहती है. यहाँ पहुंचने के लिए आपको एक लंबे एस्कलेटर का सफर तय करना पड़ेगा. नीचे पहुंचते ही आपको सामने खूबसूरत और आकर्षक पेंटिंग लगी हुई दिखाई देंगी. अपनी साज सजावट और डिजाइनिंग के कारण यह रेलवे स्टेशन किसी महाराजा के राजमहल की तरह लगता है.

आजकल देश-विदेश में मेट्रो ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बहुत बढ़ गई है. देश विदेश के लगभग कई शहरों में बहुत ही खूबसूरत और शानदार मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं. आज हम आपको एक ऐसे मेट्रो स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत ही …

Read More »

गर्दन के कालेपन को दूर करता है दही

गर्दन

लड़कियां खूबसूरत दिखने के लिए अपने चेहरे की बहुत ज्यादा देखभाल करती हैं. चेहरे को खूबसूरत बनाने के लिए वह कई तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का भी इस्तेमाल करती हैं, पर वह अपनी गर्दन की तरफ ध्यान देना भूल जाती हैं. जिसके कारण गर्दन का रंग काला हो जाता है. …

Read More »

भारत ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया, रोहित और कुलदीप बने हीरो

इंग्लैंड क्रिकेट टीम गुरुवार को अपने घर में कुलदीप यादव (10-25-6), रोहित शर्मा (नाबाद 137) और कप्तान विराट कोहली (75) की भारतीय तिगड़ी के आगे पस्त हो गई. इस तिगड़ी ने इंग्लैंड को ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए पहले वनडे मैच में आठ विकेट से हार पर मजबूर कर दिया. इसी के साथ भारत ने तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. शिखर धवन ने बनाए शानदार 40 रन कुलदीप की फिरकी में फंसने के बाद इंग्लैंड ने 49.5 ओवरों में सभी विकेट खोकर 268 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया था. भारत ने रोहित और कोहली के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 167 रनों की साझेदारी के दम पर इस लक्ष्य को 40.1 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. कोहली और रोहित के बीच यह साझेदारी तब आई जब भारत ने आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर 59 के कुल स्कोर पर शिखर धवन (40) का विकेट खो दिया था. धवन को मोइन अली ने आदिल राशिद के हाथों कैच कराया. रोहित ने खेली नाबाद 137 रनों की पारी राशिद ने ही 33वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोहली को 226 के कुल स्कोर पर जोस बटलर के हाथों स्टम्प करा भारत को दूसरा झटका दिया. हालांकि यहां कप्तान ने उप-कप्तान के साथ मिलकर भारत की जीत तय कर दी थी. कोहली ने अपनी पारी में 82 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए. इसके बाद रोहित ने लोकेश राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 43 रन जोड़ भारत को जीत दिलाई. रोहित ने अपनी नाबाद पारी में 114 गेंदें खेली और 15 चौके और चार छक्के लगाए. राहुल ने 18 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद नौ रन बनाए. कुलदीप ने लिए 6 विकेट इससे पहले चाइनामैन कुलदीप ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने से महरूम रखा. इंग्लिश टीम हालांकि जोस बटलर (53), बेन स्टोक्स (50) और अंत में मोइन अली (24) तथा आदिल राशिद (22) के दम पर सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रही. मेजबान टीम को जेसन रॉय और जॉनी बयेर्सटो ने अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए स्कोर बोर्ड पर 73 रन टांग दिए. दोनों ने 38-38 रन बनाए. लग रहा था कि इंग्लैंड अच्छे स्कोर तक पहुंचेगी लेकिन कुलदीप ने जेसन को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. कुलदीप ने ही दिलाई टीम को पहली सफलता यहां से कुलदीप ने एक बार फिर इंग्लैंड के मध्य क्रम को कमजोर कर दिया. उन्होंने अपना अगला शिकार 81 के कुल स्कोर पर जोए रूट (3) को बनाया. एक रन बाद बेयर्सटो भी कुलदीप की फिरकी में फंस गए. अब बारी चहल की थी. उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (19) को सुरेश रैना के हाथों आउट कर मेजबान टीम का स्कोर 105 रन पर चार विकेट कर दिया. यहां से स्टोक्स और बटलर ने टीम को संभाला. इन दोनों ने कुलदीप और चहल की जोड़ी को संयम के साथ बिना किसी जोखिम लिए खेला और पांचवें विकेट के लिए 93 रनों की साझेदारी की. लेकिन एक बार फिर कुलदीप भारत को सफलता दिलाने में कामयाब रहे. इस बार निशाना बटलर बने. कुलदीप की गेंद लेग स्टम्प के बाहर जाते हुए बटलर के बल्ले का किनारा लेकर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में गई. बटलर ने 51 गेंदों का सामना किया और पांच गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया. इस बीच स्टोक्स ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था लेकिन इसके बाद वो अपने खाते में इजाफा नहीं कर सके. कुलदीप की गेंद पर उन्होंने रिवर्स स्वीप खेला लेकिन सिर्धाथ कौल ने गली पर डाइव मार शानदार कैच लपक स्टोक्स की पारी का अंत किया. स्टोक्स ने 103 गेंदें खेलीं और सिर्फ दो चौके लगाए. उमेश ने दो विकेट लिए, चहल को एक सफलता मिली कुलदीप ने डेविड विले (1) को 216 के कुल स्कोर पर आउट कर अपने छह विकेट पूरे किए. इंग्लैंड की उम्मीदें मोइन से थी जिन्होंने कुछ हद तक अपनी टीम को सही साबित किया. वो हालांकि उमेश यादव की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में विराट कोहली के हाथों लपके गए. राशिद भी उमेश की गेंद पर इसी तरह हार्दिक पांड्या के हाथों में कैच दे बैठे. कुलदीप के अलावा उमेश ने दो विकेट लिए जबकि चहल को एक सफलता मिली. अपना पहला वनडे मैच खेल रहे तेज गेंदबाज सिद्धार्थ काफी महंगे साबित हुए. वो 10 ओवरों में 62 रन देने के बाद भी विकेट नहीं ले पाए.

इंग्लैंड क्रिकेट टीम गुरुवार को अपने घर में कुलदीप यादव (10-25-6), रोहित शर्मा (नाबाद 137) और कप्तान विराट कोहली (75) की भारतीय तिगड़ी के आगे पस्त हो गई. इस तिगड़ी ने इंग्लैंड को ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए पहले वनडे मैच में आठ विकेट से हार पर मजबूर कर …

Read More »

कुलदीप पर फिदा कोहली ने कहा- इससे बेहतर वनडे स्पैल नहीं देखा

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड पर आठ विकेट की जीत के बाद बायें हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की जमकर तारीफ की जिन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की. पहली बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने वाले कुलदीप (25 रन पर छह विकेट) इंग्लैंड की धरती पर छह विकेट हासिल करने वाले पहले स्पिनर बने जिससे मेजबान टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद 49.5 ओवर में 268 रन पर सिमट गई. रोहित-कोहली ने किया बल्ले से धमाका इसके जवाब में भारत ने सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की 114 गेंद में चार छक्कों और 15 चौकों से नाबाद 137 रन की पारी के अलावा कप्तान विराट कोहली (82 गेंद में 75 रन, सात चौके) के साथ उनकी दूसरे विकेट की 167 रन की साझेदारी की बदौलत 9.5 ओवर शेष रहते दो विकेट पर 269 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. इससे बेहतर वनडे स्पेल नहीं देखा कोहली ने मैच के बाद कुलदीप की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हमने अच्छा प्रदर्शन किया. कुलदीप बेहतरीन था, मुझे नहीं लगता कि पिछले कुछ समय में मैंने इससे बेहतर वनडे स्पेल देखा है. हम चाहते थे कि वह आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी करे क्योंकि हमें पता है कि वह मैच विजेता बन सकता है. 50 ओवर के क्रिकेट में अगर आप विकेट हासिल नहीं करते तो फिर काफी मुश्किल हो जाती है.’’ टेस्ट टीम में होंगे चौंकाने वाले नाम टेस्ट टीम में कुलदीप को जगह मिलने के बारे में पूछने पर कोहली ने कहा, ‘‘वहां कुछ हैरान करने वाले नाम हो सकते हैं, टेस्ट टीम का चयन करने में अभी कुछ दिन का समय है. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखकर हम ऐसा करने का लालच कर सकते हैं. मौसम बेहतरीन है. अब तक यह काफी अच्छा रहा है. ऐसा नहीं लग रहा कि हम घर से दूर हैं.’’ इंग्लिश कप्तान ने माना भारतीय गेंदबाज़ी का लोहा इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने स्वीकार किया कि भारत ने उन्हें बुरी तरह से पछाड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह हमारा सर्वश्रेष्ठ दिन नहीं था. भारत को पूरा श्रेय जाता है, उन्होंने हमें पूरी तरह से पछाड़ दिया.’’ इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कुलदीप की गेंदों का सामना करने में काफी परेशानी हुई जिसे मोर्गन ने भी स्वीकार किया, उन्होंने कहा, ‘‘स्पिन के खिलाफ खेलना चुनौती है और उम्मीद करते हैं कि हम सुधार जारी रखेंगे. हमें बैठकर उन्हें (कुलदीप और युजवेंद्र चहल) खेलने का बेहतर तरीका ढूंढना होगा. लार्ड्स में हालात शायद अलग होंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसने (कुलदीप ने) किसी अन्य स्पिनर की तुलना में अधिक टर्न हासिल किया. स्पिन के खिलाफ खेलने की क्षमता में हमें सुधार करना होगा. ईमानदारी से कहूं तो अब और विश्व कप तक के बीच में हमें अपने कमजोर पक्षों को चुनौती देनी होगी और यह उनमे से एक है.’

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड पर आठ विकेट की जीत के बाद बायें हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की जमकर तारीफ की जिन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की. पहली बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने वाले कुलदीप (25 रन पर छह …

Read More »

फुटबॉल में हिमा लड़कों को देती थीं मात, इस शख्स की जिद से आईं ट्रैक पर

हिमा दास रातों रात एथलेटिक्स की दुनिया में छा गईं. असम के एक साधारण किसान की बेटी हिमा आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के महिला 400 मीटर फाइनल में खिताब के साथ विश्व स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं. आखिरी पलों की कहानी- कैसे 5वें से पहले नंबर पर आईं हिमा दास, VIDEO टेम्पेयर (फिनलैंड) में इस अभूतपूर्व सफलता के बाद एथलेटिक्स जगत में 18 साल की हिमा लगातार सुर्खियों में हैं. हिमा से पहले भारत की किसी भी महिला ने विश्व चैंपियनशिप के किसी भी स्तर पर गोल्ड मेडल नहीं जीता था. हिमा ने 51.46 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. वह हालांकि 51.13 सेकेंड के अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से पीछे रहीं. हिमा ने कभी भी एथलेटिक्स में किस्मत आजमाने का सोचा नहीं था, वह तो लड़कों के साथ फुटबॉल खेला करती थीं. इस दौरान एक शख्स ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उसकी जिद की वजह से वह ट्रैक पर उतर आईं और कड़ी मेहनत के बाद इतिहास रचने में कामयाब हुईं. दरअसल, वो शख्स कोई और नहीं उनके कोच निपोन दास हैं. उन्होंने हिमा को एथलेटिक्स में किस्मत आजमाने की सलाह दी, लेकिन उनके परिवार वाले राजी नहीं हुए. आखिरकर कोच निपोन की जिद के आगे हिमा के परिजनों का झुकना पड़ा. इसी के बाद हिमा ट्रैक पर अपनी काबिलियत साबित करने की जोर आजमाइश में जुट गईं. हिमा की सफलता से देश गदगद, राष्ट्रपति-पीएम मोदी ने दी बधाई कोच निपोन दास, जो पिछले साल जनवरी में हिमा से जुड़े थे, कहा, 'उसका (हिमा का) आत्मविश्वास ही उसकी सफलता का आधार बना. वह अपनी प्रतिद्वंद्वियों की परवाह नहीं करती. हर दौड़ में उसका लक्ष्य बेहतर समय के साथ सर्वश्रेष्ठ को हरा देना है.' उल्लेखनीय है कि हिमा अप्रैल में गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों की 400 मीटर स्पर्धा में तत्कालीन भारतीय अंडर 20 रिकॉर्ड 51.32 सेकेंड के समय के साथ छठे स्थान पर रही थीं. इसके बाद गुवाहाटी में हाल में राष्ट्रीय अंतर राज्य चैंपियनशिप में उन्होंने 51.13 सेकेंड के साथ अपने इस रिकॉर्ड में सुधार किया था.

  हिमा दास रातों रात एथलेटिक्स की दुनिया में छा गईं. असम के एक साधारण किसान की बेटी हिमा आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप के महिला 400 मीटर फाइनल में खिताब के साथ विश्व स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं. टेम्पेयर (फिनलैंड) में इस …

Read More »

आईएएएफ में हिमा दास ने गोल्ड जीत रिकॉर्ड बनाया

हिमा दास ने इतिहास रचते हुए गुरुवार को महिला 400 मीटर फाइनल में खिताब के साथ आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी.खिताब की प्रबल दावेदार 18 साल की हिमा दास ने 51.46 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता जिसके बाद भारतीय खेमे ने जबर्दस्त जश्न मनाया. हिमा दास से पहले भारत की किसी भी महिला ने विश्व चैंपियनशिप के किसी भी स्तर पर स्वर्ण पदक नहीं जीता था. बता दें कि वह 51 .13 सेकेंड के अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से पीछे रही. वह विश्व स्तर पर ट्रैक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं. हिमा मौजूदा अंडर 20 सत्र में सर्वश्रेष्ठ समय निकालने के कारण यहां खिताब की प्रबल दावेदार थी. चौथे नंबर की लेन में दौड़ रही हिमा दास अंतिम मोड़ के बाद रोमानिया की आंद्रिया मिकलोस से पिछड़ रही थी लेकिन अंत में काफी तेजी दिखाते हुए वह बाकी धावकों से काफी आगे रही. मिकलोस ने 52 .07 सेकेंड के साथ रजत पदक हासिल किया जबकि अमेरिका की टेलर मेनसन ने 52 .28 सेकेंड के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया. इसके साथ ही वह वह भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की सूची में शामिल हो गई जिन्होंने 2016 में पिछली प्रतियोगिता में विश्व रिकॉर्ड प्रयास के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया था.

  हिमा दास ने इतिहास रचते हुए गुरुवार को महिला 400 मीटर फाइनल में खिताब के साथ आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी.खिताब की प्रबल दावेदार 18 साल की हिमा दास ने 51.46 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता …

Read More »

हिमा दास ने स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा

आईएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप की महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में भारत की हिमा दास ने स्वर्ण जीत कर इतिहास बना दिया है. गुरुवार को फिनलैंड के टेम्पेरे में हिमा दास ने ये उपलब्धि पाई. हिमा मौजूदा अंडर 20 सत्र में सर्वश्रेष्ठ समय निकालने के कारण यहां खिताब की प्रबल दावेदार थी. 51.46 सेकेंड का समय निकालते हिमा ने राटिना स्टेडियम में खेले गए फाइनल में ये बड़ी जीत और उपलब्धि हासिल की. इस चैंपियनशिप में सभी आयु वर्गो में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला बनने का गौरव भी हिमा दास को मिला. साथ ही अब वह भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की सूची में शामिल हो गई जिन्होंने 2016 में पिछली प्रतियोगिता में विश्व रिकॉर्ड प्रयास के साथ स्वर्ण पदक के साथ देश का गौरव बढ़ाया था. वह हालांकि इस प्रतियोगिता के इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली ट्रैक खिलाड़ी हैं. विश्व जूनियर चैंपियनशिप में भारत के लिए इससे पहले सीमा पूनिया (2002 में चक्का फेंक में कांस्य) और नवजीत कौर ढिल्लों (2014 में चक्का फेंक में कांस्य) पदक जीत चुके हैं. अप्रैल में गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों की 400 मीटर स्पर्धा में तत्कालीन भारतीय अंडर 20 रिकॉर्ड 51.32 सेकेंड के समय के साथ छठे स्थान पर तक पहुंच पाई थी. अब देश के खिलाड़ी क्रिकेट के आलावा भी कई खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे यही. हाल ही में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया था.

आईएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप की महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में भारत की हिमा दास ने स्वर्ण जीत कर इतिहास बना दिया है. गुरुवार को फिनलैंड के टेम्पेरे में हिमा दास ने ये उपलब्धि पाई. हिमा मौजूदा अंडर 20 सत्र में सर्वश्रेष्ठ समय निकालने के कारण यहां खिताब की प्रबल …

Read More »
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com