TOSNEWS

Swati Srivastava wants good content to reach ur table/palm rajanalytica@gmail.com

संविधान सर्वोपरि, सीएम केजरीवाल के लिए चेतावनी है सुप्रीम कोर्ट का फैसला: भाजपा

सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भाजपा दिल्ली सरकार के खिलाफ मान रही है। उसका कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने आप को दिल्ली का मालिक कहते थे, लेकिन अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि संविधान सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री व उपराज्यपाल को मिलकर काम करना होगा। अराजकता के लिए …

Read More »

सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले के बाद क्या अब सुधरेगी दिल्ली की सियासत?

दिल्ली के लोगों ने वर्ष 2015 में एकतरफा मतदान कर अन्ना के आंदोलन से निकली उम्मीद की लौ को साकार रूप दे दिया था। उन्हें लगा था कि अरविंद केजरीवाल एक ऐसे मुख्यमंत्री बनेंगे जो नकारात्मक करने के बजाय में सच्चाई, ईमानदारी और शुचिता का मानदंड स्थापित करेंगे। रामलीला मैदान …

Read More »

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली सरकार और अधिकारी आमने-सामने

दिल्ली में अधिकारों को लेकर मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच छिड़ी जंग के मुद्दे पर सुप्रीम की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपना अहम फैसला तो सुना दिया, लेकिन हालात जस के तस हैं।सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी अब पूरी तरह से आक्रामक रुख में है तो वहीं …

Read More »

दिल्ली में आज होगा बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 30 अफसरों के तबादलों की लिस्ट तैयार

दिल्ली सरकार ने उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है, जो उसके निर्देशों में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। दिल्ली सरकार में काम कर रहे कई बड़े अधिकारियों के तबादले के आदेश गुरुवार तक जारी होने की संभावना है। उन्हें ऐसे विभागों में भेजा जा …

Read More »

पहले बाप, फिर बेटा-बहू फंसे इस ‘दरिंदे’ के चंगुल में, और तबाह हो गया परिवार

पंजाब में नशे से बर्बाद हुए परिवारों और युवाओं की दास्‍तां रूह कंपा देती है। कपूरथला शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर बसे एक गांव में एक युवक ने पिता को चिट्टे (हेरोइन) का नशा करता देखा तो खुद भी इसकी चंगुल में फंस गया। एक दिन पत्‍नी ने हेरोइन का नशा करते देख लिया तो उसे भी इसकी लत लगा दी। हालत यह हो गई कि पिता की नशे से मौत हो गई। जमीन, बाइक, कंबाइन और घर का सामान बिक गया। फिर भी लत न छूटी। मां ने घर से निकाल दिया तो पत्‍नी के साथ अब अस्‍पताल में भर्ती है। युवक ने बताया, उसके किसान पिता मेवा सिंह (काल्पनिक नाम) के घर में एक समय हर तरह की सुख सुविधा थी। मेवा सिंह कंबाइन चलाता था और उसकी खेती-बाड़ी की अच्‍छी खासी जमीन भी थी। चार वर्ष पहले मेवा सिंह मालवा क्षेत्र में कंबाइन से गेहूं की कटाई लिए गया तो वापिस आते समय चिट्टे की सौगात ले आया। यह भी पढ़ें: नशा तस्करी पर होगी मौत की सजा, पंजाब कैबिनेट में प्रस्‍ताव पास, केंद्र को भेजा –– ADVERTISEMENT –– दो पाकिस्तानी युवकों ने डेढ़ माह में तस्करों तक पहुंचाई 21 किलो हेरोइन यह भी पढ़ें युवक ने बताया कि वापिस आकर पिता हेरोइन (चिट्टा) का आदी बन गया। घर की कमाई नशे की भेंट चढ़ने लगी। मेवा सिंह आठ एकड़ जमीन का बड़े भाई के साथ बंटवारा हो गया। बाकी बची जमीन में से ढाई एकड़ जमीन गिरवी रख कर मेवा सिंह चिट्टे का नशा करता रहा। बाप को देख बेटे ने भी नशे की राह पकड़ ली। दोनों बाप-बेटे ने नशे की ऐसी राह

पंजाब में नशे से बर्बाद हुए परिवारों और युवाओं की दास्‍तां रूह कंपा देती है। कपूरथला शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर बसे एक गांव में एक युवक ने पिता को चिट्टे (हेरोइन) का नशा करता देखा तो खुद भी इसकी चंगुल में फंस गया। एक दिन पत्‍नी ने …

Read More »

24 घंटे पहले बेहद खुश प्रियंका ने क्यों की आत्महत्या?

24 घंटे पहले बेहद खुश प्रियंका ने क्यों की आत्महत्या?

दिल्ली में बुराड़ी के संत नगर में रहने वाले भाटिया परिवार की मुखिया नारायण देवी की नातिन प्रियंका की अपने मंगेतर से घटना से एक दिन पूर्व मोबाइल फोन पर काफी देर तक बातचीत हुई थी। इसमें प्रियंका बहुत खुश थी और बातचीत से कहीं ऐसा नहीं लग रहा था …

Read More »

मां गंगा है आइसीयू में भर्ती, बेटा भूला वादा

पूर्व सीएम हरीश रावत और जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान राजेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि गंगा को लेकर मोदी सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में गंगा के लिए कोई नया काम नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने उनसे मार्च 2019 तक का मांगा है। मोदी ने गंगा के नाम पर मांगे थे वोट राजेंद्र सिंह ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि आज मां गंगा आइसीयू में भर्ती है। मां गंगा के बेटे वादा करके भूल गए हैं। जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने उत्तराखंड सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा रिस्पना कोसी नदी को बचाने की योजना महज एक इवेंट है। इतना ही नहीं उन्होने ये तक कह दिया कि ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए था। उनका कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार को तील सलाह दी थी, जो उन्होंने नहीं मानी है।

पूर्व सीएम हरीश रावत और जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने नमामि गंगे परियोजना पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि गंगा बेसिन ऑथरिटी के दौरान हुए कार्यों नमामि गंगे परियोजना से बेहतर था। उन्होंने कहा कि इस वक्त हिमालय और गंगा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। पूर्व सीएम …

Read More »

पीसीएस 2018 के लिए ऑनलाइन आवेदन छह से, एसडीएम के 119 पद

सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा यानी पीसीएस परीक्षा 2018 के लिए यूपी पीएससी में ऑनलाइन आवेदन छह जुलाई से शुरू होंगे। कुल 831 पदों के लिए आवेदन करने की समय सीमा छह अगस्त तक रहेगी। इसमें 119 पद एसडीएम के हैं। आयोग इसका नोटिफिकेशन बुधवार को जारी करेगा। परीक्षा यूपीएससी के पैटर्न पर कराने के लिए आयोग ने कमर कस ली है। प्रारंभिक परीक्षा में पीसीएस और एसीएफ (सहायक वन संरक्षक) के पेपर एक साथ होंगे, जबकि इसकी मुख्य परीक्षा अलग-अलग होगी। पीसीएस की 2018 सत्र की परीक्षा में कई बदलाव के निर्णय आयोग पहले ही ले चुका है। इसे पूरी तरह से यूपीएससी के पैटर्न पर कराने की योजना बनी है। जिसके तहत साक्षात्कार के नंबर 200 से घटाकर 100 कर दिए गए हैं। इस बदलाव से अब पीसीएस की मुख्य परीक्षा का महत्व बढ़ जाएगा। साथ ही साक्षात्कार की आड़ में अभ्यर्थियों को अधिक नंबर देकर उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाए जाने की शिकायतों को पर भी विराम लगेगा। इसके अलावा अब दो की बजाय वैकल्पिक विषय एक ही होगा। सामान्य अध्ययन के दो की जगह अब चार पेपर होंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार ने इस अहम निर्णय पर पहले ही अपनी मुहर लगा दी है, ताकि पीसीएस परीक्षा में पारदर्शिता रहे। गौरतलब है कि अभी तक पीसीएस परीक्षा में लिखित परीक्षा 1500 नंबर और की होती थी और साक्षात्कार 200 नंबर के होते थे। –– ADVERTISEMENT –– सीबीआइ का सामना करने से कतरा रहे पीसीएस 2015 के चयनित अफसर यह भी पढ़ें बदलाव के बाद लिखित परीक्षा तो 1500 अंकों की ही रहेगी लेकिन, साक्षात्कार में 100 नंबर घटा दिए जाने से चयन प्रक्रिया कुल 1600 नंबरों में पूरी की जाएगी। इस बार कई बदलाव के साथ यूपीएससी ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए यूपीएससी से होने वाली आइएएस परीक्षा की तर्ज पर पीसीएस 2018 में भी दो अलग-अलग क्षेत्रों की प्रारंभिक परीक्षाएं एक साथ कराने की योजना तैयार की है। सचिव जगदीश ने बताया कि इसके तहत प्रारंभिक परीक्षा में पीसीएस के साथ सहायक वन संरक्षक का पेपर भी होगा। यानी प्रश्न पत्र एक ही आएगा जबकि मुख्य परीक्षा अलग-अलग होगी।

सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा यानी पीसीएस परीक्षा 2018 के लिए यूपी पीएससी में ऑनलाइन आवेदन छह जुलाई से शुरू होंगे। कुल 831 पदों के लिए आवेदन करने की समय सीमा छह अगस्त तक रहेगी। इसमें 119 पद एसडीएम के हैं। आयोग इसका नोटिफिकेशन बुधवार को जारी करेगा। परीक्षा यूपीएससी के …

Read More »

किसानों के लिए आज का दिन सबसे बड़ा, आज ही उनकी दीवालीः अमित शाह

सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा यानी पीसीएस परीक्षा 2018 के लिए यूपी पीएससी में ऑनलाइन आवेदन छह जुलाई से शुरू होंगे। कुल 831 पदों के लिए आवेदन करने की समय सीमा छह अगस्त तक रहेगी। इसमें 119 पद एसडीएम के हैं। आयोग इसका नोटिफिकेशन बुधवार को जारी करेगा। परीक्षा यूपीएससी के पैटर्न पर कराने के लिए आयोग ने कमर कस ली है। प्रारंभिक परीक्षा में पीसीएस और एसीएफ (सहायक वन संरक्षक) के पेपर एक साथ होंगे, जबकि इसकी मुख्य परीक्षा अलग-अलग होगी। पीसीएस की 2018 सत्र की परीक्षा में कई बदलाव के निर्णय आयोग पहले ही ले चुका है। इसे पूरी तरह से यूपीएससी के पैटर्न पर कराने की योजना बनी है। जिसके तहत साक्षात्कार के नंबर 200 से घटाकर 100 कर दिए गए हैं। इस बदलाव से अब पीसीएस की मुख्य परीक्षा का महत्व बढ़ जाएगा। साथ ही साक्षात्कार की आड़ में अभ्यर्थियों को अधिक नंबर देकर उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाए जाने की शिकायतों को पर भी विराम लगेगा। इसके अलावा अब दो की बजाय वैकल्पिक विषय एक ही होगा। सामान्य अध्ययन के दो की जगह अब चार पेपर होंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार ने इस अहम निर्णय पर पहले ही अपनी मुहर लगा दी है, ताकि पीसीएस परीक्षा में पारदर्शिता रहे। गौरतलब है कि अभी तक पीसीएस परीक्षा में लिखित परीक्षा 1500 नंबर और की होती थी और साक्षात्कार 200 नंबर के होते थे। –– ADVERTISEMENT –– सीबीआइ का सामना करने से कतरा रहे पीसीएस 2015 के चयनित अफसर यह भी पढ़ें बदलाव के बाद लिखित परीक्षा तो 1500 अंकों की ही रहेगी लेकिन, साक्षात्कार में 100 नंबर घटा दिए जाने से चयन प्रक्रिया कुल 1600 नंबरों में पूरी की जाएगी। इस बार कई बदलाव के साथ यूपीएससी ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए यूपीएससी से होने वाली आइएएस परीक्षा की तर्ज पर पीसीएस 2018 में भी दो अलग-अलग क्षेत्रों की प्रारंभिक परीक्षाएं एक साथ कराने की योजना तैयार की है। सचिव जगदीश ने बताया कि इसके तहत प्रारंभिक परीक्षा में पीसीएस के साथ सहायक वन संरक्षक का पेपर भी होगा। यानी प्रश्न पत्र एक ही आएगा जबकि मुख्य परीक्षा अलग-अलग होगी।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह विधिवत रूप से बुधवार को मिशन 2019 के लिए संगठन को सक्रिय करते हुए चुनावी बिगुल पूर्वी उत्तर प्रदेश से फूंकने बुधवार को दोपहर डेढ़ बजे मीरजापुर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान अमित शाह …

Read More »

छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें हुईं तय, जानें इस तिमाही में कितना मिलेगा फायदा

छोटी बचत योजनाओं पब्ल‍िक प्रोविडेंट फंड और नेशनल सेविंग्स स्कीम्स में निवेश करने वालों को आने वाली तिमाही में ज्यादा ब्याज नहीं मिलने वाला है. केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए इन योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया है. बता दें कि छोटी बचत योजनाओं के लिए हर तिमाही में ब्याज दरें अध‍िसूचित की जाती हैं. वित्त मंत्रालय ने इस संबध में एक अध‍िसूचना जारी कर बताया कि 1 जुलाई से 30 सितंबर, 2018 के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. इस अध‍िसूचना के मुताबिक पांच साल की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम पर फिलहाल 8.3 फीसदी ही ब्याज मिलता रहेगा. बता दें कि इस स्कीम के तहत हर तिमाही में ब्याज खाते में क्रेडिट किया जाता है. इसके अलावा सेविंग्स डिपोजिट्स पर ब्याज दर भी 4 फीसदी सालाना पर ही रखी गई हैं. इसके अलावा पब्ल‍िक प्रोविडेंट फंड (PPF) और नेशनल सेविंग्स सर्टिफ‍िकेट (NSC) पर आपको 7.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता रहेगा. वहीं किसान विकास पत्र की बात करें तो इस पर 7.3 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा. सुकन्या समृद्ध‍ि योजना पर आपको 8.1 फीसदी ब्याज दर ही मिलती रहेगी. वहीं, 1-5 साल की टर्म डिपोजिट्स पर 6.6-7.4 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा. वहीं, 5 साल के रिकरिंग डिपोजिट पर 6.9 फीसदी ब्याज मिलेगा. छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज की घोषणा करने के साथ ही वित्त मंत्रालय ने बताया कि छोटी बचत योजनाओं को गर्वनमेंट बॉन्ड यील्ड्स से जोड़ा जाएगा.

छोटी बचत योजनाओं पब्ल‍िक प्रोविडेंट फंड और नेशनल सेविंग्स स्कीम्स में निवेश करने वालों को आने वाली तिमाही में ज्यादा ब्याज नहीं मिलने वाला है. केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए इन योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया है. बता दें कि छोटी बचत योजनाओं …

Read More »
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com