TOSNEWS

Swati Srivastava wants good content to reach ur table/palm rajanalytica@gmail.com

बुलेट ट्रेन एलीट क्लास के लिए, देश को सुरक्षित रेल की जरूरत:ई श्रीधरन

मेट्रोमैन के नाम से ख्यात ई श्रीधरन ने कहा है कि बुलेट ट्रेन देश के एलीट क्लास के लिए है. श्रीधरन का कहना है कि बुलेट ट्रेन का किराया बहुत महंगा होगा जो आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर होगा. लिहाजा देश को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक रेल व्यवस्था की ज्यादा जरूरत है जिससे देश की बड़ी आबादी पर असर पड़ेगा. मेट्रोमैन ई श्रीधरन ने हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि वे ऐसा नहीं मानते कि भारतीय रेल व्यवस्था में बायो-ट्वायलेट के अलावा कोई बड़ा बदलाव आया है. वहीं बायो-ट्वायलेट्स को तकनीकि रूप से अभी और विकसित किया जाना बाकी है. ई श्रीधरन का ये भी कहना है ट्रेनो की रफ्तार बढ़ी नहीं है, बशर्ते अहम ट्रेनों की औसत रफ्तार मे और भी कमी आई है. ट्रेनों को समय पर चलाना अभी भी चुनौती बनी हुई है, वहीं रेल हादसों की संख्या और असुरक्षित क्रांसिंग भी पर हादसों की संख्या बढ़ी है. श्रीधरन का ये भी कहना है कि उनकी समझ से भारतीय रेल किसी भी विकसित देश की रेल व्यस्था से आभी 20 साल पीछे है. इसे पढ़ें: दिल्‍ली मेट्रो लिखेगी इतिहास, बनेगी दुनिया की 5वीं बड़ी मेट्रो श्रीधरन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके दिल के बेहद करीब दिल्ली मेट्रो ने किस तरह से सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में उच्च मापदंड कायम किये हैं. भविष्य में मेट्रो को और अधिक उन्नत करने से कार्यक्षमता में वृद्धी होगी और खर्च में कमी आएगी. मेट्रोमैन की कहना है कि मेट्रो के डिब्बों और अन्य पुर्जों को देश में विकसित करना मोदी सरकार की महत्वकांक्षी मेक इन इण्डिया को और भी बल देगा.

मेट्रोमैन के नाम से ख्यात ई श्रीधरन ने कहा है कि बुलेट ट्रेन देश के एलीट क्लास के लिए है. श्रीधरन का कहना है कि बुलेट ट्रेन का किराया बहुत महंगा होगा जो आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर होगा. लिहाजा देश को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक रेल व्यवस्था …

Read More »

बुराड़ी केस: एक नोटबुक में लिखी है हैरतअंगेज बातें

बुराड़ी में दिल दहला देने वाले कांड में सीलिंग से लटके 10 शवों के आस-पास तांत्रिक दिशा-निर्देश, हिन्दू देवी देवताओ की तस्वीरें, एक नोटबुक जिसमे 2017 से कई काम उज्वल भविष्य के वादे के साथ लिखे पाए गए है. रविवार को पुलिस ने जांच की तो मृतकों की आंखों पर पट्टी, हाथ बंधे, चेहरा झुका, कुछ का चेहरा ऊपर और लाश लोहे की ग्रिल पर ये सीन पुलिस को भी डरने पर मजबूर कर गया. दिल्ली स्थित संतनगर बुराड़ी में भाटिया हाउस किसी भूतिया जगह से काम नहीं था जहा दीवारों पर तांत्रिक मंत्र और देवी देवताओ की तस्वीरो के साथ निर्देशों से पटी हुई दीवारे किसी को भी डरा दे . एक नोटबुक जिसमे मुंह और आंख को कपड़ों से ढंककर, हाथ बांधकर दर्द और डर से निपटने के उपाय 25 जून को लिखे गए. मृतकों में से एक ललित भाटिया ने लिखा था. इसमें लिखा था कि किस तरह से लोग उसके आदेश पर स्टूल से कूद जाएंगे. भाटिया परिवार में 6 साल पहले एक काम करने वाली एक मेड ने कहा, "सारे परिजन बहुत ज्यादा धार्मिक थे. घर के मालिक भूपी भाटिया, अक्सर कुछ धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान आपा खो बैठते थे. वह समझ से बाहर आने वाली बाते कहते थें और अजीब व्यवहार करते थे." वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉक्टर, रूपा मुर्गई ने इस मामले पर कहा , "धार्मिक समूहों में बीमार मनोदशा वाले लोग होते हैं जिन्हें उपचार की आवश्यकता होती है. वे इससे कोई व्यक्तिगत या शारीरिक लाभ नहीं लेते हैं. वे कमजोर दिमागी लोगों को निशाना बनाते हैं और ब्रेन वॉश करते हैं. वह उन्हें इस बात का यकीन दिलाते हैं कि अच्छे जीवन के लिए उनका मरना जरूरी है. धर्म की आड़ में ऐसे समूह लोगों को सम्मोहित करते हैं और उनसे ऐसा कराते हैं." पुलिस के सूत्रों का कहना है कि परिवार के 11 सदस्यों में से 7 महिला और 4 पुरुष सदस्यों की हत्या, घर के ही 3 लोगों ने मारा और फिर खुद की हत्या कर ली. दिल्ली विश्वविद्यालय में मनोवैज्ञानिक नलिनी डेका ने कहा, "मैंने ऐसे धार्मिक समूहों को देखा है जो अपने लोगों को नशीली दवाओं से धीमा कर देते हैं और फिर उनसे जो चाहे वह करा सकते हैं. हम उन सांप्रदायिक समूहों का जिक्र नहीं कर सकते. उन्होंने इन सबके पीछे किसी ड्रग समूह का हाथ होने से इनकार किया."

बुराड़ी में दिल दहला देने वाले कांड में सीलिंग से लटके 10 शवों के आस-पास तांत्रिक दिशा-निर्देश, हिन्दू देवी देवताओ की तस्वीरें, एक नोटबुक जिसमे 2017 से कई काम उज्वल भविष्य के वादे के साथ लिखे पाए गए है. रविवार को पुलिस ने जांच की तो मृतकों की आंखों पर …

Read More »

बस एक्सीडेंट: 48 की मौत,जनता दरबार वाले सीएम ने किया अब ये एलान

पहाड़ी सूबे उत्तराखंड से एक बुरी खबर आ रही है. मामला पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित धूमाकोट का है जहा एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई और बस हादसे में 48 लोगों की मौत की सुचना है. जबकि अन्य 11लोग जख्मी हो गए है.घटना के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दुर्घटनास्थल धूमाकोट सहस्त्रधारा हैलीपैड से दुर्घटनास्थल के लिए निकल गए है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बस हादसे की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. इसके साथ ही घटनास्थल पर हेलिकॉप्टर के देर से पहुंचने को लेकर मुख्यमंत्री ने मामले को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी बातचीत हुई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए, घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करके उत्तराखंड बस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र से बात की है. वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश में लगातार हो रहे सड़क हादसों को चिंताजनक बताते हुए बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने जनता दरबार में एक बुजुर्ग शिक्षिका के साथ दुर्वयव्हार करने के कारण फिलहाल सुर्खियों में है.

पहाड़ी सूबे उत्तराखंड से एक बुरी खबर आ रही है. मामला पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित धूमाकोट का है जहा एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई और बस हादसे में 48 लोगों की मौत की सुचना है. जबकि अन्य 11लोग जख्मी हो गए है.घटना के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र …

Read More »

राशिफल 02 जुलाई: मान सम्‍मान बढ़ेगा, कर्ज से मुक्ति मिलेगी

जानिए 2 जुलाई, सोमवार का राशिफल... ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): व्‍यवसाय निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर रहेगा। जीवनसाथी के साथ अच्‍छा तालमेल बनेगा। अधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे। मनोबल मजबूत रहेगा। नए वस्‍त्र, आभूषण क्रय कर सकते हैं। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): मित्र मददगार साबित होंगे। सामाजिक क्षेत्र में वर्चस्‍व बढ़ेगा। नौकरी में तरक्‍की व स्‍थानांतरण के योग हैं। ज्ञान, विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी। पत्‍नी व बच्‍चों के साथ घूमने जाएंगे। GEMINI (21 मई – 20 जून): परिवार के प्रति अपनी जिम्‍मेदारियों को बखूबी निभाएंगे। जनसंपर्क बढ़ेगा। आर्थिक पक्ष सुदृढ़ रहेगा। नए कारोबार में लाभ मिलेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। सेहत का ध्‍यान रखें। CANCER (21 जून – 22 जुलाई): अतिथिजनों का साहचर्य आनंदित करेगा। अनुसंधानात्‍मक कार्यों के लिए समय अनुकूल है। सरकारी नौकरी में लाभ के योग हैं। किसी महिला मित्र की मदद से कार्य बनेंगे। यात्रा शुभ। LEO (23 जुलाई – 22 अगस्त): व्‍यावसायिक यात्रा लाभप्रद हो सकती है। कुछ कष्‍ट व निराशा का अनुभव कर सकते हैं। वाद विवाद में न पड़ें। परिवारजनों के साथ मनमुटाव हो सकता है। प्रेम प्रसंगों से दूरी बनाए रखें। VIRGO (23 अगस्त– 22 सितंबर): घर में किसी मांगलिक कार्य की योजना बन सकती है। समाज में आपका वर्चस्‍व बढ़ेगा। विद्यार्थी पढ़ाई व कॅरियर को ज्‍यादा महत्‍व देंगे। पूर्वजों की संपत्ति मिलने का योग है। LIBRA (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): मान सम्‍मान बढ़ेगा। सहयोगी कार्य में व्‍यवधान पैदा करेंगे। विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी। संतान आपकी आज्ञा में रहेगी। वाहन का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें। SCORPIO (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): आर्थिक स्थिति मजबूत कर लेंगे। नौकरी में अधिकारी आपकी प्रशंसा करेंगे। आत्‍मविश्‍वास व परिश्रम से आगे बढ़ेंगे। विद्यार्थी पढ़ाई में अधिक ध्‍यान दें। खानपान में रुचि बढ़ेगी। SAGITTARIUS (22 नवंबर– 21 दिसंबर): व्‍यापार व नौकरी में शत्रु षड्यंत्र रच सकते हैं। दूसरों की मदद करने के चक्‍कर में आप स्‍वयं उलझ सकते हैं। दांपत्‍य जीवन सुखमय रहेगा। निवेश सोच समझकर करें। CAPRICORN (22 दिसंबर – 19 जनवरी): आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति विशेष रुचि रहेगी। निराश होने से कार्य बिगड़ सकते हैं। भूमि, भवन क्रय करने की योजना बनेगी। जनहित के कार्यों में प्रवृत्‍त रहेंगे। उपहार प्राप्‍त हो सकता है। AQUARIUS (20 जनवरी – 18 फरवरी): पारिवारिक स्थिति सुदृढ़ बनेगी। सोचे गए सभी काम समय पर पूरे होंगे। भाइयों की सलाह महत्‍वपूर्ण साबित होगी। किसी पुराने मित्र से मिलकर प्रसन्‍नता होगी। निवेश से बचें। PISCES (19 फरवरी – 20 मार्च): भौतिक एेश्‍वर्य के साधनों में बढ़ोतरी होगी। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ेगा। कोर्ट कचहरी के कार्यों को अभी स्‍थगित रखें। किसी शादी, समारोह में जाने का अवसर मिलेगा।जानिए 2 जुलाई, सोमवार का राशिफल... ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): व्‍यवसाय निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर रहेगा। जीवनसाथी के साथ अच्‍छा तालमेल बनेगा। अधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे। मनोबल मजबूत रहेगा। नए वस्‍त्र, आभूषण क्रय कर सकते हैं। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): मित्र मददगार साबित होंगे। सामाजिक क्षेत्र में वर्चस्‍व बढ़ेगा। नौकरी में तरक्‍की व स्‍थानांतरण के योग हैं। ज्ञान, विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी। पत्‍नी व बच्‍चों के साथ घूमने जाएंगे। GEMINI (21 मई – 20 जून): परिवार के प्रति अपनी जिम्‍मेदारियों को बखूबी निभाएंगे। जनसंपर्क बढ़ेगा। आर्थिक पक्ष सुदृढ़ रहेगा। नए कारोबार में लाभ मिलेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। सेहत का ध्‍यान रखें। CANCER (21 जून – 22 जुलाई): अतिथिजनों का साहचर्य आनंदित करेगा। अनुसंधानात्‍मक कार्यों के लिए समय अनुकूल है। सरकारी नौकरी में लाभ के योग हैं। किसी महिला मित्र की मदद से कार्य बनेंगे। यात्रा शुभ। LEO (23 जुलाई – 22 अगस्त): व्‍यावसायिक यात्रा लाभप्रद हो सकती है। कुछ कष्‍ट व निराशा का अनुभव कर सकते हैं। वाद विवाद में न पड़ें। परिवारजनों के साथ मनमुटाव हो सकता है। प्रेम प्रसंगों से दूरी बनाए रखें। VIRGO (23 अगस्त– 22 सितंबर): घर में किसी मांगलिक कार्य की योजना बन सकती है। समाज में आपका वर्चस्‍व बढ़ेगा। विद्यार्थी पढ़ाई व कॅरियर को ज्‍यादा महत्‍व देंगे। पूर्वजों की संपत्ति मिलने का योग है। LIBRA (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): मान सम्‍मान बढ़ेगा। सहयोगी कार्य में व्‍यवधान पैदा करेंगे। विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी। संतान आपकी आज्ञा में रहेगी। वाहन का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें। SCORPIO (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): आर्थिक स्थिति मजबूत कर लेंगे। नौकरी में अधिकारी आपकी प्रशंसा करेंगे। आत्‍मविश्‍वास व परिश्रम से आगे बढ़ेंगे। विद्यार्थी पढ़ाई में अधिक ध्‍यान दें। खानपान में रुचि बढ़ेगी। SAGITTARIUS (22 नवंबर– 21 दिसंबर): व्‍यापार व नौकरी में शत्रु षड्यंत्र रच सकते हैं। दूसरों की मदद करने के चक्‍कर में आप स्‍वयं उलझ सकते हैं। दांपत्‍य जीवन सुखमय रहेगा। निवेश सोच समझकर करें। CAPRICORN (22 दिसंबर – 19 जनवरी): आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति विशेष रुचि रहेगी। निराश होने से कार्य बिगड़ सकते हैं। भूमि, भवन क्रय करने की योजना बनेगी। जनहित के कार्यों में प्रवृत्‍त रहेंगे। उपहार प्राप्‍त हो सकता है। AQUARIUS (20 जनवरी – 18 फरवरी): पारिवारिक स्थिति सुदृढ़ बनेगी। सोचे गए सभी काम समय पर पूरे होंगे। भाइयों की सलाह महत्‍वपूर्ण साबित होगी। किसी पुराने मित्र से मिलकर प्रसन्‍नता होगी। निवेश से बचें। PISCES (19 फरवरी – 20 मार्च): भौतिक एेश्‍वर्य के साधनों में बढ़ोतरी होगी। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ेगा। कोर्ट कचहरी के कार्यों को अभी स्‍थगित रखें। किसी शादी, समारोह में जाने का अवसर मिलेगा।

जानिए 2 जुलाई, सोमवार का राशिफल… ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): व्‍यवसाय निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर रहेगा। जीवनसाथी के साथ अच्‍छा तालमेल बनेगा। अधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे। मनोबल मजबूत रहेगा। नए वस्‍त्र, आभूषण क्रय कर सकते हैं। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): मित्र मददगार साबित होंगे। सामाजिक क्षेत्र …

Read More »

यहां शहतूत के साथ ही अब इस पेड़ से भी होगा रेशम का उत्पादन, जानिए

रेशम विभाग के उप निदेशक अरविंद ललोरिया ने बताया कि रेशम विभाग इस बरसात में वृहद पौधरोपण कर रहा है। इसमें अकेले जहां भीमताल ब्लॉक की वन पंचायतों में पहली बार मणिपुरी बांज का रोपण होगा, वहीं 73 हजार शहतूत के पौधों का भी रोपण किया जाएगा।

किसान आने वाले दिनों में मणिपुरी बांज से रेशम का उत्पादन कर सकेंगे। रेशम विभाग भीमताल ब्लॉक के वन पंचायतों में मणिपुरी बांज के पौधे लगाने जा रहा है। इसकी शुरुआत 15 जुलाई से होगी। ब्लॉक रेशम विभाग को वन पंचायतों की खाली भूमि उपलब्ध कराएगा, जहां वह 30 हजार …

Read More »

दोस्ती की दृष्टि से नाप रहे जिंदगी का सफर, पेश की मिसाल

बेटियों की बेहतरी है सपना विनोद बेलवाल की दो और रामबरन की एक बेटी है। दोनों बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के सपने के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि परिजन भी इनकी हर संभव मदद करते हैं।

जिंदगी का खेल भी अजब-गजब है। कुदरत के दिए जख्म कभी नहीं भरते पर दोस्ती उस पर मरहम का काम कर जाती है। रुद्रपुर के कलक्ट्रेट परिसर में काम करने वाले दो कर्मचारी, जिनकी जिंदगी से वक्त ने आंखों की रोशनी छीन ली, फिर भी वर्षों की दोस्ती एक-दूसरे का …

Read More »

डॉ. कफील के भाई पर हमले मामले में नया मोड़, पुलिस ने कासिफ के करीबियों को पकड़ा

आक्‍सीजन कांड से चर्चा में आए डा. कफील के भाई कासिफ पर 10-11 जून की रात हुए जानलेवा हमले के मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने कासिफ के करीबी और उसके भाई को ही उठा लिया है. कासिफ के भाई अदील ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने और उनके ही लोगों को उठाकर फर्जी खुलासा करने का आरोप लगाया है. मुख्‍यमंत्री से मिलने पहुंचे थे अदील खान मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ दो दिन के दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे थे. शुक्रवार की सुबह उन्‍होंने जनता दरबार लगाया था और वहां अपनी समस्‍या लेकर पहुंचे लोगों की फरियाद भी सुनी. इसी दौरान डा. कफील खान के भाई अदील खान भी मुख्‍यमंत्री से मिलने पहुंचे. उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से 10-11 जून की रात उनके भाई कासिफ पर हुए जानलेवा हमले की जानकारी दी. उन्‍होंने बताया कि 19 दिन बीतने के बाद भी पुलिस के दो अधिकारी किस तरह से मामले में हीलाहवाली कर रहे हैं. उन्‍होंने मुख्यमंत्री को दिए पत्र में सीबीआई जांच की मांग भी की थी. उन्‍होंने परिवार पर जान के खतरे का भी अंदेशा जताया. गोरखपुर: खाना देने में पत्नी को हुई देर तो पति ने मार दी गोली योगी आदित्‍यनाथ ने पुलिस के आलाधिकारियों को दिए निर्देश इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने पुलिस के आलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि हमलावर चाहें जो भी हों, पुलिस उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करे. अभी मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को गए 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि पुलिस ने कासिफ के करीबी और उसके लिए पिछले 5-6 सालों से प्रापर्टी का काम करने वाले हांसूपुर निवासी आशीष राज श्रीवास्‍तव उर्फ भोलू और उसके भाई को उठा लिया है. उन्‍होंने आरोप लगाया कि पुलिस दोनों की पिटाई कर रही है और जबरदस्‍ती उन्‍हें ये कुबूल करने का दबाव बना रही है कि गोली उन लोगों ने ही चलाई थी. डा. कफील के भाई ने कहा- हमारे लोगों को ही पुलिस प्रताड़ित कर रही है अदील का कहना है कि 10-11 जून की रात घटना होने के बाद से ही पुलिस का रवैया उनके परिवार के प्रति ठीक नहीं है. उन्‍होंने कहा कि घटना के बाद हालत बिगड़ने पर कासिफ को लखनऊ के केजीएयू में रेफर कर दिया गया. 15 जून की रात कोतवाली थाने के दो पुलिसकर्मी रात 9.30 बजे केजीएमयू पहुंचे और उन्‍होंने होश में आ चुके कासिफ का 161 का बयान दर्ज किया. उन्‍होंने बताया कि कासिफ ने बांसगांव सांसद कमलेश पासवान, सतीश नांगलिया, नोमान, निकहत आरा, अखिलेश दूबे और प्रभाकर दूबे का नाम लिया था. लेकिन, पुलिस ने इन लोगों के प्रति नरम रुख अख्तियार किया हुआ है. उल्‍टे उनके लोगों को ही पुलिस प्रताड़ित कर रही है. इलाहाबाद: राष्ट्रपति का काफिला गुजरते ही कुक की गोली मारकर हत्या से शहर में दहशत बीजेपी सांसद कमलेश पासवान और सतीश नांगलिया पर आरोप कासिफ पर हमले के बाद डा. कफील ने लखनऊ में प्रेसवार्ता कर बांसगांव से बीजेपी सांसद कमलेश पासवान और उनके लिए काम करने वाले सतीश नांगलिया पर हमले का आरोप लगाया था. कफील की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद इस मामले में बीजेपी सांसद को भी अपना पक्ष रखना पड़ा था. उस समय उन्‍होंने कहा था कि इस मामले में पुलिस के उच्‍चाधिकारियों से फीडबैक लिया है और पुलिस ने बताया है कि वो जल्‍द ही घटना का खुलासा कर देगी. उन्‍होंने कासिफ के जमीन और उनके परिवार के जमीन के कई मामले के विवाद में फंसे होने की बात भी कही थी. अब पुलिस ने कासिफ पर हमले के मामले में उसके करी‍बी के उठाने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. हालांकि जब तक पुलिस घटना का खुलासा नहीं करती है, तब‍ तक कुछ कहना सही नहीं होगा. लेकिन, सवाल ये है कि क्‍या कासिफ ने खुद ही अपने ऊपर हमला कराया था या फिर सच्‍चाई कुछ और है.

आक्‍सीजन कांड से चर्चा में आए डा. कफील के भाई कासिफ पर 10-11 जून की रात हुए जानलेवा हमले के मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने कासिफ के करीबी और उसके भाई को ही उठा लिया है. कासिफ के भाई अदील ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने …

Read More »

सेवा दल में जान फूंकेंगे राहुल गांधी, RSS के मुकाबले की तैयारी

लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को लगातार मिल रही हार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को चिंता में डाल दिया है. कांग्रेस को सत्ता के शिखर पर पहुंचाने के लिए उन्होंने अपने पुराने संगठन सेवा दल में नई जान फूंकने का फैसला किया है. उप्र कांग्रेस इकाई से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों का दावा है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही सेवा दल का इस्तेमाल न केवल पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए किया जाएगा, बल्कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की एक मजबूत काट के तौर पर भी उभरेगा. डॉ. कफील के भाई पर हमले मामले में नया मोड़, पुलिस ने कासिफ के करीबियों को पकड़ा यूपी कांग्रेस इकाई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इसकी जानकारी दी. हालांकि इस पदाधिकारी ने अपना नाम जाहिर करने से मना कर दिया, लेकिन सेवा देल के विस्तार को लेकर उन्होंने विस्तार से चर्चा की.पदाधिकारी का दावा है कि राहुल गांधी मानसून सत्र के बाद अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी और अपनी मां सोनिया गांधी की संसदीय सीट रायबरेली से एक साथ इसकी शुरुआत कर सकते हैं. सेवा दल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुकाबले खड़ा करने की योजना बकौल कांग्रेस पदाधिकारी, "कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस सेवा दल को फिर से सक्रिय करने की तैयारी में जुटे हैं. उन्होंने सेवा दल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुकाबले खड़ा करने की योजना तैयार की है." कांग्रेस के इस पदाधिकारी ने बताया कि जब तक कांग्रेस सेवा दल सक्रिय रहा, तब तक कांग्रेस आरएसएस की हर चाल की काट आसानी से निकाल लेती थी. कालांतर में सेवा दल लगातार कमजोर होता गया और आरएसएस मजबूत होता जा रहा है. कांग्रेस के सूत्र भी बताते हैं कि सेवा दल का इतिहास कांग्रेस जितना ही पुराना है. इसकी कार्यशैली बिल्कुल आरएसएस की तरह ही रही है. मौजूदा समय में कांग्रेस का यह अहम संगठन मृतप्राय स्थिति में आ गया है. हिंदुस्तान सेवा दल के नाम से हुआ था कांग्रेस सेवा दल का गठन दरअसल, कांग्रेस सेवा दल का गठन वर्ष 1923 में हिंदुस्तान सेवा दल के नाम से हुआ था. बाद में इसे कांग्रेस सेवा दल का नाम दे दिया गया. आरएसएस की तरह ही कभी कांग्रेस सेवा दल पर भी प्रतिबंध लगा था. अंग्रेजी हुकूमत के दौरान वर्ष 1932 से लेकर 1937 तक हिंदुस्तान सेवा दल को प्रतिबंधित कर दिया गया था. कांग्रेस के पदाधिकारी ने बताया, "आजादी के बाद सेवा दल ने कांग्रेस को आगे बढ़ाने की कोशिश की. आजादी के बाद सत्ता में काबिज कांग्रेस को आपातकाल के बाद देश के बदले माहौल में जनता पार्टी की सराकर के गठन के बाद सेवा दल की याद आई थी. इंदिरा जी ने सेवा दल को खड़ा किया. यही नहीं, खुद राजीव गांधी ने सेवा दल के शिविर में जाकर 1983 में में सात दिनों का प्रशिक्षण लिया था." राहुल को अब सेवा दल की याद आने लगी है कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के मुखिया राहुल को अब सेवा दल की याद आने लगी है. ऐसी अटकले हैं कि मानसून सत्र के बाद जल्द ही रायबरेली और अमेठी में सेवा दल का प्रशिक्षण शुरू होगा. इसके लिए कांग्रेस के शीर्ष स्तर पर सेवा दल के नाम पर बजट मुहैया कराने की रणनीति भी तैयार कर ली गयी है. गोरखपुर: खाना देने में पत्नी को हुई देर तो पति ने मार दी गोली सेवा दल को मजबूती देने के लिए लगातार हो रहा है काम उप्र में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू के मुताबिक, "सेवा दल पार्टी का बहुत पुरान संगठन है.इससे किसी का मुकाबला नहीं है. सेवा दल को मजबूती देने के लिए लगातार काम होता रहा है. आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी संगठन एकसाथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेंगे."

लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को लगातार मिल रही हार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को चिंता में डाल दिया है. कांग्रेस को सत्ता के शिखर पर पहुंचाने के लिए उन्होंने अपने पुराने संगठन सेवा दल में नई जान फूंकने का फैसला किया है. उप्र कांग्रेस …

Read More »

जीएसटी का जश्नः मुख्य समारोह में शामिल हुए दो-दो वित्त मंत्री!

देश में वन नेशन-वन टैक्स की परिकल्पना के साथ लागू हुए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को एक साल पूरा हो गया है. केंद्र सरकार पूरे देश में इस मौके को ईमानदारी के प्रतीक के तौर पर स्थापित करने के लिए जीएसटी दिवस मना रही है. खास बात ये है कि इस संबंध में आयोजित मुख्य समारोह अपने आप में खास रहा क्योंकि ये पहला और अनोखा मौका है जब केंद्र के कार्यक्रम में दो-दो वित्त मंत्री शामिल हुए. पीयूष गोयल जहां मंच पर मौजूद थे तो अरुण जेटली ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित किया. केंद्र सरकार ने देशभर में जीएसटी 30 जून 2017 की मध्यरात्रि को लागू किया था. इसे लागू करने के लिए संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष सत्र बुलाया और इस टैक्स सुधार को आजाद भारत का सबसे बड़ा सुधार कहा. इसे लागू करते समय देश के वित्त मंत्रालय की कमान अरुण जेटली के हाथ में थी. बीते एक साल के दौरान उनके नेतृत्व में इस टैक्स सुधार को पूरे देश में लागू किया गया. हालांकि इस दौरान जीएसटी लागू करने में आई दिक्कतों के चलते वे विपक्ष के निशाने पर भी रहे. जीएसटी के एक साल पूरे होने से एक महीने पहले ही वित्त मंत्रालय में फेरबदल किया गया. स्वास्थ्य कारणों के चलते अरुण जेटली को बिना प्रभार का कैबिनेट मंत्री घोषित किया गया और कोयला व रेल जैसे प्रमुख मंत्रालय देख रहे पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का भी कार्यभार सौंप दिया गया. अरुण जेटली की वित्त मंत्रालय से ‘छुट्टी’उनका स्वास्थ बेहतर होने तक के लिए बताई जा रही है. हालांकि बीते 15 दिन से अरुण जेटली सोशल मीडिया पर जमकर सक्रियता दिखा रहे हैं. मानो संकेत दे रहे हों कि अब वे स्वस्थ हो चुके हैं और कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं. अरुण जेटली ने बीते 15 दिनों के दौरान कश्मीर, महंगाई, आतंकवाद, जीएसटी जैसे कई मुद्दों पर फेसबुक पोस्ट लिखकर अपनी सक्रियता दिखाई है, लेकिन आज देशभर में जीएसटी के जश्न की तैयारी में वह केंद्र सरकार का चेहरा पूर्ण रूप से नहीं बन पाए. जीएसटी दिवस के सभी कार्यक्रमों में प्रमुख भूमिका वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे पीयूष गोयल ही निभा रहे हैं. राजधानी दिल्ली के अंबेडकर हॉल में आयोजित जीएसटी के जश्न में जहां मंच पर पीयूष गोयल मौजूद थे, वहीं इस कार्यक्रम के दौरान अरुण जेटली को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल किया गया. जीएसटी के जश्न के लिए सजे मंच पर पीयूष गोयल की मौजूदगी और इसके साथ ही अरुण जेटली का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन अपने आप में अनोखी स्थिति है. पिछले कई दिन से विपक्ष सवाल उठा रहा है कि देश का असली वित्त मंत्री कौन हैं. कांग्रेस ने इस बारे में सरकार की अलग-अलग वेबसाइट का भी हवाला दिया था. कहा जा रहा है कि अगर पीयूष गोयल सिर्फ प्रभारी वित्त मंत्री हैं तो वे नीतिगत फैसलों, अहम मीटिंग में कैसे हिस्सा ले रहे हैं और अगर उन्हें ही वित्त मंत्री बना दिया गया है तो अरुण जेटली की मोदी सरकार में अब क्या भूमिका होगी? आज जिस तरह जीएसटी के कार्यक्रम में दोनों मंत्री शामिल किए गए उससे इस तरह के सवालों को और ज्यादा मजबूती मिलेगी.

देश में वन नेशन-वन टैक्स की परिकल्पना के साथ लागू हुए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को एक साल पूरा हो गया है. केंद्र सरकार पूरे देश में इस मौके को ईमानदारी के प्रतीक के तौर पर स्थापित करने के लिए जीएसटी दिवस मना रही है. खास बात ये है …

Read More »

बिन जेटली मनाया मोदी सरकार ने GST का जश्न, कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए शामिल

देश में वन नेशन वन टैक्स की परिकल्पना के साथ लागू हुए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर मोदी सरकार ने पूरे देश में ईमानदारी के स्वरूप के तौर पर जीएसटी दिवस का जश्न मनाया. इस जश्न में जीएसटी लागू करने में अहम भूमिका निभाने वाले केन्द्रीय मंत्रीय अरुण जेटली मौजूद नहीं रहे. जीएसटी के जश्न की शुरुआत करते हुए वित्त मंत्रालय द्वारा जीएसटी के एक साल के सफर पर तैयार की गई फिल्म 'वन ईयर ऑफ जीएसटी' का प्रदर्शन किया गया. फिल्म में बताया गया कि कैसे 1 जुलाई की मध्यरात्रि को संसद से देश के इस सबसे अहम टैक्स सुधार कार्यक्रम की शुरुआत की गई. फिल्म में दर्शाया गया कि कैसे बीते एक साल के दौरान केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों ने मिलकर पूरे देश में इस व्यवस्था को लागू करने के लिए काम किया. जीएसटी की सफलता को दर्शाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में जहां पीयूष गोयल ने कहा कि मौजूदा समय में जीएसटी से लगी सभी उम्मीदें पूरी हुई हैं. बीते एक साल के दौरान केन्द्र सरकार को राजस्व में इजाफा हुआ है तो कारोबारी सहजता पहले से बेहतर हुई है. गोयल ने कहा कि यदि जीएसटी के फायदे इसी तरह आगे भी मिलते रहे तो जल्द की केन्द्र सरकार के पास टैक्स दरों को और कम करने में मदद मिलेगी. इसे पढ़ें: जीएसटी का जश्नः मुख्य समारोह में शामिल हुए दो-दो वित्त मंत्री! पीयूष गोयल के इस बयान के बाद अरुण जेटली का संदेश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ. अरुण जेटली ने अपने इस संबोधन में जीएसटी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश टैक्स ढांचे में इस सुधार के लिए तैयार हुआ. जेटली ने कहा कि जीएसटी लागू करने में राज्यों को राजस्व में संभावित नुकसान का बड़ा डर था लेकिन मोदी सरकार ने अगले 5 साल तक राज्यों के नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन देकर सभी राज्यों को जीएसटी लागू करने के पक्ष में तैयार कर लिया. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने जीएसटी के एक साल पूरे होने पर कहा कि अरुण जेटली उनके राजनीतिक गुरू हैं और वह कामना करते हैं कि वह जल्द से जल्द स्वस्थ होकर वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालें. पीयूष गोयल ने कहा कि बीते एक साल से जीएसटी देश में कोऑपरेटिव फेडरलिज्म का सबसे बड़ा उदाहरण है. अपने लाइव टेलिकास्ट में अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लागू करने के बाद टैक्स कलेक्शन में बड़ा इजाफा हुआ है. जेटली के मुताबिक लगभग 11.9 फीसदी अधिक टैक्स एकत्र किया गया है. यह जीएसटी की सफलता के पक्ष में सबसे बड़ा आंकड़ा है. वहीं जेटली ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार का राजस्व इस स्तर से बढ़ता रहा तो केन्द्र सरकार के लिए आसान हो जाएगा कि वह उपभोक्ताओं और कारोबारियों को अधिक राहत पहुंचाने के लिए टैक्स दरों को और कम करने का फैसले कर सके. इसके अलावा जेटली ने दावा किया कि दुनिया के कई देशों में जीएसटी को लागू करने में बेहद कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा वहीं कुछ देशों में यह प्रभावी नहीं हो सका. इन देशों में राजस्व घटने के साथ-साथ कारोबार और अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा. लेकिन भारत में जीएसटी को सफलतापूर्वक लागू किया गया और विपरीत वैश्विक माहौल के बावजूद जीएसटी को देश में लागू करने के साथ-साथ इसे केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों, कारोबार और उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचाने वाला बनाया गया.

देश में वन नेशन वन टैक्स की परिकल्पना के साथ लागू हुए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर मोदी सरकार ने पूरे देश में ईमानदारी के स्वरूप के तौर पर जीएसटी दिवस का जश्न मनाया. इस जश्न में जीएसटी लागू करने …

Read More »
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com