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भारतीय क्षेत्र में इंटरनेट ब्लॉक पर व्हाट्सएप करता है काम, सुरक्षा एजेंसियों ने जताई चिंता

सरकार अब अशांत क्षेत्रों में व्हाट्सएप कॉलिंग सर्विस को ब्लॉक (रोकने) करने की भौतिक स्थितियों की जांच कर रही है। जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आतंकियों से पता चला है कि वे सीमापार के अपने हैंडलरों से व्हाट्सएप के जरिये लगातार संपर्क में बने रहे जबकि प्रशासन ने इंटरनेट और सोशल मीडिया की सेवाओं को ब्लॉक कर रखा था। गृह सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की उच्च स्तरीय बैठक में यह मामला सोमवार को प्रमुखता से उठा। हाल ही में जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मुहम्मद के गिरफ्तार किए एक आतंकी ने बताया है कि नगरौटा में 2016 में सेना के शिविर पर हुए आतंकी हमले के दौरान हमलावर आतंकियों को सीमा पार से लगातार निर्देश मिल रहे थे। एनआईए ने हाल ही में आतंकी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर नगरौटा हमले में शामिल आतंकियों की मदद करने का शक है। इस आतंकी हमले में सात जवान शहीद हुए थे। बैठक में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और संचार मंत्रालय के उच्चाधिकारियों ने भी भाग लिया। जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को रोके जाने के बाद सीमापार पाकिस्तानी कब्जे वाले इलाके से सिग्नल जारी रहने की स्थिति पर विचार किया गया। इससे भारतीय इलाके में वॉट्सऐप कॉलिंग होती रहती है और मोबाइल से सामान्य तरीके से बातचीत, संदेशों का देन-लेन जारी रहता है। ऐसे में सुरक्षा बलों को कार्रवाई में मुश्किल आती है और वे आतंकियों को नई जानकारी मिलने से नहीं रोक पाते। इससे कई बार आतंकियों को बच निकलने में मदद मिल जाती है। बैठक में हालात से निपटने के लिए व्यवस्था को और ज्यादा चाक-चौबंद बनाने का फैसला किया गया।

सरकार अब अशांत क्षेत्रों में व्हाट्सएप कॉलिंग सर्विस को ब्लॉक (रोकने) करने की भौतिक स्थितियों की जांच कर रही है। जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आतंकियों से पता चला है कि वे सीमापार के अपने हैंडलरों से व्हाट्सएप के जरिये लगातार संपर्क में बने रहे जबकि प्रशासन ने इंटरनेट और सोशल …

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यादगार किस्सा: प्लेन भटकने की सूचना मिली तो सो गए अटल जी

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। अटलजी जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा यहां बता रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी 'हार नहीं मानूंगा' में एक किस्सा बताया गया है जिसे पत्रकार विजय त्रिवेदी ने बयान किया है। एक बार अटलजी को हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जाना था तो वे एक छोटे विमान से धर्मशाला जा रहे थे। इस सफर में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद रहे बलबीर पुंज भी थे। इस यात्रा के दौरान अटलजी को नींद आ गई। इसी बीच विमान का सह-पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसने पुंज से पूछा कि क्या वे इससे पहले कभी धर्मशाला आए हैं? पुंज द्वारा ऐसा पूछने की वजह पूछे जाने पर सह-पायलट ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हमारा संबंध टूट गया है और हमें धर्मशाला मिल नहीं रहा है। विमान चालकों के पास बहुत पुराना नक्शा था और नीचे जो दिख रहा था, वह उस नक्शे से मेल नहीं खा रहा था। इतने में वाजपेयी की नींद टूटी। जब पुंज ने उन्हें सारी बात बताई तो अटल जी ने बोले 'अगर जागते हुए क्रैश होगा तो बहुत तकलीफ होगी इसलिए फिर से सो जाता हूं।' यह कहकर वे दोबारा सो गए। बाद में इस विमान का संपर्क इंडियन एयरलाइंस के एक विमान से हुआ और उसकी मदद से उसे धर्मशाला की जगह कुल्लू में सुरक्षित उतार लिया गया।भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। अटलजी जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा यहां बता रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी 'हार नहीं मानूंगा' में एक किस्सा बताया गया है जिसे पत्रकार विजय त्रिवेदी ने बयान किया है। एक बार अटलजी को हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जाना था तो वे एक छोटे विमान से धर्मशाला जा रहे थे। इस सफर में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद रहे बलबीर पुंज भी थे। इस यात्रा के दौरान अटलजी को नींद आ गई। इसी बीच विमान का सह-पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसने पुंज से पूछा कि क्या वे इससे पहले कभी धर्मशाला आए हैं? पुंज द्वारा ऐसा पूछने की वजह पूछे जाने पर सह-पायलट ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हमारा संबंध टूट गया है और हमें धर्मशाला मिल नहीं रहा है। विमान चालकों के पास बहुत पुराना नक्शा था और नीचे जो दिख रहा था, वह उस नक्शे से मेल नहीं खा रहा था। इतने में वाजपेयी की नींद टूटी। जब पुंज ने उन्हें सारी बात बताई तो अटल जी ने बोले 'अगर जागते हुए क्रैश होगा तो बहुत तकलीफ होगी इसलिए फिर से सो जाता हूं।' यह कहकर वे दोबारा सो गए। बाद में इस विमान का संपर्क इंडियन एयरलाइंस के एक विमान से हुआ और उसकी मदद से उसे धर्मशाला की जगह कुल्लू में सुरक्षित उतार लिया गया।

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय …

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जब संख्याबल के आगे झुक गए थे अटल, 1996 का वो ऐतिहासिक भाषण

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कवि अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ठीक नहीं है. सोमवार को रुटीन चेकअप के लिए उन्हें नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. अटल जी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन है. सोमवार शाम से ही एम्स में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई दिग्गज अटल का हाल लेने पहुंचे. अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. एक 13 दिन, दूसरी बार 13 महीने और फिर पूरे पांच साल तक. जब एक वोट से गिर गई सरकार... 1996 के चुनाव परिणामों के बाद 16 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. लेकिन एक मत के चलते बीजेपी बहुमत साबित नहीं कर पाई, परिणाम स्वरूप समय से पहले ही बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और सरकार 13 दिन बाद गिर गई थी. दरअसल, बीजेपी को लोकसभा में 161 सीटें मिली थीं और कांग्रेस को 140 सीटें मिली थीं, लेकिन फ्लोर टेस्ट के दौरान वाजपेयी सरकार के पक्ष में 269 वोट और उनके विरोध में 270 वोट पड़े थे. इस्तीफा देने से पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में यादगार भाषण दिया. उन्होंने लोकसभा में कहा था कि सदन में एक व्यक्ति की पार्टी है, वो हमारे खिलाफ जमघट करके हराने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें पूरा अधिकार है लेकिन वो 'एकला चलो रे' के रास्ते पर चल रहे हैं. ये देश के भलाई के लिए एक हो रहे हैं तो स्वागत है. विपक्ष पर किया था जमकर वार साथ ही उन्होंने कहा था कि हमारा क्या अपराध है. हमें क्यों कठघरे में खड़ा किया जा रहा है? यह जनादेश ऐसे ही नहीं मिला है. हमने मेहनत की है, इसके पीछे वर्षों का संघर्ष है, साधना है. हम देश सेवा कर रहे हैं वो भी निस्स्वार्थ भाव से और पिछले 40 सालों से ऐसे ही करते आ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक-एक सीटों वाली पार्टियां कुकुरमुत्ते की तरह उग आती हैं. राज्यों में आपस में लड़ती हैं. दिल्ली में आकर एक हो जाती हैं. हम देश की सेवा के कार्य में जुटे रहेंगे. उन्होंने कहा, 'हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि जो कार्य हमने अपने हाथों में लिया है, उसे पूरा किए बिना विश्राम नहीं करेंगे. अध्यक्ष महोदय, मैं अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को देने जा रहा हूं.' उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि हम थोड़ी ज्यादा सीटें नहीं ला सके. ये हमारी कमजोरी है. हमें बहुमत मिलना चाहिए था. हमें सरकार बनाने को राष्ट्रपति ने अवसर दिया, लेकिन हमें सफलता नहीं मिली. हम सदन में सबसे बड़े विरोधी दल के रूप में बैठेंगे और आपको हमारा सहयोग लेकर सदन चलाना पड़ेगा. मगर सरकार आप कैसी बनाएंगे, वो सरकार किस कार्यक्रम पर बनेगी वो सरकार कैसी चलेगी मैं नहीं जानता. 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा', पढ़ें अटल की 5 यादगार कविताएं वाजपेयी ने अपने शब्दों से प्रहार करते हुए कहा था, 'ये सरकार टिकाऊ होगी, उसके लक्षण कम ही दिखते हैं. पहले तो उसका जन्म लेना कठिन है, फिर उसका जीवित रहना कठिन है और ये सरकार अंतर्विरोध में घिरी हुई है, ये देश का कितना लाभ कर सकेगी, ये एक बड़ा सवाल है. ऐसे में तब आपको हर बात के लिए कांग्रेस के पास दौड़ना पड़ेगा और आप उनपर निर्भर हो जाएंगे. हम फ्लोर पर कोर्डिनेशन करते हैं उसके बिना सदन नहीं चलता. आप सारा देश चलाना चाहते हैं, अच्छी बात है हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.' और फिर 28 मई, 1996 को अटल ने अपने भाषण में कहा कि हम संख्याबल के सामने सिर झुकाते हैं. अध्यक्ष महोदय, मैं अपना इस्तीफा राष्ट्रपति जी को देने जा रहा हूं. कर्नाटक चुनाव के दौरान भी आई थी याद आपको बता दें कि हाल ही में कर्नाटक चुनाव के दौरान जब बीजेपी की सरकार बहुमत ना होने के कारण गिरी. तो बी.एस. येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए भाषण दिया. उस दौरान उनके भाषण की तुलना भी अटल बिहारी वाजपेयी के 1996 में दिए गए भाषण से की गई थी.

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कवि अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत ठीक नहीं है. सोमवार को रुटीन चेकअप के लिए उन्हें नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. अटल जी को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन है. सोमवार शाम से ही एम्स में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र …

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कर्नाटक कांग्रेस में दंगल जारी, राहुल लेंगे आखिरी फैसला

कर्नाटक कांग्रेस में दंगल जारी, राहुल लेंगे आखिरी फैसला

कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की साझा सरकार बनने के बाद सियासी ड्रामा जारी है. कांग्रेस के कोटे से बने मंत्रियों ने शपथ लिए हुए 6 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा पूरा नहीं हो सका. 6 विभाग अभी बांटे नहीं जा सके हैं. इसके अलावा कई वरिष्ठ …

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किसने कहा, मोदी को कौन मार सकता है, उनका सीना तो 56 इंच का है

अहमदाबाद: गुजरात के दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि अंबेडकरवाद आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की साजिश हो रही है. जिसमे भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में एक आरोपी के घर से मिले पत्र को जरिया बनाया जा रहा है.मेवाणी ने कहा कि जो पत्र मिला है वो फालतू है. हमें तो अंबेडकर आधारित आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की महाराष्ट्र सरकार की योजना लगती है. प्रकाश अंबेडकर पर भी उंगली कर रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए. शेहला रशीद द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और आरएसएस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने में शामिल होने के आरोप पर मेवाणी - मेवाणी ने कहा कि अगर किसी ने ऐसा ट्वीट किया है तो हम उसके समर्थक नहीं हैं. लेकिन सवाल यही है कि मोदी को कौन मार सकता है, उनका सीना तो 56 इंच का है. सुरेंद्र नगर जिले के दलित को गोली लग सकती है. मोदी तो 56 इंच का सीना लेकर निकलते हैं, तो उनको कहां डरना है. फिर भी उन्हें डर लग रहा है तो हमारी नसीहत है कि वो हिमालय चले जाएं. गोरखपुर में डॉक्टर कफील खान के भाई पर हुए हमले पर मेवाणी दलित नेता और गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि फिजूल के खर्च पर सभी राज्यों की सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करती हैं. यूपी सरकार की ओर से महज 60 लाख रुपये नहीं दिए जाने की वजह से गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में कई बच्चों की मौत हो गई थी, उस वक्त डॉक्टर कफील खान ही थे जिनके प्रयास से कई बच्चों की जान भी बची. इस बात का श्रेय दिए जाने की बजाए उन पर मुकदमा दायर कर दिया गया. जब वो जेल से निकलकर बाहर आए तो उन्होंने कहा था कि उन्हें आशंका है कि उन पर या उनके परिवार पर हमला हो सकता है. कल उनके भाई पर हमला हुआ तो इसके पीछे भी कोई न कोई साजिश लग रही है.

अहमदाबाद: गुजरात के दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि अंबेडकरवाद आंदोलन पर नक्सलाइट का ठप्पा लगाने की साजिश हो रही है. जिसमे भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में एक आरोपी के घर से मिले पत्र को जरिया बनाया जा रहा है.मेवाणी ने कहा कि …

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कश्मीर में जारी है बारूदी हमले

रमजान में भारत की ओर से सैन्य कार्यवाही रोके जाने के बावजूद भी पाकिस्तान की ओर से आतंकी हमले जारी है. जिसमे कई जवान शहीद हो चुके है और आम अवाम भी परेशान है. देश भर में पाकिस्तान को माकूल जवाब दिए जाने की मांग उठ रही है. इससे पहले रविवार को ही जम्मू कश्मीर में चल रही मुठभेड़ में सेना ने 6 आंतकियों को अपना निशाना बनाया था. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में सेना ने 6 आतंकियों को ढेर कर दिया था.

लगातार आतंक की आग में जल रहे कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से आतंकी हमले जारी है. अब दक्षिण कश्मीर में आज सुबह आतंकियों ने जगह हमले किये. हमले पुलवामा और अनंतनाग में हुए जिनमे पुलवामा में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए ओर अनंतनाग हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान …

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राशिफल 12 जून: नौकरी में रुतबा बढ़ेगा, बच्‍चों के साथ मौजमस्‍ती करेंगे

जानिए 12 जून, मंगलवार का राशिफल... ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): प्रेम प्रसंगों के लिए समय अच्‍छा है। खर्च पर नियंत्रण्‍ा रखें। परिवार के साथ धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। व्‍यापार में उतार चढ़ाव आ सकता है। परिश्रम से सफलता। सेहत उत्‍तम। TAURUS (20 अप्रैल – 20 मई): व्‍यापार व्‍यवसाय में बढ़ोतरी होगी। शत्रु परास्‍त होंगे। वित्‍तीय स्थिति सुदृढ़ बनी रहेगी। उच्‍चाधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे। मित्रों के साथ घूमने जा सकते हैं। GEMINI (21 मई – 20 जून): नौकरी में अधिकारी की डांट सुना पड़ सकती है। मन में कुछ बेचैनी रहेगी। कामकाज को गंभीरता से लें।परिवार में किसी उत्‍सव की तैयारियों में व्‍यस्‍त रहेंगे। माता पिता का प्रेम व सहयोग मिलेगा। CANCER (21 जून – 22 जुलाई): नैतिक मूल्‍यों व आध्‍यात्‍म की ओर झुकाव रहेगा। कॅरियर को ज्‍यादा महत्‍व देंगे। समाज में आपका वर्चस्‍व बढ़ेगा। खानपान में अति उत्‍सुकता के प्रति सतर्क रहें। चोरी व दुर्घटना का भय है। LEO (23 जुलाई – 22 अगस्त): देशप्रेम का जज्‍बा दिल में रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य उत्‍तम रहेगा। रोजमर्रा के कामों को एक रोचक अंदाज में निपटाएंगे। बैंक बैलेंस बनेगा। मिलकर काम करने के नतीजे फलदायक होंगे। पूजापाठ में मन लगेगा। VIRGO (23 अगस्त– 22 सितंबर): निवेश करने से पहले सलाह लें। वित्‍तीय पक्ष कुछ कमजोर हो सकता है। मित्रों के बीच गलतफहमी पैदा हो सकती है। विद्यार्थी आलस्‍य त्‍याग दें तो परिणाम अच्‍छे मिलेंगे। पत्‍नी का सहयोग व प्रेम मिलेगा। LIBRA (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): आय प्राप्ति के साधनों में बढ़ोतरी होगी। सास बहू में अनबन हो सकती है। धर्म व दर्शन के प्रति आपकी रुचि रहेगी। घर में सुख शांति का वातावरण रहेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। SCORPIO (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): गृह स्थितियां आपके पक्ष में बनेंगी। आपकी प्रतिभा व काबिलियत खुलकर सबके सामने आएगी। समाज में मान प्रतिष्‍ठा में बढ़ोतरी होगा। प्रेम का इजहार करने का सही समय है। यात्रा शुभ। SAGITTARIUS (22 नवंबर– 21 दिसंबर): कोर्ट कचहरी के कार्यों में व्‍यस्‍तता बनी रहेगी। नया मकान अथवा वाहन क्रय करने की योजना बन सकती है। संतान के विवाह प्रस्‍ताव आ सकते हैं। विद्यार्थियों की अध्‍ययन में रुचि रहेगी। CAPRICORN (22 दिसंबर – 19 जनवरी): परिवार के साथ सुखद पल बिताएंगे। सरकारी कामकाज गति पकड़ेंगे। जमीन जायदाद के कार्य बनेंगे। मित्रों की सलाह लाभदायक रहेगी। स्‍वास्‍थ्‍य की अनदेखी न करें। यात्रा न करें। AQUARIUS (20 जनवरी – 18 फरवरी): भाई को किसी तरह का कष्‍ट हो सकता है। आप लोगों की मदद के लिए आगे आएंगे। निवेश करने से पहले बड़ों की सलाह लें। नौकरी में आपकी रुतबा बढ़ेगा। बच्‍चों के साथ मौजमस्‍ती करेंगे। PISCES (19 फरवरी – 20 मार्च): किसी से उपहार प्राप्‍त हो सकता है। कानूनी अड़चनें समाप्‍त होंगी। व्‍यापार में थोड़ा नुकसान हो सकता है। शिक्षण कार्य में रुचि बढ़ेगी। भाई बहन के मध्‍य प्‍यार बढ़ेगा। अधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे।

जानिए 12 जून, मंगलवार का राशिफल… ARIES (21 मार्च – 19 अप्रैल): प्रेम प्रसंगों के लिए समय अच्‍छा है। खर्च पर नियंत्रण्‍ा रखें। परिवार के साथ धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। व्‍यापार में उतार चढ़ाव आ सकता है। परिश्रम से सफलता। सेहत उत्‍तम। TAURUS (20 अप्रैल – 20 …

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फेल होने पर कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने काटा जमकर बवाल

वहीं मामला ज्यादा बढ़ता देख विश्वविद्यालय के प्रशासक मौके पर पहुंचे और आक्रोशित छात्रों को समझा बुझा के मामला शांत कराया. इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों से जीटी रोड पर बवाल न करने और ट्रैफिक को बाधित ना करने की अपील करते हुए दिखाई दिया. विवि प्रशासन ने इस मामले पर जल्द कार्यवाई करने की बात कह आक्रोशित छात्रों को शांत कराया. विवि प्रशासन का कहना है कि छात्रों की मांग पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वहीं छात्रों ने भी विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद हंगामा करना बंद कर दिया. बता दें की यह महला मामला नहीं है जब कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हंगामा काटा है. इससे पहले भी ऐसे कई मामले देखने को मिले है जब छात्रों ने नंबर व अन्य मामलों को लेकर विश्वविद्यालय कैम्पस में बवाल किया है.

  पिछले हफ्ते आए बीएससी के रिजल्ट में कानपुर यूनिवर्सिटी के करीब 50 प्रतिशत छात्र फेल हो गए. इससे गुस्साए छात्रों ने सोमवार को यूनिवर्सिटी के बाहर जमकर बवाल काटा और जीटी रोड को जाम कर के घंटों हंगामा करते रहे. आक्रोशित छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने …

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ठिठका मानसून, MP में अभी एक हफ्ते तक करना पड़ सकता है इंतजार

अरब सागर से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल ठिठक गया है। अरब सागर में वैदर सिस्टम सक्रिय नहीं होने से मानसून को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की बरसात के लिए अभी कम से कम एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि वातावरण में नमी मौजूद रहने से कहीं-कहीं मानसून पूर्व की बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रहेगा। भीषण गर्मी और उमस झेल चुके लोगों की उम्मीद पर फिलहाल मानसून ने पानी फेर दिया है। मप्र से लगे छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में प्रवेश करने के बाद अरब सागर से चला मानसून ठिठककर रह गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को कोंकण का अधिकांश भाग,मध्य महाराष्ट्र का कुछ और हिस्सा,मराठवाड़ा,विदर्भ,छत्तीसगढ़,उड़ीसा के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर लिया था। लेकिन उसके बाद वह स्थिर हो गया है। शुक्ला के मुताबिक अरब सागर में फिलहाल मानसूनी गतिविधियां सुस्त पड़ी हैं। जिससे मानसून को आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पा रही है। उधर बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब का क्षेत्र बना है। लेकिन उसका रुख बांग्लादेश की तरफ होने की संभावना है। इस वजह से अभी कम से कम एक सप्ताह तक मानसून के आगे बढ़ने की संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि वातावरण में आद्रता बनी रहने से प्री मानसून एक्टिविटी के तहत गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

अरब सागर से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल ठिठक गया है। अरब सागर में वैदर सिस्टम सक्रिय नहीं होने से मानसून को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की बरसात के लिए अभी कम से कम एक सप्ताह तक इंतजार करना …

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इंदौर : मेडिकल की छात्रा ने बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर की आत्महत्या

इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की थर्ड ईयर की छात्रा ने बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। छात्रा एनेस्थेटिस्ट थी। उसने ये कदम क्यों उठाया ये अभी भी राज बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक महिला एनेस्थेटिस्ट डॉ. स्मृति किशोर (32) इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में थी। डॉ. स्मृति ने बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। स्मृति अरेरा कालोनी भोपाल की रहने वाली थी और तृतीय वर्ष की छात्रा थी। बीती रात डॉ. स्मृति ने इंडेक्स कॉलेज में ही बेहोशी का ओवरडोज लेकर जीवन लीला समाप्त कर ली। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। खुड़ैल पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।

इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की थर्ड ईयर की छात्रा ने बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। छात्रा एनेस्थेटिस्ट थी। उसने ये कदम क्यों उठाया ये अभी भी राज बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक महिला एनेस्थेटिस्ट डॉ. स्मृति किशोर (32) इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में …

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