TOSNEWS

Swati Srivastava wants good content to reach ur table/palm rajanalytica@gmail.com

CWG2018 :सीमा पूनिया को फिर सिल्वर से करनी पड़ी संतुष्टि

गोल्ड कोस्ट: ऑस्ट्रेलिया में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय एथलीटों ने सबसे ज्यादा पदक आठवें दिन जीते. एथलेटिक्स से डिस्कस थ्रो में भारत को दो पदक हासिल हुए. अनुभवी डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया और युवा नवजीत ढिल्लन ने पदक जीते. सीमा को सिल्वर और नवजीत को ब्रॉन्ज मेडल मिला. ऑस्ट्रेलिया की डैनी स्टीवंस ने राष्ट्रमंडल खेलों का 20 साल पुराना गेम रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया. बता दें कि 34 साल की सीमा ने सभी आठ प्रयासों में 60.41 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता. इसके अलावा, नवजीत ने 57.43 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. डैनी स्टीवंस ने 68.26 मीटर का शानदार प्रदर्शन करते हुए सोना जीता. न्यूजीलैंड की बेट्रिस रोइनी लियुआ ने 20 सितंबर, 1998 में कुआलालंपुर में 65.92 मीटर तक चक्का फेंक राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे स्टीवंस ने तोड़ दिया. गौरतलब है कि हरियाणा की सीमा पूनिया गोल्ड कोस्ट 'गोल्ड मेडल' जीतने के इरादे से गई थीं. लेकिन एक बार फिर उन्हें निराशा हाथ लगी. सीमा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. सीमा ने सबसे पहले 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल जीता था. इसके बाद 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला था. इसके बाद ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में भी वो सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं थी. लेकिन गोल्ड कोस्ट में अपना आखिरी कॉमनवेल्थ गेम्स में उनका गोल्ड लेने का सपना टूट गया.

 ऑस्ट्रेलिया में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय एथलीटों ने सबसे ज्यादा पदक  आठवें दिन जीते. एथलेटिक्स से डिस्कस थ्रो में भारत को दो पदक हासिल हुए. अनुभवी डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया और युवा नवजीत ढिल्लन ने पदक जीते. सीमा को सिल्वर और नवजीत को ब्रॉन्ज मेडल मिला. ऑस्ट्रेलिया की …

Read More »

हर गली में भारत के सिस्टम की हत्या हो रही है-गौतम गंभीर

 सोशल मिडिया पर एक्टिव रहने वाले क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सिस्टम की आलोचना की है इस समय गौतम आईपीएल खेलने में व्यस्त हैं, लेकिन जब बात देश और सामाजिक मामलों को लेकर हो तो वह इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने से कभी पीछे नहीं हटते. उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू-कश्मीर …

Read More »

CWG2018 : हॉकी में फाइनल की दौड़ से बाहर भारतीय महिलाएं, कांस्य के लिए इंग्लैंड से मुकाबला

गोल्ड कोस्ट: भारतीय महिला हॉकी टीम को राष्ट्रमंडल खेल के सेमीफाइनल मैच में मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 से हरा दिया है. अंतिम चार मिनट में गोल करने के दो बड़े अवसरों को गंवाने वाली भारतीय टीम स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर हो गई है और अब वह कांस्य पदक के लिए इंग्लैंड से भिड़ेगी. भारत ने हालांकि मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अच्छा खेल दिखाया, लेकिन एक गोल के अंतर के साथ मेजबान टीम बेहतर साबित हुई और इस तरह भारत के हाथों से 2002 राष्ट्रमंडल खेलों की तरह स्वर्ण जीतने का मौका निकल गया. खेले जा रहे मैच में पहले क्वार्टर से ही दोनों टीमों के बीच गोल के लिए कड़ा संघर्ष देखा गया, दूसरे ही मिनट में वंदना कटारिया ने ऑस्ट्रेलिया के डी-सेक्शन में आकर कप्तान रानी को गेंद पास की, लेकिन रानी का शॉट नेट से बाहर चला गया. ऑस्ट्रेलिया ने अगले पांच मिनट में एक के बाद एक दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन गोलकीपर सविता ने दोनों ही कोशिशों पर पानी फेर दिया. ऑस्ट्रेलिया की गोल की हर कोशिश को भारत के डिफेंस ने नाकाम किया. दूसरे क्वार्टर की शुरुआत के अगले मिनट में ही ऑस्ट्रेलिया की जेन क्लेक्स्टन ने सीधी गेंद भारतीय टीम के नेट पर मारने के लिए हिट की, लेकिन सविता ने शानदार डाइव मारते हुए अपने पैर से रास्ता रोकते हुए गेंद को नेट तक नहीं पहुंचने दिया. भारतीय टीम की आक्रामक पंक्ति भी ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस को नहीं भेद पा रही थीं और ऐसे में दूसरा क्वार्टर भी बिना किसी गोल के समाप्त हो गया. तीसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन भारतीय टीम के डिफेंस ने इस अवसर को असफल कर दिया.ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ी के बैक स्टिक के गेंद पर लगने के कारण भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की रशर ने फिर कमाल करते हुए इसे सफल कर दिया. अंतिम दो मिनट में कप्तान रानी के पास गोल करने का मौका था, लेकिन उनका शॉट नेट के किनारे से होकर निकल गया. इस कारण भारत को 0-1 से हार मिली.

 भारतीय महिला हॉकी टीम को राष्ट्रमंडल खेल के सेमीफाइनल मैच में मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 1-0 से हरा दिया है. अंतिम चार मिनट में गोल करने के दो बड़े अवसरों को गंवाने वाली भारतीय टीम स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर हो गई है और अब वह कांस्य पदक के …

Read More »

CWG2018 : 15 साल के अनीश ने जीता गोल्ड

गोल्ड कोस्ट: ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के 9वें दिन की शुरुआत शानदार रही. 15 साल के अनीश ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. उन्होंने भारत के खाते में 16वां गोल्ड डाला. फाइनल में उन्होंने कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ 30 अंक अर्जित किए. इस स्पर्धा का सिल्वर मेडल ऑस्ट्रेलिया के सर्जई इवग्लेवस्की (28 अंक) ने जीता, जबकि ब्रॉन्ज इंग्लैंड के सैम गोविन (17 अंक) के हिस्से आया. बता दें कि पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर में अनीश इसी के साथ सबसे युवा खिलाड़ी बन गए है. गौरतलब है कि इससे पहले शूटिंग में भारत के लिए इकट्ठे दो मेडल आए. महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में 37 साल की तेजस्विनी सावंत ने गोल्ड पर निशाना साधा, जबकि अंजुम मौदगिल को सिल्वर मेडल मिला. फाइनल में तेजस्विनी ने कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ 457.9 अंक हासिल किए, जबकि अंजुम (455.7 अंक) दूसरे स्थान पर रहीं. इस स्पर्धा का ब्रॉन्ज स्कॉटलैंड की सियोनाइड मैकिनटोश (444.6) को मिला. तेजस्विनी का मौजूदा कॉमनवेल्थ में यह दूसरा पदक है. इससे पहले उन्होंने 50 मीटर राइफल प्रोन में सिल्वर मेडल जीता था. शूटिंग में भारत के कुल पदकों की संख्या 15 हो गई है, जिनमें 6 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज शामिल हैं. इसके साथ ही शूटिंग में सर्वाधिक 6 गोल्ड हासिल हो चुके हैं. वेटलिफ्टिंग में भारत ने 5 गोल्ड मेडल जीते हैं.

 ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के 9वें दिन की शुरुआत शानदार रही. 15 साल के अनीश ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. उन्होंने भारत के खाते में 16वां गोल्ड डाला. फाइनल में उन्होंने कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ 30 अंक …

Read More »

महिला सुरक्षा राष्ट्रीय का विषय है राहुल गांधी

आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और समर्थकों की तरफ से कठुआ और उन्नाव की पीड़िता के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आधी रात को कांग्रेस पार्टी ऑफिस से इंडिया गेट तक मार्च निकाला गया। राहुल ने कहा कि महिला सुरक्षा राष्ट्र का मसला है इसपर राजनीति से पड़े हट कर सोचना होगा। उन्नाव-कठुआ रेप केस: मोदी के उपवास पर भारी पड़ेगा राहुल का मध्यरात्रि कैंडल मार्च

आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और समर्थकों की तरफ से कठुआ और उन्नाव की पीड़िता के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आधी रात को कांग्रेस पार्टी ऑफिस से इंडिया गेट तक मार्च निकाला गया। राहुल ने कहा कि महिला सुरक्षा राष्ट्र का मसला है इसपर राजनीति से पड़े हट कर सोचना …

Read More »

यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त: हाईकोर्ट

उन्नाव: देश में बलात्कार की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है, कभी सरकार पक्ष के किसी नेता के ऊपर बलात्कार का आरोप लगता है तो कहीं सरकार पक्ष के कुछ नेता बलात्कार में छोटी बच्ची के आरोपियों के समर्थन में तिरंगे लेकर रैलियां करते है, इन्हीं घटनाओं के साथ आज उन्नाव रेप केस में इलाहबाद हाईकोर्ट में बहस के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है. इलाहबाद कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है जिसे कल यानी शुक्रवार को 2 बजे सुनाया जाएगा. हाईकोर्ट ने उत्तरप्रदेश की योगी सरकार को लताड़ लगाकर कहा कि सरकार जनता के लिए है या आरोपियों के संरक्षण के लिए? कोर्ट की आज हुई कार्यवाही में राज्य सरकार पर कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की साथ ही ये भी कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. इससे पहले हुई कोर्ट की बहस में योगी सरकार ने अपने विधायक को बचाने की पूरी कोशिश की, साथ ही सरकार की तरफ से साफ मना कर दिया गया कि बलात्कार में पीड़िता ने जिस विधायक पर आरोप लगाए है उन आरोपों के लिए पर्याप्त सबूत नहीं है जिसके कारण विधायक को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. मामले की जांच SIT के बाद अब CBI के पास है देखते है इस केस में आगे क्या निकल कर आता है.

उन्नाव: देश में बलात्कार की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है, कभी सरकार पक्ष के किसी नेता के ऊपर बलात्कार का आरोप लगता है तो कहीं सरकार पक्ष के कुछ नेता बलात्कार में छोटी बच्ची के आरोपियों के समर्थन में तिरंगे लेकर रैलियां करते है, इन्हीं घटनाओं के साथ आज …

Read More »

उन्नाव गैंगरेप : चौतरफा दबाव के बाद बीजेपी विधायक हिरासत में

उन्नाव: गैंगरेप मामले में सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लिया है. इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार तड़के बीजेपी विधायक को घर से हिरासत में लिया. बता दें, केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश मंजूर करते हुए गुरुवार की शाम इस केस की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने का आदेश जारी किया था. इससे पहले हाई कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. एफआईआर दर्ज होने के बाद पीड़ित लड़की की बहन ने आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग की थी. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मेरे पिता को मारने वाले और इस साजिश को रचने वालों को फांसी होनी चाहिए. बता दें, चौतरफा दबाव के बाद यूपी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जिसे केंद्र ने मंजूर कर लिया था. बता दें, गृह विभाग ने पीड़िता के पिता की मौत की जांच की सिफारिश भी सीबीआई से की है. इस मामले में उन्नाव जिला अस्पताल के 2 डॉक्टर सस्पेंड किए गए हैं. इसके अलावा जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर गाज गिरी है. इनपर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है. वहीं, सीओ सफीपुर कुंवर बहादुर सिंह भी लापरवाही के आरोप में सस्पेंड किए गए हैं. बता दें, इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर यूपी सरकार सबके निशाने पर है. विधायक सेंगर ने कहा था कि, 'जांच रिपोर्ट में क्या है, मुझे नहीं मालूम. एसआइटी रिपोर्ट में क्या-क्या मामले आए हैं, इसका मुझे कुछ नहीं पता. यह कहा जा रहा है कि मैं भाग गया हूं, फरार हो गया हूं. इसलिए मैं यह दिखाना चाहता हूं कि मैं जनता का आदमी और जनता के बीच में हूं. इसीलिए मैं सामने आ रहा हूं.' विधायक ने कहा कि, 'मुझे रेप का आरोपी बनाया गया है. मैं ये सपने में भी नहीं सोच सकता. मेरे खिलाफ साजिश की गई है. मेरा मीडिया ट्रायल किया गया है. मैं साजिश का शिकार हुआ हूं. मैं चाहता था कि निष्पक्ष जांच हो. मैंने कभी किसी पर दबाव नहीं बनाया. अगर मैं दोषी हूं या मेरा भाई गुनहगार है तो सजा मिलेगी. कानून के तहत सबको सजा मिलनी चाहिए. मैंने कोई गलत काम नहीं किया है. मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया गया. जो लोग आज चैनलों पर बातें कर रहे हैं, उनका कृत्य किसी ने नहीं देखा.'

 गैंगरेप मामले में सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लिया है. इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार तड़के बीजेपी विधायक को घर से हिरासत में लिया. बता दें,  केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश मंजूर करते हुए गुरुवार की शाम इस …

Read More »

डॉ. नजमा हेपतुल्ला का जन्मदिन आज

डॉ. नजमा हेपतुल्ला एक राजनीतिज्ञ, लेखिका है. इनका जन्म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल के राजनिक परिवार में हुआ. डॉ. हेपतुल्ला को राजनीति विरासत में मिली है. रिश्ते में मौलाना अबुल कलाम आजाद की नातिन हेपतुल्ला ने एमएससी करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की पर राजनीति में दिलचस्पी के कारण वह राजनीति में आई. हेपतुल्ला एक राजनीतिज्ञ, लेखिका और नरेन्द्र मोदी सरकार के अंतर्गत अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री थी. फिलहाल वह मणिपुर राज्य की राज्यपाल है. वह मुंबई कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुकी हैं. वह 1985 से 1986 तथा 1988 से जुलाई 2007 तक भारतीय लोकतंत्र की उपरी प्रतिनिधि राज्यसभा की पूर्व उपसभापति रही हैं. 1980 से राज्यसभा की सदस्य है और अभी उनको दिल्ली के जमियामालिया इस्लामिया का चांसलर नियुक्त किया गया है. हेपतुल्ला के पति और प्रसिद्घ मानव संसाधन सलाहकार अकबर अली ए. हेपतुल्ला का निधन हो चुका है. उनकी 3 बेटियां हैं जो अमेरिका में काम करती हैं. हेपतुल्ला ने मुंबई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव से अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया, तत्पश्चात उन्होंने उपाध्यक्ष का उत्तरदायित्व भी निभाया। वे 1980 से राज्यसभा की सदस्य हैं. सदन की कार्यवाही का कुशल संचालन किया और सत्तापक्ष तथा विपक्ष में भी लोकप्रिय बनी रहीं. लेकिन श्रीमती सोनिया गाँधी से उनके रिश्तों में आई खटास के बाद वह भाजपा में शामिल हो गई. डॉ॰ हेपतुल्ला भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की अध्यक्ष भी रहीं हैं. सन 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा का दामन पकड़ लिया. वे जुलाई 2004 में दोबारा राज्यसभा के लिए भाजपा के टिकट पर चुनी गईं. वे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी बनाई गईं. पर वर्ष 2007 में वह उपराष्ट्रपति के चुनाव में हामिद अंसारी से 233 वोटों से हार गई थीं. इन्होंने 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली. अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा था. अल्पसंख्यक मामले की केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने 12 जुलाई 2016 को मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. केंद्रीय कैबिनेट में वह सबसे उम्रदराज मंत्री थीं. वह 75 साल पार कर चुके मंत्रियों में शामिल थीं. डॉ. नजमा हेपतुल्ला को 17 अगस्त 2016 को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. हालांही में हेपतुल्ला को सर्वसम्मति से जामिया मिल्लिया इस्लामिया का चांसलर (अमीर-ए-जामिया) नियुक्त किया गया है.

डॉ. नजमा हेपतुल्ला एक राजनीतिज्ञ, लेखिका है. इनका जन्म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल के राजनिक परिवार में हुआ. डॉ. हेपतुल्ला को राजनीति विरासत में मिली है. रिश्ते में मौलाना अबुल कलाम आजाद की नातिन हेपतुल्ला ने एमएससी करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की …

Read More »

बीजेपी की मुखर महिला मंत्रियों की फौज उन्नाव-कठुआ पर मौन

दिल्ली : बीजेपी के राज में बढ़ते गैंगरेप और महिलाओं और बच्चियों पर अत्याचार के पर पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और यहाँ तक की बीजेपी की वे महिला नेता जो हर मौके पर बयानबाजी और बीजेपी की तरफदारी करते नहीं थकती है, इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. सु-शासन का ढिंढोरा पीटने वाली केंद्र सरकार और उसकी महिला नेता गैंगरेप की दो बड़ी घटनाओं पर मौन है. इन वारदातों ने सरकार के झूठे वादों को फिर एक बार बेनकाब किया है. यूपी के उन्नाव में तो बीजेपी का विधायक ही रेप और फिर पीड़ित के पिता की हत्या का मुख्य आरोपी है. वहीं, जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद हत्या की जघन्य घटना पर बॉलीवुड समेत पूरा देश आक्रोश जता रहा है. यूपी में जहां बीजेपी की खुद की सरकार है, वहीं जम्मू और कश्मीर में पीडीपी के साथ बीजेपी की गठबंधन सरकार है. हैरानी की बात है कि महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हमेशा मुखर रहने वालीं बीजेपी की कई महिला मंत्री भी उन्नाव और कठुआ की घटनाओं को लेकर गुरुवार को बैकफुट पर नजर आईं. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को बीजेपी में मुखर और ओजस्वी वक्ताओं में माना जाता है. स्मृति दिल्ली के हनुमान मंदिर में बीजेपी के उपवास के लिए आईं थीं. ये उपवास कांग्रेस की ओर से संसद नहीं चलने देने के विरोध में बीजेपी ने रखा था. मगर कठुआ और उन्नाव में गैंगरेप की घटनाओं पर जब स्मृति ईरानी की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने मौन रहना ही बेहतर समझा. बार-बार सवाल पूछे जाने पर भी स्मृति ईरानी ने इन घटनाओं पर एक शब्द नहीं बोला और कार में बैठकर रवाना हो गईं. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी के शासन को ‘रावणराज’ तक का नाम दे डाला है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट में सवाल किया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं पर अत्याचार और बीजेपी शासित राज्यों में कानून और व्यवस्था की खराब स्थिति के विरोध में उपवास रखेंगे. मोदी सरकार की एक और मंत्री उमा भारती, केंद्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज महिलाओं से जुड़े इस मुद्दे पर मौन क्यों है समझ से परे है. वही बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी को विपक्ष के इस मुद्दे पर बोलने से भी एतराज है और खुद अभी भी सरकार की तरफदारी करती नज़र आ रही है.

 बीजेपी के राज में बढ़ते गैंगरेप और महिलाओं और बच्चियों पर अत्याचार के पर पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और यहाँ तक की बीजेपी की वे महिला नेता जो हर मौके पर बयानबाजी और बीजेपी की तरफदारी करते नहीं थकती है, इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. सु-शासन का ढिंढोरा …

Read More »

कर्नाटक विधानसभा की मौजूदा सूरत

नई दिल्ली : यूँ तो चुनाव से पहले हर पार्टी आपराधिक छवि के लोगों को टिकट नहीं देने की बात करती है , लेकिन जब नामांकन भरने का समय आता है तो उस बात को भूलकर दागी लोगों को टिकट दे दिया जाता है. यही हाल कर्नाटक राज्य का है. चूँकि कर्नाटक की 224 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव आगामी 12 मई को मतदान होगा. नतीजे 15 मई को आएँगे. फिलहाल कर्नाटक विधानसभा चुनाव की शक्ल कैसी है इस पर नज़र डालते हैं. आपको बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास फिलहाल 122 विधायक हैं, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा 40 विधायकों के साथ दूसरे और जेडीएस 35 सीटें लेकर तीसरे नंबर पर है.चुनाव सुधार करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट पर भरोसा करें, तो 224 में से 207 विधायकों के हलफनामों के विश्लेषण से पता चला है कि अपराधीकरण को लेकर सभी पार्टियां बड़ी-बड़ी बातें जरूर करती हैं, लेकिन वे इसके प्रति गंभीर नहीं है . यह बात रिकार्ड खुद बता रहा है. 68 विधायक के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.जबकि 35 विधायकों ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उनके खिलाफ गंभीर प्रवृत्ति के अपराध के मामले दर्ज हैं.गंभीर प्रवृत्ति के अपराध वे होते हैं, जिनमें 5 साल या उससे ज्यादा की सजा का प्रावधान है.इनमें गैर-जमानती अपराध, चुनाव संबंधी अपराध, हत्या, अपहरण, बलात्कार और भ्रष्टाचार शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि यदि पार्टी अनुसार बताएं तो 114 में से 36 कांग्रेस विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि भाजपा के 40 में से 13 विधायकों पर ऐसे मामले दर्ज हैं. जनता दल के 11 यानी पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.गंभीर श्रेणी के अपराधों में 17 ऐसे विधायक कांग्रेस के हैं.जबकि गंभीर प्रवृत्ति के अपराधिक रिकॉर्ड वाले 8 विधायक भाजपा और जेडीएस के 5 विधायक हैं. यह तो हुई बाहुबल की बात . अब जानिए धनबल की बात. 207 में से 193 विधायक करोड़पति हैं. सबसे ज्यादा 109 करोड़पति विधायक सत्तारूढ़ कांग्रेस में हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा में 36 और जेडीएस में 33 विधायक करोड़पति हैं. अन्य पार्टियों और निर्दलीयों में भी करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या कम नहीं है.108 विधायकों की संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा है. कुल 52 की संपत्ति 2 से 5 करोड़ के बीच और 45 की संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़ के बीच है.कर्नाटक विधानसभा में गरीब विधायक तो कोई नहीं है , लेकिन कांग्रेस के एचपी राजेश 7 लाख की संपत्ति के साथ सबसे कम संपत्ति वाले विधायक हैं. कांग्रेस विधायक प्रियाकृष्णा 910 करोड़ की संपत्ति के साथ शीर्ष पर हैं.

 यूँ तो चुनाव से पहले हर पार्टी आपराधिक छवि के लोगों को टिकट नहीं देने की बात करती है , लेकिन जब नामांकन भरने का समय आता है तो उस बात को भूलकर दागी लोगों को टिकट दे दिया जाता है. यही हाल कर्नाटक राज्य का है. चूँकि कर्नाटक की …

Read More »
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com