सीनियर नेशनल सेलेक्शन कमेटी ने विराट कोहली को आयरलैंड के खिलाफ दो T-20 मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की कमान सौंपी है। इस फैसले के बाद असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। क्योंकि आयरलैंड के खिलाफ होने वाले T-20 मैचों की तारीफ कोहली के काउंटी सरे के प्रस्तावित मैचों से टकरा रही है।
इस बीच ऐसी खबरें हैं कि बीसीसीआई का एक धड़ा, जो कोहली के अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में न खेलने से नाराज था, चाहता है कि कोहली काउंटी सीजन छोटा कर आयरलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में खेलें। चयनकर्ता कोहली के अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच से हटने के फैसले से खुश नहीं थे।
भारत को आयरलैंड के खिलाफ डबलिन के मालाहाइड में 27 और 29 जून को दो टी-20 मैच खेलने हैं, जबकि कोहली को सरे काउंटी के लिए अंतिम मैच यॉर्कशर के खिलाफ स्कारबोरो में 25 से 28 जून तक खेलना है।
काउंटी की घोषणा के अनुसार, “भारतीय कप्तान विराट कोहली जून के पूरे महीने के दौरान सरे के लिए खेलेंगे।’ इसके बावजूद आयरलैंड के खिलाफ दो मैचों के लिए कोहली का नाम होना आश्चर्यजनक है। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद से जब इस बारे में पूछा गया कि क्या यह गलती से हुआ है, तो उन्होंने कहा, ‘कृपया इस मुद्दे पर बीसीसीआइ सचिव से बात करने दीजिए।”
जब बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी से पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, “आश्वस्त रहें, सब कुछ ठीक है।” अगर चयनकर्ताओं ने उन्हें आयरलैंड के खिलाफ चुना है तो इसका मतलब है कि वह यॉर्कशर के खिलाफ नहीं खेलेंगे। यानी वो सिर्फ दो काउंटी मैच खेलेंगे। हालांकि दोनों ही अधिकारियों ने यह साफ नहीं किया क्या इस मामले में कोहली की क्या पसंद होगी, क्योंकि इस दौरे पर उन्हें सिर्फ तीन चार दिवसीय मैच खेलने का मौका मिलेगा।