मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उपचुनाव से पहले भाजपा ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। अगर कोई बड़ा उलटफेर न हुआ तो बहुत जल्द कांग्रेस के एक कद्दावर नेता भाजपा का दामन थामते दिखाई देंगे।
मंत्री पद सहित कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल चुके ये नेता पिछले कुछ दिनों में भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं से भेंट कर चुके हैं। सूत्रों का तो यह तक कहना है कि यह कांग्रेस में वर्ष 2016 के बाद दूसरी बड़ी टूट की शुरुआत हो सकती है।
भाजपा भी कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में
विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार पराजय का दंश झेल चुकी कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के बाद से रार मची है। धड़ों में बंटी कांग्रेस के कुछ नेता और विधायक पार्टी हाईकमान के विरुद्ध मोर्चा खोलने के साथ ही पार्टी छोडऩे तक की चेतावनी दे चुके हैं। इस परिदृश्य के बीच भाजपा भी कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में है।
असल में भाजपा और कांग्रेस में शह व मात का खेल विधानसभा चुनाव के दौरान से चल रहा है। विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य की घर वापसी कराकर कांग्रेस ने भाजपा को झटका दिया था। अब बारी भाजपा की है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के हालिया घटनाक्रम के बाद से कांग्रेस में महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी निभा चुके एक कद्दावर नेता भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में हैं।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता की भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से तीन बार बैठक हो चुकी है। अभी कुछ और बिंदुओं पर बातचीत होनी है।
कांग्रेस में छह साल में यह दूसरी बड़ी टूट होगी
यदि सब कुछ योजनानुसार चला तो कांग्रेस के ये नेता जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। इसके लिए उपयुक्त समय की प्रतीक्षा है। मुख्यमंत्री के चम्पावत सीट से उपचुनाव से पहले भाजपा की ओर से कांग्रेस को यह जोर का झटका दिया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि यदि यह नेता भाजपा में आते हैं तो कांग्रेस में पिछले छह साल में यह दूसरी बड़ी टूट होगी। इस नेता का एक बड़े क्षेत्र में प्रभाव है और उनके भाजपा में शामिल होने से वहां का कांग्रेस संगठन भी भाजपा का हिस्सा बन जाएगा। इसके साथ ही कुछ अन्य नेता भी भाजपा का रुख कर सकते हैं। इससे पहले मार्च 2016 के राजनीतिक घटनाक्रम में कांग्रेस के नौ विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे।