रणजी ट्राफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले जा रहे हैं और यहां बंगाल की टीम का लजवाब प्रदर्शन देखने को मिला है। टीम ने झारखंड के खिलाफ खेलते हुए मैच के तीसरे दिन 7 विकेट पर 773 रन बनाकर पारी घोषित की। टास जीतकर झारखंड की टीम ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था जो उल्टा पड़ा और बंगाल के बल्लेबाजों ने रणजी ट्राफी का इतिहास बदल डाला।
टास हारकर बल्लेबाजी करने उतरी बंगाल की टीम ने जबरदस्त शुरुआत की और पहले विकेट के लिए कप्तान अभिमन्यू ईश्वरन और अभिषेक रमन ने 132 रन की साझेदारी कर डाली। दोनों ने टीम के बड़े स्कोर की नींव रखी और आगे जितने भी बल्लेबाजी मैदान पर उतरे सबने एक से बढ़कर एक पारी खेलते हुए टीम को 773 रन तक पहुंचाया। इस पारी की खास बात यह रही की बल्लेबाजी करने उतरे हर एक खिलाड़ी के बल्ले से कम से कम पचास रन जरूर निकले। टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब टाप आठ बल्लेबाजों ने पचास का आंकड़ा पार किया।
बंगाल ने रचा इतिहास
टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब टाप के आठ बल्लेबाजों ने फिफ्टी बनाई या इससे ज्यादा का स्कोर बनाया। बंगाल की तरफ से झारखंड के खिलाफ कुल 9 बल्लेबाज मैदान पर उतरे जिसमें से 7 ने हाफ सेंचुरी बनाई और बाकी के दो ने शतकीय पारी खेली। सुदीप कुमार ने 380 गेंद पर 186 रन की शानदार पारी खेली जबकि अनुस्तुप मजूमदार ने 117 रन बनाए। अभिषेक, अभिमन्यू, मनोज तिवारी, अभिषेक पोरेल, शाहबाज अहमद, सयान मंडोल और आकाश दीप ने अर्धशतक जमाया। इसमें आकाश ने तो धमाकेदार पारी खेलते हुए 8 छक्के जड़ महज 18 गेंद पर ही अपनी फिफ्टी बना डाली।