लखनऊ: उन्नाव रेप कांड में घिरे भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर अब योगी सरकार ने नज़र टेढ़ी करनी शुरू कर दी हैं। आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की वाई श्रेणी की सुरक्षा सरकार ने छीन ली है।
गुरुवार को शासन ने सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी किया। आदेश जारी होते ही उनके घर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को तत्काल वहां से वापस बुला लिया गया।
बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप और रेप पीडि़ता के पिता की जेल में हत्या करवाने का आरोप लगा है। उन्नाव के माखी गांव की यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी है। विधायक के खिलाफ उन्नाव के बांगरमऊ थाने में एफआईआर दर्ज है। इस केस की जांच सीबीआई कर रही है। कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई अतुल सेंगर अभी जेल में हैं।
उन्हें दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा के तहत पुलिसकर्मी घर के बाहर तैनात थे। उन्हें एक एचसीपी व तीन सिपाही मिले थे जिनकी गारद घर के बाहर थी। इसके साथ ही तीन अन्य सिपाही उनके बॉडीगार्ड के रूप में साथ चलते थे।