लखनऊ: करीब 15 साल पहले दो अनुयायियों से रेप के आरोप में आज सीबीआई की एक विशेष अदालत ने दोषी करार दिया। इसी बीच राम रहीम के समर्थक हिंसा पर उतारू हो गए हैं और पंचकुला और चंडीगढ़ में कई जगह तोडफ़ोड़ कर रहे हैं। राम रहीम के समर्थकोंं ने यूपी के गाजियाबाद के लोनी इलाके में भी एक बस में आग लगा दी। वहीं इस घटना के बाद यूपी में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अभी तक इस उग्र प्रदर्शन में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है।
वर्ष 2002 में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरुमीत राम रहीम पर दो महिलाओं ने रेप आरोप लगाया था। महिलाओं ने चंडीगढ़ हाईकोर्ट में जाकर मामले पर न्याय की गुहार लगाई। मई 2002 में हाईकोर्ट ने सिरसा जिला न्याधीश को जांच के आदेश दिए। इसके बाद जिला अदालत ने मामले की जांच रिपोर्ट के आधार पर सितंबर 2002 में आरोपों के सही होने की आशंका जताई। इसके बाद हाईकोर्ट ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
2006 में सीबीआई ने दोनों महिलाओं के बयान दर्ज किए जिसमें दोनों महिलाओं ने राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाया। इसके बाद सितंबर 2007 में सीबीआई ने राम रहीम के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया और राम रहीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। अगस्त 2008 में पंचकुला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने मामले की सुनवाई शुरू की और इस दौरान 150 गवाहों से पूछताछ की।
अगस्त 2017 में मामले की सुनवाई पूरी और 25 अगस्त फैसला देने के लिए तय किय गया। आज यानी 25 अगस्त को अदालत ने राम रहीम को दो महिलाओं से रेप का दोषी करार दिया। बस इसी के बाद उनके समर्थक उग्र हो गये और पंचकुला में आगजनी व हंगामा शुरु कर दिया गया। पंचकुला इलाके में समर्थकोंं ने जहां जो कुछ मिला वहां आग लगा दी और तोडफ़ोड़ की। खबर लिखे जाने तक पंचकुला में 13 लोगों की मौत की खबर है।
पंचकुला के हालात बेहद गंभीर हैं। वहीं इस घटना के बाद दिल्ली, राजस्थाल, चंडीगढ़ में भी राम रहीम के समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की आंच यूपी के गाजियाबाद जिले तक पहुंच गयी। गाजियाबाद के लोनी इलाके में बाबा के समर्थकों ने एक बस में आग लगा दी। हरियाणा के पंचकुला व अन्य राज्यों में बाबा के समर्थकों के उग्र प्रदर्शन के बाद यूपी में भी हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।