लखनऊ। राजधानी लखनऊ में आखिरकार ब्लू व्हेल गेम ने आठवीं के छात्र की बलि ले ली। गाजीपुर के बी.ब्लॉक में छात्र ने गुरुवार सुबह फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। नानी ने फंदे पर लटका देख शोर मचाया। घरवालों ने पड़ोसियों की मदद से बच्चे को अस्पताल पहुंचायाए जहां उसकी मौत हो गयी। घटना की सूचना मिलते ही गाजीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों ने कहा कि छात्र करीब हफ्ते भर से मोबाइल पर गेम खेल रहा था। पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
हरदोई निवासी रुपेश कुमार सिंह वकालत के साथ-साथ खेतीबाड़ी भी संभालते हैं। परिवार में पत्नी अरुणा सिंह, बेटी व बेटा 13 वर्षीय आदित्य वर्धन सिंह है। करीब साल भर पहले अरुणा बेटे के बेहतर भविष्य के लिए उसे लेकर मायके बी-ब्लॉक 1059 इन्दिरानगर आ गयी थी। मायके में अरुणा के पिता यूपी सिंह व मां सरला हैं। यूपी सिंह का एक पब्लिकेशन हाउस है जिसमें अरुणा भी काम करती है। परिवारवालों ने बेटे आदित्य के सुनहरे भविष्य के लिए उसका दाखिला निर्मला कांवेंट स्कूल में कक्षा- 8 में कराया था।
रोजाना की तरह मां अरुणा व नाना यूपी सिंह अपने काम पर चले गये। करीब नौ बजे आदित्य सोकर उठा और फिर नाश्ता कर ऊपर वाले कमरे में चला गया। कुछ देर बाद नानी ने उसे आवाज देते हुए ऊपर कमरे में पहुंची। उन्होंने दरवाजा खटखटाया लेकिन जवाब नहीं मिला। उन्होंने बगल के कमरे में जाकर आलमारी खिसकायी तो देखा कि आदित्य पंखे में बंधे दुपट्टे से लटक रहा है।
यह देख वह चींख पड़ी। आवाज सुनकर पड़ोसी आ गये। सरला ने फोन पर बेटी अरुणा व पति यूपी सिंह को बताया। पड़ोसी कमरे में पहुंचे तो बिस्तर पर रखी कुर्सी लुढ़की पड़ी थी। मां अरुणा ने पड़ोसियों विष्णु व गुड्डू की मदद से आदित्य को उतारकर आनन.फानन में शेखर अस्पताल पहुंचायाए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही गाजीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कमरे में छानबीन की लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने नाना यूपी सिंहए नानी सरला व मां अरुणा से बात की।
नाना यूपी सिंह ने बताया कि आदित्य पर न तो पढ़ाई का दबाव था और न ही उसे किसी ने डांटा फटकारा था। वह पढ़ाई में अव्वल था। पड़ताल में सामने आया कि आदित्य के पेपर चल रहे थे। शुक्रवार को उसका पेपर था। बुधवार शाम को वह दोस्तों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। परिजनों ने बताया कि रात में आदित्य ने खाना खाया और फिर सो गया। गुरुवार सुबह वह स्कूल भी नहीं गया था। नाना यूपी सिंह ने बताया कि आदित्य करीब एक हफ्ते से मोबाइल पर गेम खेलता रहता था।
कई बार उसे मोबाइल पर गेम खेलते देखा गया तो टोका गया। चौकी प्रभारी अरावली दुर्गा प्रसाद यादव ने बताया कि अभी तक की जांच से यह साफ है कि आठवीं के छात्र आदित्य ने खतरनाक गेम ब्लू व्हेल गेम के चलते ही फांसी लगायी है। घरवालों ने पोस्टमार्टम न कराने की मांग की। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव घरवालों के सुपुर्द कर दिया।