लखनऊ: यूपी सरकार के छह महीने पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली तीन सरकारों के कामकाज पर श्वेत पत्र जारी किया। 2003 से 2017 तक प्रदेश में हुए कार्यों का चि_ा इस श्वेत पत्र में दिया गया है।मीडिया से मुखातिब सीएम योगी ने श्वेत पत्र जारी करते हुए कहा कि जनता का अधिकार है कि वह अपनी सरकारों के किए गए काम को जाने।
श्वेत पत्र में पिछली सरकारों द्वारा किए गए कामों का पूरा ब्योरा हमारी सरकार ने उपलब्ध कराया है। आने वाले एक दो दिन में पिछले छह माह में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए काम का ब्योरा भी उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि 100 दिन पूरे होने पर भी हम जनता के सामने आए थे।
आगे भी आते रहेंगे।पिछली सरकार पर प्रदेश की बदहाली का ठीकरा फोड़ते हुए सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार के बहुत से कारनामे हैं। प्रदेश के सभी पीएसयू बंद हो चुके हैं। भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया। विकास कार्यों में सिर्फ तीन फीसदी खर्च हुआ है।
पिछले 12 से 15 सालों में सरकारों ने सिर्फ फिजूलखर्ची की और गलत कामों को बढ़वा दिया। सरकारी उपक्रमों में 91 हजार करोड़ का घाटा सामने आया है। श्वेत पत्र में 2003 से लेकर 2017 तक का लेखा जोखा दिया गया है। विभागवार आंकड़े जारी करते हुए सीएम योगी ने मुलायम सिंह, अखिलेश और मायावती की सरकारों को आंड़े हाथों लिया है। हर विभाग में बरती गई अनियमितताओं को इस श्वेत पत्र में उजागर किया है।