झारखण्ड: पूर्वी सिंहभूम जिले के बड़शोल थाना क्षेत्र के कुमारडूबी गांव में अवैध रूप से चल रहे पटाखा फैक्ट्री में रविवार रात अचानक आग लग गई। इसकी चपेट में आकर करीब 12 घर खाक हो गए। घटना में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकीए जबकि कई अन्य घायल हो गए। कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। बचाव का कार्य जोरों पर चल रहा है।
मृतकों की संख्या आठ बताई जा रही है लेकिन प्रशासन अबतक चार के ही शिनाख्त की बात कह रहा है। एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने देर रात बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर आठ भी हो सकती है। चार मृतकों की पुष्टि हो गई हैए जबकि शेष की शिनाख्त नहीं हुई है। देर रात तक आग पर काबू पाने का प्रयास किया जाता रहा।
आग लगने के बाद पड़ोसी घरों में रखे गैस सिलेंडर भी विस्फोट करने लगे। इससे न सिर्फ आग का दायरा तेजी से बढ़ता गयाए बल्कि पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई। इस हादसे में 12 परिवारों का घर पूरी तरह खाक हो गया है। घाटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से तीन एंबुलेंस व दो दमकल मंगाया गया है।
देर रात तक आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है। बीच.बीच में विस्फोट होने से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में परेशानी हो रही है। बड़शोल के थाना प्रभारी विनोद पासवान ने मीडिया से कहा कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पटाखे बनाने का धंधा चलता है इसकी जानकारी नहीं थी। जो भी अवैध रूप से पटाखे बनाने के कार्य से जुड़े हैं उनके के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस क्षेत्र में किसी को पटाखे बनाने का लाइसेंस नहीं मिला है।
इससे ज्यादा अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जमशेदपुर के बहरागोड़ा प्रखंड के कुमारडुबी गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने की वजह से मरे लोगों के परिजनों को मुख्यमंत्री ने दो.दो लाख रुपये सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
हादसे में घायलों को पचास हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने बताया कि कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त तथा डीआईजी पूरे मामले की जांच करेंगे। संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।