लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों के अंदोलन के बीच सरकार ने अक्टूबर माह टीचर्स एजिबिलिटी टेस्ट कराने और दिसम्बर में सहायक अध्यापकों की भर्ती निकालने का निर्णय किया है। शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक की भर्ती में 2.5 अंक प्रति वर्ष से अधिकतम दस वर्ष के लिए 25 भारांक देकर भर्ती में वरियता दी जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह ने बताया कि अक्टूबर में टीईटी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। ऐसी उम्मीद है कि यह परीक्षा 15 अक्टूबर को हो सकती है। टीईटी का परिणाम आने के बाद दिसम्बर में सहायक अध्यापकों की नई भर्ती निकाली जाएगी। इस भर्ती में शिक्षा मित्रों को 2.5 अंक प्रति वर्ष की दर से अधिकतम दस वर्ष के 25 भारांक देकर वरियता दी जाएगी।
इसके लिए विभाग नियमावली में संशोधन करने की तैयारी कर रहा है। राज प्रताप सिंह ने बताया कि सहायक अध्यापक पद पर समायोजित हुए शिक्षा मित्र सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से 1 अगस्त 2017 से शिक्षा मित्र के पद पर प्रत्यावर्तित माने जाएंगे। उन्हें 1 अगस्त 2017 से 10000 रुपये प्रति महीने मानदेय दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शिक्षा मित्र स्वेच्छा से वर्तमान विद्यालय या उनके मूल विद्यालय में पदस्थापित होने का विकल्प दे सकते हैं।
उनके विकल्प के अनुरूप उनकी पोस्टिंग की जाएगी। सरकार को शिक्षा मित्रों के प्रति पूरी सहानुभूति है। साथ ही इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन भी करना है। हमने शिक्षा मित्रों के सामने पहले ही ये सभी विकल्प रखकर उनसे धरनाए प्रदर्शन बंद कर स्कूलों में जाकर पठन पाठन कराने की अपील की थी।
सरकार उनके लिए जो भी बेहतर कर सकती है वह किया जा रहा है। आंदोलन और वार्ता एक साथ नहीं हो सकते हैं शिक्षा मित्रों को पहले स्कूलों में जाकर काम शुरू करना चाहिये। इस बीच सोमवार को लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में हुए शिक्षा मित्रों के सत्याग्रह को लेकर ट्विट करते हुए कहा कि लाखों शिक्षामित्र अपने परिवार के भरण-पोषण और अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए इक_ा हुए हैं पिकनिक के लिए नहीं!