लखनऊ: बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लखनऊ में उपचार के बाद आज बांदा जेल रवाना कर दिया गया। मुख्तार को लखनऊ से बांदा भेजे जाने के निर्णय पर उनके घर के लोगों ने आपत्ति भी जताई। इसके बाद भी भारी सुरक्षा के बीच उनको बांदा जेल रवाना कर दिया गया।
लखनऊ के संजय गांधी पीजी इंस्टीट्यूट में मुख्तार अंसारी की दो दिन की मौजूदगी में काफी गहमा गहमी रही। इससे पहले बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को वापस बांदा जेल भेजने का आदेश गृह विभाग ने सीएम के निर्देश पर जारी किया। मऊ से बहुजन समाज पार्टी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को आज लखनऊ में संजय गांधी पीजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से डिस्चार्ज कर दिया गया।
दो दिन पहले उनको बांदा जेल में तबीयत खराब होने के बाद पत्नी के साथ लाया गया था। उनकी पत्नी को तो उसी रात को छुट्टी दे दी गई थी जबकि मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक की शिकायत के बाद दो दिन जांच की गई। एंजियोग्राफी में सब कुछ दुरुस्त होने पर कल उनको प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया था।
आज डिस्चार्ज करने के बाद बांदा रवाना कर दिया गया। उधर मुख्तार अंसारी के भाई पूर्व सांसद अफजाल ने उनको डिस्चार्ज करने के मामले में आपत्ति दर्ज करने के साथ ही एसजीपीजीआइ प्रशासन तथा प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने आरोप लगाया है कि मंत्रियों के दबाव में उन्हें डिस्चार्ज किया गया है।
डॉक्टर्स ने उन्हें डिस्चार्ज करने को कहा तो परिजनों ने इसपर अनदेखी का आरोप भी लगा दिया। मुख्तार अंसारी के डिस्चार्ज करने पर परिवार खफा बताया जा रहा है। विधायक प्रतिनिधि ने इलाज में अनदेखी का आरोप सरकार पर लगाया। परिवार वाले अभी कुछ और दिन पीजीआई में रखना चाहते थे।
बांदा जेल के बाद बांदा जिला अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण के बाद कड़ी सुरक्षा में 9 जनवरी को मुख्तार अंसारी को लखनऊ लाया गया था। सरकारी आदेश है कि मुख्तार का इलाज अब बांदा जेल में जेल में ही होगा। लखनऊ में 48 घंटे के इलाज के बाद पीजीआई के डॉक्टरों ने डिस्चार्ज किया।