लखनऊ: अभी तक ट्रैफिक पुलिस वालों को सड़क पर चेकिंग के नाम पर वसूली का आरोप लगता रहा है, अब इससे बढ़ कर ट्रैफिक पुलिस के एक सिपाही ने कारनामे को अंजाम दिया है। ट्रैफिक पुलिस लाइन में तैनात सिपाही ने लोगों के जमा किये गये शमन शुल्क के रुपये में से दस्तावेजों मेें हेराफेरी करते हुए करीब 63 हजार रुपये गायब कर दिये। जब शमन शुल्क के दस्तावेज की जांच हुई तो सिपाही के इस काले कारनामे का पता चला। अब आरोपी सिपाही के खिलाफ कैण्ट कोतवाली में गबन, धोखाधड़ी और जालसाली की रिपोर्ट दर्ज की गयी है। आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी ट्रैफिक रविशंकर निम बताया कि कैण्ट के सदर स्थित ट्रैफिक पुलिस लाइन में सिपाही धीरज कुमार इंद्राणा बीते सात माह से तैनात है। सिपाही का ड्यूटी लोगों के चालान का शमन शुल्क वसूले की है।
उन्होंने बताया कि चंद रोज पहले टीपी लाइन में मौजूद शमन शुल्क के अभिलेखों की जांच की गयी तो पता चला कि 63,100 रुपये गायब हैं। जांच को आगे बढ़ाया गया तो पता चला कि सिपाही धीरज कुमार ने बीते 23 अगस्त से लेकर 15 नवम्बर के बीच शमल शुल्क के दस्तावेजों में हेराफेरी करते हुए सिपाही ने 63,100 रुपये का गबन किया।
50 मामले में हराफेरी मिली
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि जब पूरे मामले की छानबीन की गयी तो पता चला कि ट्रैफिक सिपाही धीरज कुमार ने करीब 50 ऐसे मामले में हेराफेरी की है। उन्होंने कुछ मामलों में आरोपी सिपाही ने लोगों से शमन शुल्क को वसूल फिर पूरे रुपये जमा न करके कुछ-कुछ रुपये लोगों के चालान राशि से हड़प लिये। कुछ मामले में आरोपी ने दस्तावेजों में ही हेराफेरी करते हुए शमन शुल्क तो पूरा वसूला पर दस्तावेज में कम रुपये अंकित कर बाकी रुपये हड़प लिये।
बाकी लोगों की भूमिका की हो रही है जांच
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि शमन शुल्क में इस तरह की हेराफेरी का पहला मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि अब इस मामले की गंभीरता से जांच करायी जा रही है। शमन शुल्क वसूली में पहले तैनात रहे लोगों की भूमिका और दफ्तर के अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच हो रही है। उन्होंने बताया कि जांच में अगर कोई भी पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
खुद एसपी ट्रैफिक ने दर्ज करायी एफआईआर
शमन शुल्क में हेराफेरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए खुद एसपी ट्रैफिक रविशंकर निम ने बुधवार को आरोपी सिपाही धीरज कुमार के खिलाफ कैण्ट कोतवाली में गबन, जालसाजी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करायी है। एसएसपी ने आरोपी सिपाही धीरज के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट एसएसपी कलानिधि नैथानी को भी भेज दी है। वहीं इस मामले में आरोपी सिपाही धीरज कुमार को कैण्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।